दुनियाभर में खेती का इतिहास बहुत पुराना है. पहली बार मोटे अनाजों की खेती से शुरू हुआ ये काम अब कारोबार का अच्छा जरिया बन गया है. लोग बागवानी फसलें लगाकर अच्छी खासी कमाई भी कर रहे हैं. इसी के साथ होम गार्डनिंग का भी क्रेज बढ़ता जा रहा है. लोग घरों में फल-सब्जियों के पौधे भी खूब लगाते हैं. इस खबर में नींबू के पौधे के बारे में बात करेंगे. अधिकांश लोगों की शिकायत है कि उनके घर में लगाए नींबू के पौधे तो लगातार बढ़ते जा रहे हैं उनमें फूल भी आते हैं लेकिन फल नहीं लग पाते हैं. इस खबर में हम जानेंगे कि आखिर पौधों में फल ना आने की वजह क्या है और कैसे इसे ठीक किया जा सकता है.
आपको बता दें कि पौधे का बढ़ना और फल का ना लगना ये दो अलग-अलग बातें हैं. पौधे में फल ना लगने के कई कारण हो सकते हैं जिसमें पोषक तत्व की कमी, मौसम, जलवायु और वातावरण का संतुलन प्रमुख है. बहुत अधिक या बहुत कम तापमान, अत्यधिक बारिश, या कम धूप भी पौधों में फल ना आने का कारण हो सकते हैं. इसके अलावा मिट्टी या फिर पौधों में किसी तरह के कीट या रोग की वजह से भी पौधे में फल नहीं आते हैं.
नींबू के पौधे में मनमुताबिक फल पाना चाहते हैं तो बारिश का महीना आने से पहले कुछ खास उपाय कर लीजिए. आइए जान लेते हैं कि किन जरूरी बातों की जांच कर लेनी चाहिए.
सबसे पहले आपको पौधे की मिट्टी की जांच करनी चाहिए. जड़ के आसपास मिट्टी की गुड़ाई कर देखें कि मिट्टी में किसी तरह के कीट जैसे चींटी या दीमक तो नहीं हैं अगर हैं तो पौधे के आसपास थोड़ी दूरी तरह खुदाई करें पुरानी मिट्टी निकाल कर अलग करें और साफ, भुरभुरी और सूखी मिट्टी जड़ में डालें और कीटनाशक पाउडर भी डाल दीजिए.
अधिकांश लोगों को लगता है कि पौधों में अधिक पानी देने से उनसे अधिक लाभ लिया जा सकता है, लेकिन जरूरत से ज्यादा पानी देते हैं तो फायदे की बजाय नुकसान हो सकता है. जब भी पौधे को पानी दें तो मिट्टी के नमी की जांच कर लीजिए अगर मिट्टी गीली महसूस हो तो पानी ना दें. अगर पौधे के पास जलजमाव हो जाता है तो बरसात के पहले जल निकासी की व्यवस्था कर लीजिए ताकि जड़ सड़ने की समस्या ना हो.
अगर पौधे में पोषक तत्वों की कमी है तो निश्चित है कि उसमें फल नहीं लगेंगे, अगर लग भी गए तो बड़े होने से पहले ही झड़ जाएंगे. अगर नींबू के पौधे से अधिक फल पाना चाहते हैं तो नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम की जरूरी मात्रा खाद के रूप में दे सकते हैं. अगर ऑर्गेनिक खाद दे रहे हैं तो वर्मी कंपोस्ट और राख से बनी खाद डालें इससे पौधों को जरूरी पोषण मिलेंगे.
किसी भी पौधे में सही मौसम पर ही फल का आना अच्छा होता है. हालांकि नींबू के पौधे के साथ ऐसा नहीं है ये मौसमी पौधा नहीं बल्कि बारहमासी पौधा होता है. हालांकि समय-समय पर फल लग कर पकते और झड़ते रहते हैं. आमतौर पर पौधे लगाने के 3-4 सालों में पहली बार फल देते हैं. नर्सरी में मिलने वाली कुछ किस्म के पौधे 1-2 साल में भी पौधे दे सकते हैं.
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