कुछ ही दिनों में प्याज की फसल को मार देती है ये बीमारी, लक्षण और उपचार की जानें टिप्स

कुछ ही दिनों में प्याज की फसल को मार देती है ये बीमारी, लक्षण और उपचार की जानें टिप्स

प्याज में लगने वाला बैंगनी धब्बा रोग सबसे आम रोग है. इसकी शुरुआत अक्सर प्याज की पुरानी पत्तियों के किनारों से होती है. सबसे पहले यह धब्बे की तरह छोटे होते हैं और धीरे-धीरे इनका रंग बैंगनी होता जाता है.

Advertisement
कुछ ही दिनों में प्याज की फसल को मार देती है ये बीमारी, लक्षण और उपचार की जानें टिप्सकुछ ही दिनों में प्याज की फसल को मार देती है ये बीमारी

भारत में उगाई जाने वाली सब्जियों में से प्याज एक बहुत ही महत्वपूर्ण सब्जी है. यही वजह है कि मार्केट में प्याज की मांग हमेशा बनी रहती है. वहीं प्याज के बगैर टेस्टी सब्जी की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं. खरीफ और रबी दोनों सीजन के दौरान किसान बड़े स्तर पर प्याज की खेती करते हैं. प्याज की खेती देश के कई राज्यों में होती है. वहीं शाकाहारी और मांसाहारी दोनों तरह के खानों में इसका उपयोग किया जाता है. प्याज में कई पौष्टिक और औषधीय गुण भी पाए जाते हैं.

हालांकि, किसानों को  खराब मौसम और महंगाई की वजह से प्याज की खेती करने में कई बाधाएं भी आती हैं. इसके अलावा प्याज की फसल को कीट और बीमारियों से भी नुकसान पहुंचाता है. ऐसे में इस बीमारी से फसलों को बचाने के लिए आप ये टिप्स अपना सकते हैं.  

प्याज पर लगता है बैंगनी धब्बा रोग 

प्याज में लगने वाला बैंगनी धब्बा रोग सबसे आम रोग है. इसकी शुरुआत अक्सर प्याज की पुरानी पत्तियों के किनारों से होती है. सबसे पहले यह धब्बे की तरह छोटे होते हैं और धीरे-धीरे इनका रंग बैंगनी होता जाता है. वहीं आगे चलकर पत्तों के किनारों का रंग पीला होने लगता है. जैसे-जैसे यह बढ़ता जाता है पत्ते मुरझाने लगते हैं और अंत में पौधा सूख जाता है. इसके कारण प्याज की उपज नहीं हो पाती है और फसल खराब हो जाती है. प्याज में यह रोग अल्टरनेरिया पोरी (फफूंद) के कारण होता है.

ये भी पढ़ें:- Pea Disease: गिरते तापमान के कारण मटर में इन रोगों का हो सकता है अटैक, जानिए कैसे बचाएं फसल

बैंगनी धब्बा रोग के लक्षण 

यह रोग मुख्य रूप से पत्तियों के शीर्ष पर होता है.  संक्रमण पत्तियों पर सफेद छोटे-छोटे बिंदुओं से शुरू होता है और पत्तियों के ऊपर फैल जाता है. इसके बाद धब्बे आपस में जुड़ जाते हैं और तेजी से पूरे पत्ती में फैल जाते हैं. जिससे पत्तियां धिरे-धिरे कर के मर जाती हैं, वहीं फसल भी खराब हो जाता है. 

बैंगनी धब्बा रोग के उपचार

अगर आपको प्याज की फसल में बैगनी धब्बा रोग से बचना है, तो रोपाई के लिए रोग रहित प्याज के बीज का चयन करें. साथ ही बीजों को 4 ग्राम प्रति किलो बीज की दर से थीरम से उपचारित करना चाहिए. इसके अलावा ध्यान दें कि खेत में जल निकासी अच्छी तरह होना चाहिए. वहीं आप अपनी प्याज की फसल को बैंगनी धब्बा रोग से बचाने के लिए कॉपर ऑक्सीक्लोराइड 0.25 फीसदी या क्लोरोथालोनिल 0.2 फीसदी के घोल का छिड़काव करें. इससे आपका फसल बैंगनी धब्बा रोग से बचेगा.

POST A COMMENT