आजकल हमारे देश के लोग होम गार्डनिंग में खास रुचि रखने लगे हैं. पहले लोग सब्जी और फूलों के पौधों को ही प्राथमिकता देते थे लेकिन आजकल फल और मसाले भी घर में ही उगाने लगे हैं. आज आपको एक बहुत ही काम के पौधे से जुड़ी फायदे की बात बताने जा रहे हैं. नींबू के पौधे के इर्द-गिर्द ये खबर है. अधिकांश लोग बताते हैं कि उनके घर में नींबू का पौधा आसानी से तो उग गया लेकिन उसमें फल देखने को ही नहीं मिलते. अब पौधा मेहरबान हो गया और फल लग गए तो वे फल पूरी तरह से मैच्योर होने के पहले ही वो सूख कर गिर जाते हैं या उसमें दाग लग जाते हैं. दरअसल ऐसा तब होता है जब पौधों को जरूरी पोषण नहीं मिल पाता है. आइए जान लेते हैं कि नींबू के पौधे से अधिक फल पाने के लिए क्या उपाय करें.
किसी भी पौधे में तभी मनमुताबिक फल आते हैं जब पौधे को जरूरी पोषण मिलता है. आइए जान लेते हैं कि किसी भी पौधे को पोषण देने के लिए किन बातों का ध्यान दिया जाना चाहिए.
पौधा रोपने से पहले उसकी सही जगह को ध्यान में रखना चाहिए. पौधा रोपने से पहले ये देख लेना चाहिए कि वहां की मिट्टी में किसी तरह के कीड़े, दीमक या रोग का खतरा तो नहीं है. ये भी देखना चाहिए कि उस जगह में जलजमाव तो नहीं हो रहा है? और सबसे जरूरी बात ये है कि पौधा लगाने वाली जगह में पर्याप्त धूप आनी चाहिए.
जिस जगह पर आप पौधा रोप रहे हैं उसमें मिट्टी का खास योगदान होता है. सीधी मिट्टी में बीज ना रोपें. या तो बीजों को किसी छोटे गमले में रोपकर पौधा अंकुरित होने दें या फिर नर्सरी से पौध लाकर रोपें, लगभग 6 इंच लंबाई वाला पौधा रोपें. सबसे पहले एक फिट गहरा और 6 इंच व्यास वाला गड्ढा खोदें. इस गड्ढे में 60 फीसदी मिट्टी, 30 फीसदी गोबर या वर्मी खाद और 10 फीसदी रेत मिलाकर भरें और पौधा रोप दें.
पौधों को खाद, पानी, हवा और प्रकाश के सही संतुलन के साथ ही कीटनाशक और रोग से बचाव करना भी बहुत जरूरी होता है. फंगस से बचाव के लिए जड़ में छाछ डाल दीजिए. इससे अलावा पत्तों पर नीम के तेल का स्प्रे करना भी जरूरी है. पौधों की सूखी टहनियों और पत्तियों की कटाई-छंटाई जरूरी है. इससे पौधों की ग्रोथ बढ़ेगी.
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पौधा रोपने के तुरंत बाद हल्की सिंचाई कर दीजिए. 15 दिन तक लगातार हल्का पानी डालते रहिए. 15 दिन के बाद हफ्ते में दो बार की सिंचाई भी पर्याप्त होगी. 30-45 दिनों के अंतराल में एक मुट्ठी वर्मी कंपोस्ट डालें. खाद डालने के तुरंत बाद हल्की सिंचाई करें ताकि खाद मिट्टी में आसानी से मिल जाए. लगातार 2 साल तक इसे फॉलो करें. आप देखेंगे कि पौधों में खूब फल आने लगे हैं.
हमने आपको नींबू का नया पौधा रोपने का तरीका बता दिया है. लेकिन अगर आपने पहले से ही पौधा लगा रखा है तो उसका भी उपाय है. पुराने पौधे की जड़ के पास की मिट्टी कुरेद दें और उसमें नई भुरभुरी मिट्टी में वर्मी कंपोस्ट मिलाकर भर दें. पौधे की सूखी या रोगग्रस्त टहनी काटकर अलग कर दीजिए. 30 दिन बाद फिर वर्मी कंपोस्ट डाल दें और सिंचाई करें. कुछ ही दिनों में आप देखेंगे कि पौधे में ना सिर्फ नई कोपल फूटने लगेंगी बल्कि फूल भी आने लगेंगे.
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