फसलों की खेती से लेकर फसलों की कटाई और उन्हें बाजार तक ले जाने में किसानों को कड़ी मेहनत करनी पड़ती है, तभी किसानों को उनकी उपज का सही दाम मिल पाता है. ऐसे में किसानों की मेहनत को कम करने के लिए आईसीएआर ने एक उन्नत मशीन का आविष्कार किया है. जिसकी मदद से किसान आसानी से काजू के फलों से काजू निकाल सकते हैं. आपको बता दें कि इस काम के लिए किसानों को काफी समय लगता था.
काजू के फलों से काजू को अलग करना एक मेहनत भरा काम है. जिसके लिए किसानों को लंबा समय और कड़ी मेहनत करनी पड़ती है, लेकिन अब ऐसा नहीं है. आईसीएआर-काजू अनुसंधान निदेशालय (डीसीआर), पुत्तूर और आईसीएआर-केंद्रीय कृषि इंजीनियरिंग संस्थान (सीआईएई), अनुसंधान केंद्र, कोयंबटूर के वैज्ञानिकों की एक टीम ने काजू के फलों से काजू को अलग करने का समाधान निकाला लिया है.
किसान समुदाय के अलग-अलग वर्गों की आवश्यकताओं को देखते हुए छोटे जोत वाले किसान से लेकर FPOS (किसान उत्पादक संगठन) तक, टीम ने इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए तीन मशीनें विकसित की हैं. दूरदराज के इलाकों में रहने वाले छोटे जोत वाले किसान के लिए, जहां बिजली की सुविधा नहीं है, टीम ने पेडल से चलने वाला काजू सेपरेटर विकसित किया है. FPO के लिए, पूरी तरह से स्वचालित थ्री-इन-वन काजू सेपरेटर है. इन दो वर्गों के बीच के किसान सेमी ऑटोमेटिक काजू सेपरेटर का एक बेहतर विकल्प चुन सकते हैं. मंजूनाथ ने बिजनेस लाइन को बताया कि मैनुअल प्रक्रिया में, मजदूरों को अपने हाथ से काजू के सेब से काजू को अलग करना पड़ता है. वहीं इस मशीन की मदद से किसान आसानी से आजू को अलग कर सकते हैं.
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पेडल से चलने वाले काजू मशीन में काजू काटने वाले ब्लेड हैं, जो 83 प्रतिशत कुशलता के साथ 15 किलोग्राम प्रति घंटे की रफ्तार से काजू को काजू के सेब से अलग करने का काम करते हैं और इससे काजू को 5 प्रतिशत से भी कम नुकसान पहुंचता है. इस मॉडल के काम करने के तरीके के बारे में, मंजूनाथ ने कहा कि मशीन का इस्तेमाल दूर-दराज के इलाकों में किया जा सकता है, जहां बिजली नहीं है. यहां तक कि आधा या एक एकड़ काजू की खेती करने वाला किसान भी इसका इस्तेमाल कर सकता है.
पोर्टेबल सेमी-ऑटोमैटिक काजू काटने वाली मशीन एक आधुनिक प्रणाली है, जो 92 प्रतिशत कुशलता के साथ 35 किलोग्राम प्रति घंटे की रफ्तार से काजू काटने का काम करती है. पूरी तरह से स्वचालित थ्री-इन-वन काजू विभाजक एक उच्च क्षमता वाली मशीन है जो काजू को अलग करने, गूदा निकालने और रेशेदार पदार्थ को हटाने में सक्षम है, जो 99 प्रतिशत से अधिक कुशलता और 1 प्रतिशत से कम काजू को नुकसान के साथ 300 किलोग्राम प्रति घंटे की क्षमता प्राप्त करती है.
उन्होंने बताया कि कच्चे काजू के अलावा इस मशीन से निकलने वाले छिलके का इस्तेमाल मुर्गी और पशु आहार के रूप में किया जा सकता है, और इससे निकलने वाले गूदे और जूस का इस्तेमाल अन्य काजू उत्पाद तैयार करने में किया जा सकता है. पेडल संचालित काजू को उसके फल से अलग करने की मशीन की कीमत करीब 15,000 रुपये है, जबकि सेमी-ऑटोमैटिक काजू काटने वाले मशीन की कीमत करीब 35,000 रुपये है. पूरी तरह से स्वचालित थ्री-इन-वन काजू विभाजक की कीमत करीब 1.95 लाख रुपये है.
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