हरदोई में गन्ना किसानों की आय-उपज बढ़ाने के लिए हुआ किसान सम्मेलन, मशीनों पर खूब हुई चर्चा

हरदोई में गन्ना किसानों की आय-उपज बढ़ाने के लिए हुआ किसान सम्मेलन, मशीनों पर खूब हुई चर्चा

उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में गन्ना किसानों की आय और उपज बढ़ाने के लिए कृषि यंत्र मेला एवं किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया. कृषक मेले में गन्ना किसानों के सामने करीब 40 कंपनियों ने अपने उत्पादों और मशीनों का लाइव प्रदर्शन भी किया.

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हरदोई में गन्ना किसानों की आय-उपज बढ़ाने के लिए हुआ किसान सम्मेलन, मशीनों पर खूब हुई चर्चाहरदोई में कृषि मेले का आयोजन

उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में गन्ना किसानों की आय और उपज बढ़ाने के साथ खेती को आधुनिकता से जोड़ने के उद्देश्य से DCM श्रीराम शुगर समूह की लोनी इकाई में कृषि यंत्र मेला एवं किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन हरदोई की मुख्य विकास अधिकारी सानिया छाबड़ा और शाहाबाद के उपजिलाधिकारी अंकित तिवारी ने संयुक्त रूप से किया. कृषक गोष्ठी में वक्ताओं ने गोष्ठी में भाग लेने वाले किसानों से गन्ने की खेती को कृषि यंत्रों और आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल करने पर जोर दिया. किसानों को गन्ने की अच्छी पैदावार करने वाली उन्नतशील किस्मों की भी जानकारी दी गयी. इस मौके पर गन्ना उत्पादन में लगे किसानों के लिए 221 कृषि यंत्रों का भी वितरण किया. कृषक मेले में गन्ना किसानों के सामने करीब 40 कंपनियों ने अपने उत्पादों और मशीनों का लाइव प्रदर्शन भी किया. 

किसानों में बढ़ेगी जागरुकता

डीसीएम श्रीराम शुगर समूह की लोनी इकाई में कृषि यंत्र मेला एवं किसान गोष्ठी के उद्घाटन के बाद हरदोई की मुख्य विकास अधिकारी सानिया छाबड़ा ने कृषक गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कहा कि गन्ने की खेती में आधुनिक यंत्रों का उपयोग न केवल उत्पादन बढ़ाने का माध्यम है बल्कि यह किसानों की लागत कम करने में भी मददगार है. उन्होंने ऐसे आयोजनों को किसानों में जागरूकता बढ़ाने की दिशा में सराहनीय कदम बताया.

किसानों को गन्ने की बेहतर किस्मों की जानकारी

इस मौके पर जिला गन्ना अधिकारी निधि गुप्ता ने पेराई सत्र 2025-26 के लिए जारी गन्ना आपूर्ति सट्टा नीति में किए गए बदलावों की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस साल छोटे और महिला कृषकों को विशेष प्राथमिकता दी गई है. साथ ही मशीने से गन्ना कटाई को बढ़ावा दिया जाएगा. उन्होंने गन्ने की को० 0238 प्रजाति में बढ़ते लाल सड़न रोग पर चिंता जताते हुए किसानों से उन्नतशील किस्म जैसे को०लख०14201, को०0118, को०शा०13235, को०शा०16202 और को०15023 की बुवाई करने के लिए प्रोत्साहित किया.

आधुनिक तकनीकों के उपयोग को बढ़ावा

DCM श्रीराम समूह के अधिशासी निदेशक व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (चीनी मिल ) रोशन लाल टामक ने कहा कि खेती की आमदनी बढ़ाने का मूल मंत्र उत्पादन बढ़ाने में है. उन्होंने किसानों को RMD मशीन, ड्रोन स्प्रे तकनीक और जैविक खाद के उपयोग को अपनाने की सलाह दी. टामक ने बताया कि समूह की चारों चीनी मिलों के 145 किसानों को 50,000 रुपये तक की नकद पुरस्कार राशि देकर सम्मानित किया गया है.

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उन्होंने आगे बताया कि डीसीएम श्रीराम समूह ने पिछले तीन सालों में 460.34 मिलियन लीटर पानी बचाने में सफलता पाई है. यह ट्रेंच प्लानिंग, ट्रैश मल्चिंग और लेजर लेवलिंग जैसी आधुनिक तकनीकों को अपनाने से संभव हुआ. कृषक गोष्ठी को संबोधित करते हुए राज्य गन्ना किसान संस्थान, शाहजहांपुर के सहायक निदेशक डा. पी.के. कपिल ने कहा कि इस तरह के आयोजन कृषकों के लिए बहुत जरूरी हैं, क्योंकि यंत्रीकरण खेती की लागत को कम करने में सहायक है.

40 कंपनियों ने किया लाइव प्रदर्शन 

मेले में सोनालिका, वीएसटी, कुबोटा, शक्तिमान, श्रीराम फार्म सॉल्यूशन्स, नाटको, कोरोमंडल समेत 40 कंपनियों ने अपने उत्पादों और मशीनों का लाइव प्रदर्शन किसानों के सामने किया. कार्यक्रम में 221 कृषि यंत्रों का वितरण किया गया जिनमें छोटे ट्रैक्टर और गन्ना बुवाई मशीन शामिल थीं. कृषक गोष्ठी में किसानों में गन्ना की खेती के आधुनिक विधि और जागरूकता के लिए गन्ना खेती पर आधारित नुक्कड़ नाटक और लोकगीतों की प्रस्तुति दी. कार्यक्रम में डीसीएम श्रीराम समूह के सीईओ आशुतोष त्रिपाठी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रदीप त्यागी, उपाध्यक्ष पी.के. सिंह, अपर उपाध्यक्ष राजा श्रीवास्तव, सहायक उपाध्यक्ष संजय तोमर, गन्ना विकास परिषद के अधिकारी, सचिव और क्षेत्रीय किसान बड़ी संख्या में उपस्थित रहे. कार्यक्रम का संचालन डॉ. सुरेश चंद्र मिश्रा और अली आरजू जैदी ने किया. 
(रिपोर्ट: प्रशांत पाठक)

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