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क्‍या वाकई लोकसभा चुनाव के पहले चरण पर मौसम का पड़ा था असर? कैसा होगा दूसरा राउंड  

क्‍या वाकई लोकसभा चुनाव के पहले चरण पर मौसम का पड़ा था असर? कैसा होगा दूसरा राउंड  

19 अप्रैल को भारत में लोकसभा चुनावों का आगाज हो गया है. अब 26 अप्रैल को दूसरे चरण के साथ यह चुनाव एक कदम और आगे बढ़ जाएगा. दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में सबसे बड़ी चुनावी प्रक्रिया का पहला चरण सभी के हिसाब से एक नीरस मामला साबित हुआ है. साल 2019 से अगर तुलना करें तो इस बार पहले चरण का मतदान प्रतिशत चार फीसदी कम था. कई और वजहें भी हैं जिनकी वजह से मतदान प्रतिशत में गिरावट आई है.

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लोकसभा चुनाव के दूसरा चरण के लिए कल वोटिंग  लोकसभा चुनाव के दूसरा चरण के लिए कल वोटिंग

19 अप्रैल को भारत में लोकसभा चुनावों का आगाज हो गया है. अब 26 अप्रैल को दूसरे चरण के साथ यह चुनाव एक कदम और आगे बढ़ जाएगा. दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में सबसे बड़ी चुनावी प्रक्रिया का पहला चरण सभी के हिसाब से एक नीरस मामला साबित हुआ है. साल 2019 से अगर तुलना करें तो इस बार पहले चरण का मतदान प्रतिशत चार फीसदी कम था. कई और वजहें भी हैं जिनकी वजह से मतदान प्रतिशत में गिरावट आई है. लेकिन कई लोग सूरज की कठोर चमक और तेज गर्मी को भी दोषी मान रहे हैं. लेकिन क्या वाकई इस दावे में कोई दम है? 

मतदान में 4 फीसदी की गिरावट 

इंडिया टुडे की डेटा इंटेलीजेंस यूनिट ने उन 20 संसदीय क्षेत्रों का विश्लेषण किया जहां मतदान प्रतिशत और तापमान में सबसे अधिक गिरावट आई थी. इस विश्‍लेषण के नतीजों में साफ हुआ है कि स्थिति मिली-जुली थी.  पहले चरण की 102 सीटों पर कुल मतदान 2019 के चुनावों की तुलना में लगभग चार प्रतिशत कम हो गया. इससे मतदाता भागीदारी को प्रभावित करने वाले कारकों पर सवाल उठ रहे हैं. 

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राजस्थान के गंगानगर और जयपुर ग्रामीण में मतदान प्रतिशत में क्रमश 8.11 प्रतिशत और 8.69 प्रतिशत की गिरावट. जबकि 2019 की तुलना में तापमान में 2.5 डिग्री सेल्सियस से ज्‍यादा की गिरावट दर्ज की गई. वहीं उत्तर प्रदेश के बिजनौर और बिहार के नवादा में तापमान में 4 डिग्री सेल्सियस से अधिक की वृद्धि देखी गई. साथ ही यहां पर मतदान प्रतिशत में क्रमशः 7.42 और 6.44 प्रतिशत की गिरावट आई. रामपुर में तापमान में मामूली गिरावट के बावजूद मतदान प्रतिशत में 7.32 प्रतिशत की कमी आई. 

मतदान प्रतिशत पर सिर्फ मौसम ने ही असर डाला हो, ऐसा नहीं है. जलवायु, स्थानीय मुद्दे, चुनाव का समय और राजनेताओं और स्थानीय उम्मीदवारों के बारे में धारणाओं सहित असंख्य कारकों से प्रभावित हो सकता है.  

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कैसा रहेगा दूसरा चरण? 

2024 के लोकसभा चुनाव का दूसरा चरण 26 अप्रैल को होगा और इसमें 13 राज्‍यों की 88 सीटों पर मतदान होगा. मौसम विज्ञान की मानें तो इस चरण में लू और भीषण गर्मी पड़ने की आशंका है. दूसरे चरण के तहत केरल में 20, कर्नाटक में 14, राजस्थान में 13, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में आठ-आठ, मध्य प्रदेश में छह और बिहार और असम में पांच-पांच सीटों पर मतदान होगा. छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल में तीन-तीन सीटों और त्रिपुरा और जम्मू-कश्मीर में एक-एक सीट पर शुक्रवार को मतदान होगा, साथ ही बाहरी मणिपुर निर्वाचन क्षेत्र के शेष हिस्से में भी मतदान होगा.