बॉलीवुड के लीडिंग एक्टर अनुपम खेर ने अपनी एक्ट्रेस पत्नी और चंडीगढ़ से सांसद किरण खेर का एक इंटरव्यू शेयर किया है. इस इंटरव्यू में एक्ट्रेस ने खुलासा किया है कि आखिर क्यों वह इस बार लोकसभा चुनाव में मैदान में नहीं उतरना नहीं चाहती हैं. किरण, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सांसद हैं. इस इंटरव्यू में उन्होंने साफ किया है कि पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया, ऐसा नहीं है बल्कि उन्होंने खुद इस बार चुनाव न लड़ने का फैसला किया था. इस बारे में उन्होंने पार्टी को बताया था और टिकट न देने का अनुरोध किया था. किरण की जगह इस बार संजय टंडन चंडीगढ़ लोकसभा सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार हैं.
टाइम्स नाउ को दिए एक इंटरव्यू में किरण ने बताया, 'दो महीने पहले, मैं हमारे पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मामलों के मंत्री अमित शाह से मिली थी. मैंने उनसे अनुरोध किया कि वो इस बार मुझे बाहर रहने दें. जब मैं बीमार पड़ी और मुझे मल्टीपल मायलोमा हो गया तो मुझे अपने इलाज के लिए करीब एक साल तक मुंबई में रहना पड़ा. ईश्वर की कृपा से अब मैं पूरी तरह ठीक हूं. लेकिन उस साल मैं चंडीगढ़ नहीं जा सकी. मैं नहीं चाहती थी कि मेरी गैर मौजूदगी की वजह से मेरी पार्टी को नुकसान हो. किरण ने हाल ही में कैंसर से लड़ाई जीती है.
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इंटरव्यू में किरण ने यह भी बताया कि जब वह बीमार पड़ी थीं तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे संपर्क किया था. उन्होंने कहा, ' जब मैं बीमार पड़ी तो उन्होंने मुझे कॉल किया. उन्होंने मुझसे किसी भी बात की चिंता न करने को कहा और मुझसे निश्चिंत रहने का आग्रह किया क्योंकि मैं संसद सत्र छूटने को लेकर बहुत चिंतित थी. मैंने कभी भी सत्र नहीं छोड़ा और मेरी उपस्थिति और भागीदारी बहुत अच्छी रही है.' किरण ने आशा जताई कि वह भविष्य में भी अपनी पार्टी के लिए योगदान देना जारी रखेंगी.
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उनका कहना था कि वह कई और क्षेत्रों में काम करने और कई दूसरी चीजें करने के लिए उत्सुक हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि वह फिर से अपनी पार्टी के लिए काम कर पाएंगी. किरण खेर ने चंडीगढ़ में एक पार्टी कार्यकर्ता के रूप में उनके प्रयासों को स्वीकार करते हुए अमित शाह के उत्साहवर्धक शब्दों को भी याद किया. किरण साल 2014 और 2019 में लगातार दो बार लोकसभा चुनाव जीतने में सफल रहीं. लेकिन 10 साल के अपने लोकसभा कार्यकाल के बाद भी वह 'बाहरी' होने के टैग से छुटकारा पाने में विफल रहीं.
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