मौसम की मार से जूझ रहे किसानों को राहत देने के लिए यूपी सरकार ने फसलों को हुए नुकसान का सर्वे कराया है. यूपी के राहत आयुक्त ने 15 मार्च से 02 अप्रैल के बीच हुई बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से हुए नुकसान का सर्वे कर अपनी अंतरिम रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है.
रिपोर्ट में बताया गया है कि अब तक 11 जनपदों के कुल 01 लाख 07 हजार 523 किसानों का कुल 35,480.52 हेक्टेयर कृषि क्षेत्र प्रभावित हुआ है. सरकार इस नुकसान की भरपाई के रूप में किसानों को कुल 5859.29 लाख रुपये मुआवजा देगी.
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभिन्न जनपदों में ओलावृष्टि एवं वर्षा से फसलों को हुए नुकसानके सर्वे के आधार पर प्रभावित किसानों को कृषि निवेश अनुदान राहत प्रदान करने के लिए संबंधित जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है.
राहत आयुक्त ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि 31 मार्च से 02 अप्रैल के बीच हुई बारिश एवं ओलावृष्टि से किसानों को हुए नुकसान का 10 जिलों में अभी सर्वे चल रहा है. सीएम योगी ने इन जिलों में भी जिलाधिकारियों को सर्वे का काम यथाशीघ्र पूरा करने को कहा है. जिससे किसानों को समय से मुआवजा दिया जा सके.
राहत आयुक्त कार्यालय के अनुसार 31 मार्च से 02 अप्रैल के मध्य राज्य के 10 जनपद (फतेहपुर, पीलीभीत, बरेली, सीतापुर, अलीगढ़, मुरादाबाद, सोनभद्र, हमीरपुर, सम्भल तथा उन्नाव) ओलावृष्टि एवंं वर्षा से प्रभावित हुए हैं. इन जनपदों में फसल क्षति का प्लाटवार आकलन कराया जा रहा है.
राहत आयुक्त कार्यालय से प्राप्त विवरण के अनुसार 15 मार्च से अब तक हुए सर्वे में प्रदेश में हुई बेमौसम बारिश एवं ओलावृष्टि से 11 जनपदों में किसानों की फसलें प्रभावित हुई हैं. इनमें फतेहपुर जिले में 5026 किसानों की 1343 हेक्टेयर, आगरा में 4738 किसानों की 2804.15 हेक्टेयर, बरेली में 3090 किसानों की 559 हेक्टेयर, चंदौली में 11,265 किसानों की 2986.81 हेक्टेयर, हमीरपुर में 396 किसानों की 271.83 हेक्टेयर, झांसी में 205 किसानों की 145 हेक्टेयर, ललितपुर में 7380 किसानों की 6216.23 हेक्टेयर, प्रयागराज में 9252 किसानों की 4448.20 हेक्टेयर, उन्नाव में 5505 किसानों की 2801 हेक्टेयर, वाराणसी में 58393 किसानों की 13112 हेक्टेयर तथा लखीमपुर खीरी में 2273 किसानों की 792.52 हेक्टेयर में फसलें खराब हुई हैं.
इस प्रकार, 11 जनपदों में कुल 01 लाख 07 हजार 523 किसानों का कुल 35480.52 हेक्टेयर कृषि क्षेत्र में फसलों का नुकसान हुआ है. इस नुकसान के एवज में प्रभावित किसानों को कुल 5859.29 लाख रुपये मुआवजे के रूप में देय है.
गौरतलब है कि किसानों को प्राकृतिक आपदा में फसल नष्ट होने पर सरकार की ओर से उचित मुआवजा दिया जाता है. मुआवजे के तय मानकों के मुताबिक खराब मौसम में किसानों की कम से कम 33 प्रतिशत फसल नष्ट होना जरूरी है.
यूपी में 15 मार्च से बिगड़ा मौसम का मिजाज अभी तक पूरी तरह से ठीक नहीं हुआ है. गत 31 मार्च से 02 अप्रैल के बीच प्रदेश के तमाम इलाकों में ओलावृष्टि और बारिश से किसानों की रबी की फसलों को काफी नुकसान हो चुका है. मौसम विभाग की मानें तो अभी मौसम के खराब होने का अभी एक दौर अगले 48 घंटों में देखने को मिल सकता है.
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक यूपी के पश्चिमी जोन में 03 अप्रैल को 1 या 2 स्थानों पर गरज चमक के साथ वर्षा होने की संभावना है. विभाग ने 04 अप्रैल को भी प्रदेश को दोनों जोन (पश्चिमी और पूर्वी) में 1 या 2 स्थानों पर गरज चमक के साथ वर्षा होने का पूर्वानुमान जताया है. विभाग ने पश्चिमी जोन में 04 अप्रैल को 1 या 2 स्थानों पर मेघ गर्जन के साथ बिजली चमकने का येलो अलर्ट भी जारी किया है.
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