उप्र में गन्ना विभाग के अधिकारियों की सक्रियता से घटतौली का कारनामा हुआ उजागर

उप्र में गन्ना विभाग के अधिकारियों की सक्रियता से घटतौली का कारनामा हुआ उजागर

उत्तर प्रदेश में गन्ना विभाग के अधिकारियों ने एक चीनी मिल में घटतौली का मामला उजागर कर इससे जुड़े कुछ लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है. विभाग की ओर से आज बताया गया कि मुजफ्फरनगर जिले में खाईखेड़ी स्थित उत्तम शुगर मिल्स लिमिटेड के बाह्य क्रय केन्द्र पर चीनी मिल प्रबंधन द्वारा तौल कांटों में इस्तेमाल हो रहे हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी करके किसानों की उपज में घटतौली की जा रही थी

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उप्र में गन्ना विभाग के अधिकारियों की सक्रियता से घटतौली का कारनामा हुआ उजागरगन्ना तौल में घटतौली उजागर

उत्तर प्रदेश में गन्ना विभाग के अधिकारियों ने एक चीनी मिल में घटतौली का मामला उजागर कर इससे जुड़े कुछ लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है. विभाग की ओर से आज बताया गया कि मुजफ्फरनगर जिले में खाईखेड़ी स्थित उत्तम शुगर मिल्स लिमिटेड के बाह्य क्रय केन्द्र पर चीनी मिल प्रबंधन द्वारा तौल कांटों में इस्तेमाल हो रहे हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी करके किसानों की उपज में घटतौली की जा रही थी. यह काम मिल के हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर सेवा प्रदाताओं की मिलीभगत से किया जा रहा था. विभाग का दावा है कि चीनी मिल गेट एवं बाह्य क्रय केन्द्रों पर सुचारू रूप से गन्ना आपूर्ति सुनिश्चित कराने के साथ ही साथ घटतौली पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए पहले से ही विस्तृत निर्देश जारी किए गए हैं. जिससे गन्ना किसानों के व्यापक हित संरक्षित हो सके. दिशा निर्देशों में चीनी मिल, तौल क्लर्क, तुलाई मशीनें, इनके सॉफ्टवेयर और एएमसी बनाने वालों के लिए जरूरी मानक तय किए गए है.

ये था मामला 

प्रदेश के आयुक्त, गन्ना एवं चीनी, संजय आर भूसरेड्डी ने बताया कि 17 जनवरी को मुजफ्फरनगर के जिला गन्ना अधिकारी एवं सहायक चीनी आयुक्त के विभागीय मोबाइल फोन पर सूचना प्राप्त हुई कि उत्तम शुगर मिल्स लि. के बाह्य क्रय केन्द्र पर गन्ना घटतौली हो रही है. इस पर संज्ञान लेते हुए संबंधित क्षेत्र के खांडसारी अधिकारी एवं खांडसारी निरीक्षक द्वारा उक्त गन्ना क्रय केन्द्र का निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के समय मौके पर मौजूद नन्हेड़ा निवासी किसान विश्वेन्द्र पुत्र राम सिंह गन्ना से भरी गाड़ी का कांटे पर वजन 46.70 कुन्तल दिखा तथा तौल लिपिक द्वारा एचएचसी मशीन में एक दबाने पर उसी गाड़ी का वजन 45.80 कुन्तल प्रदर्शित हुआ. किसानों के समक्ष एचएचसी मशीन को वजन बताने वाले डिस्प्ले बोर्ड से जब अलग कराया गया तो  कांटे ने शून्य भार पर शून्य वजन प्रदर्शित किया। फिर इसी अवस्था में गन्ने से भरी गाड़ी को चढ़ाया गया तो वजन 46.70 कुन्तल प्रदर्शित हुआ. गन्ने से भरी गाड़ी के साथ जब कांटे पर 03 कुन्तल के प्रमाणित बाट रखे गये तो काटे ने वजन 49.70 कुन्तल दर्शाया. 
भूसरेड्डी ने कहा कि इससे तौल कांटो के हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर तथा एएमसी सेवा प्रदाताओं की मिलीभगत से चीनी मिल की तौल मशीन में छेड़छाड़ (टेंपरिंग) की गयी है. चीनी मिल के इस कारनामे से एक ओर गन्ना किसानों का आर्थिक नुकसान हो रहा है, वहीं दूसरी ओर विभाग की छवि भी धूमिल हुई है.

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दर्ज हुई एफआईआर

भूसरेड्डी ने बताया कि तौल मशीनों में छेड़छाड़ कर गन्ना घटतौली करने पर चीनी मिल मालिक राजकुमार अधलखा और मिल के एक अन्य आला अधिकारी विकास ठाकुर, क्रय केन्द्र के तौल लिपिक पृथ्वी सिंह, और चीनी मिल के आईटी हेड बसी हैदर जैदी सहित अन्य संबद्ध लोगों के खिलाफ आपराधिक कानून की सुसंगत धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. जिन अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है उनमें मिल के सीएफओ शंकर लाल शर्मा, चीनी मिल को हार्डवेयर की सेवा देने वाले शरद जौहरी एवं साफ्टवेयर मुहैया कराने वाले पंकज चौधरी तथा एमिटी कंपनी के प्रबंध निदेशक ए के सक्सेना भी शामिल हैं.

दी गई चेतावनी  

गन्ना आयुक्त ने चीनी मिलों को चेतावनी दी है कि यदि भविष्य में किसी तौल लिपिक की संलिप्तता घटतौली में पायी जाती है तो उसका लाइसेंस निलंबित कर उसे निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी. साथ ही यदि चीनी मिल प्रबंधन, सरकारी कर्मचारी या तौल मशीनों के सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर एवं एएमसी मुहैया कराने वालों की संलिप्तता घटतौली में पाई गयी तो इनके खिलाफ भी सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

 

 

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