Farrukhabad Farmer Story: फर्रुखाबाद के सफल किसान बबलू राजपूत ने मौसमी फसलों की पैदावार करने के लिए अपने हौसले और मेहनत से एक महत्वपूर्ण उदाहरण प्रस्तुत किया है. किसान बबलू राजपूत ने अपने गांव नगरिया देवरामपुर में सेब और अंजीर की फसल उगाना शुरू किया, शुरू में लोगों को लोगा कि यह फसल यहां कैसे हो सकती है क्योंकि वातावरण इन फसलों का नहीं है लेकिन उन्होंने इस काम को करने की ठानी. बबलू राजपूत की मुहिम ने रंग लाना शुरू कर दिया है. आज बबलू एक सफल किसान के रूप में उभर कर सामने आएं हैं. इंडिया टूडे के डिजिटल प्लेटफॉर्म किसान तक से बातचीत में बबलू राजपूत ने बताया कि पिछले वर्ष फरवरी में उन्होंने 200 पेड़ सेब, 500 पेड़ अंजीर के साथ-साथ 5 पेड़ बादाम और 6 पेड़ नारियल लगाए थे. शुरुआत में पेड़ छोटे थे, लेकिन वे प्रति किलोग्राम 120 रुपया की बिक्री से करीब एक लाख रुपये का लाभ प्राप्त करने में सफल रहे. उन्होंने कहा कि सेब का पेड़ पंजाब से लेकर आए थे.
बबलू आगे बताते हैं कि सेब की खेती करते हुए डेड़ वर्ष हो गए है, वहीं अंजीर की खेती करते दो वर्ष का वक्त हुआ है. किसान बबलू राजपूत ने फर्रुखाबाद जिलाधिकारी रहे मानवेंद्र सिंह से प्रेरणा लेकर बागवानी शुरू किया था, और उन्हें इससे बेहतर लाभ प्राप्त हो रहा है. कृषि विभाग भी इस नए उत्पादन में सहयोग कर रहा है, और अन्य किसान भी अब इस खेती की जानकारी प्राप्त करने के लिए जिले में आ रहे हैं. मानवेंद्र सिंह हमेशा हम लोगों को कहते थे अगर इजराइल के बेस पर खेती की जाए, तो सभी किसान सफल हो सकते है. जिसका नतीजा है कि आज हम सेब और अन्य फलों की खेती करके मुनाफा कमा रहे है.
दरअसल, किसान बबलू राजपूत ने यह साबित कर दिया कि फसल उगाने का जज्बा होना चाहिए, पैसा अपने आप आने लगता है. उन्होंने कहा कि 5 बीघा जमीन में इसराइल से लाए गए अन्ना किस्म के पौधे लगाए गए. अब इन सेब के पेड़ों पर फल लग रहे हैं. 2021-22 में अंजीर के पौधे लगाए गए पहले साल में अंजीर की बिक्री के तौर पर 55 हजार रुपये से शुरू हुई तो अगले साल 125 किलो अंजीर निकाल कर उन्होंने बाजार में बेच दिया.
बबलू ने बताया कि सेब के एक पेड़ से 350 फल निकलकर आए, कुल 200 पेड़ सेब के लगाए थे, आज सेब से मुझे अच्छी इनकम हो रही है. उन्होंने बताया कि अभी अंजीर के फल तैयार हो गए है, हम बहुत जल्द इसे तोड़कर बाजार में बेच देंगे. बता दें कि फर्रुखाबाद जिले में आलू उत्पादन के मामले में किसानों का सबसे ज्यादा रुझान है, लेकिन अब मौसमी फलों की खेती भी करने लगे है.
बबलू राजपूत के खेत में लगी सेब, अंजीर की फसल लखनऊ तक धूम मचा रही है. किसान बबलू द्वारा लगाए सेब के पेड़ों पर इस गर्मी के मौसम में भी दर्जनभर फल लगे हुए साफ देखे जा सकते हैं. किसान की कड़ी मेहनत से खेत में सेब का बगीचा लगाया है. जिसमें सेब आ चुके हैं. अब फर्रुखाबाद में हिमाचल जैसे सेब की खेती देखने के लिए लोग दूर दराज से बबलू के गांव आ रहे हैं. अपने 10 बीघा खेत में सेब, बादाम, अंजीर और नारियल के पेड़ भी उगा दिए हैं.
बबलू ने बताया कि वह अपने स्तर पर नई तकनीक से खेती कर रहे हैं. उनकी मेहनत का परिणाम हैं कि फर्रुखाबाद में भी सेब, बादाम व अंजीर की खेती हो रही है. बबलू ने बताया कि अंजीर की खेती से इस साल 2-3 लाख रुपये की आय हो जाएगी. इससे पहले अंजीर की खेती से 67 हजार रुपये मुनाफा कमाया था. सुखी अंजीर की कीमत एक किलो 3000 हजार रुपये के रेट से बिक जाती है.
किसान बबलू राजपूत का कहना है कि उन्हें बचपन से ही कुछ अलग कर अपना नाम बनाने की ठानी थी. फर्रुखाबाद में आलू गेंहूं व मक्का की खेती जगह जगह होती है. लेकिन उन्हें इससे हटकर कुछ अलग करने की चाह थी.
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