
देश में मोटे अनाज के उत्पादन को बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार के द्वारा बजट में भी विशेष प्रावधान किया गया है. यहां तक की मिलेट्स को 'श्रीअन्न' नाम दिया गया है. मोटे अनाजों में ज्वार का एक विशेष स्थान है. वही देश में ज्वार का उत्पादन गेहूं, चावल, मक्का के बाद सबसे ज्यादा किया जाता है. देश में हरित क्रांति के पहले सबसे ज्यादा ज्वार का ही उत्पादन होता था, लेकिन 1968 के बाद इसका उत्पादन धीरे-धीरे कम हो गया. वहीं 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष के तौर पर मनाया जा रहा है. इसलिए फिर से राज्य सरकारों के द्वारा भी मोटे अनाज के उत्पादन को बढ़ाने के लिए प्रयास शुरू हुए हैं. आगरा में आयोजित मिलेट्स मेले में मोटे अनाज से बने हुए कई उत्पादों को प्रदर्शित किया गया. वहीं कानपुर के हर्षवर्धन के द्वारा बनाए गए ज्वार के पोहे और रागी के फ्लेक्स को खूब सराहा गया.
ज्वार को दुनिया के सिर्फ 5 अनाज में स्थान दिया गया है. 8000 ईसा पूर्व ज्वार की खेती सबसे पहले अफ्रीका के सहारा क्षेत्र में होती थी. वही हड़प्पा युग में भी 2,000 ईसा पूर्व के आसपास ज्वार की खेती के साक्ष्य मिले हैं. ज्वार एक सूखा सहिष्णु फसल है जिसे किसी भी वातावरण में उगाया जा सकता है. ज्वार को मोटे अनाजों में शामिल किया गया है. यह पूरी तरह से ग्लूटेन फ्री होता है. इसमें पोषक तत्व भरपूर होते हैं. शरीर को स्वस्थ रखने के लिए विटामिन, खनिज, प्रोटीन और फाइबर की जरूरत होती है. यह सभी ज्वार में मौजूद हैं. इसीलिए ज्वार का पोहा लोगों के बीच खूब लोकप्रिय हो रहा है.
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मोटे अनाज को लेकर काम करने वाले हर्षवर्धन बताते हैं कि वह पिछले 5 सालों से मोटे अनाज के अलग-अलग तरह के value-added प्रोडक्ट बना रहे हैं. उनके द्वारा बनाए हुए रागी का फ्लेक्स काफी ज्यादा उपयोगी है. इसके नियमित उपयोग से डायबिटीज के मरीजों को काफी ज्यादा फायदा होता है, क्योंकि इसमें प्रोटीन, आयरन के साथ-साथ फाइबर भरपूर होता है.
कानपुर के रहने वाले हर्षवर्धन पिछले 5 सालों से मिलेट्स के ऊपर काम कर रहे हैं. वो फिलहाल मिलेट्स डोसा और अलग-अलग तरह के मिलेट्स से बने हुए कुकीज बनाते हैं जो कोकोनोट और चॉकलेट फ्लेवर में है. वे अपने प्रोडक्ट में नेचुरल सामान का ही प्रयोग करते हैं. वही उनकी बनाई हुई कुकीज बच्चों के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होती है. बच्चे चॉकलेट और बिस्कुट को लेकर काफी ज्यादा उत्साहित होते हैं. इसीलिए उन्होंने खास बच्चों के लिए ही अलग-अलग तरह के कुकीज बनाई है जो उनको स्वस्थ रखने में मदद करेगा.
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