देसी बीजों से करें धान की खेती और पाएं अधिक मुनाफा, जानिए क्या है ये आसान तरीका

देसी बीजों से करें धान की खेती और पाएं अधिक मुनाफा, जानिए क्या है ये आसान तरीका

अगर किसान देसी बीजों का सही तरीके से चयन करें, घरेलू विधियों से बीजों की जांच करें और उन्हें बीज अमृत से उपचारित करें, तो कम लागत में अधिक उत्पादन लेना संभव है. इस पारंपरिक ज्ञान को अपनाकर किसान फिर से खेती को फायदे का व्यवसाय बना सकते हैं.

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देसी बीजों से करें धान की खेती और पाएं अधिक मुनाफा, जानिए क्या है ये आसान तरीकाधान की खेती

वर्तमान समय में किसान अपने खेतों में धान की रोपाई की तैयारी में जुट गए हैं. वे खेतों को तैयार कर रहे हैं और अपनी सुविधा के अनुसार धान की किस्मों का चयन भी कर रहे हैं. बाजार में हाइब्रिड और रिसर्च बीजों की भरमार है, लेकिन सवाल यह है कि कौन से बीज चुने जाएं ताकि कम लागत में अधिक उत्पादन मिल सके? अनुभवी किसान जो लंबे समय से धान की खेती करते आ रहे हैं वो इस सवाल का जवाब जानते हैं. उनका कहना है कि वे पूरी तरह से जैविक और परंपरागत खेती करते हैं और देसी बीजों के उपयोग से कम लागत में अच्छी आमदनी हासिल कर रहे हैं.

हाइब्रिड बीज नहीं, देसी बीज हैं फायदेमंद

किसान राजकुमार का कहना है कि आजकल किसान बाजार के हाइब्रिड बीजों की तरफ भाग रहे हैं, जिनमें भारी खर्च होता है. वहीं देसी बीज यहां की मिट्टी और मौसम के अनुकूल होते हैं. इनसे तैयार रोपा लगाने पर किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. साथ ही ये बीज कम बीमार पड़ते हैं और उत्पादन भी बढ़िया देते हैं.

देसी बीजों के फायदे

  • देसी बीजों से तैयार अनाज स्वादिष्ट और पौष्टिक होता है.
  • इनमें रोग और कीटों का असर बहुत कम होता है.
  • बीज खुद घर पर तैयार किए जा सकते हैं, जिससे खर्च भी बचता है.
  • इनसे खेती में रासायनिक दवाओं और खाद का खर्च न के बराबर होता है.

ऐसे करें बीज की जांच

बीज की गुणवत्ता जांचने के लिए एक आसान घरेलू तरीका अपनाएं:

  • एक बाल्टी पानी लें और उसमें नमक डालकर घोल बनाएं.
  • जांच के लिए एक अंडा डालें. अगर अंडा तैरने लगे तो घोल तैयार है.
  • अब इसमें धान के बीज डालें. जो बीज तैरें, उन्हें हटा दें. जो बीज नीचे बैठ जाएं, वे अच्छे और बुवाई योग्य हैं.

बीज को मजबूत बनाएं बीज अमृत से

बुवाई से पहले बीजों को बीज अमृत से उपचारित करें. इससे बीजों में रोगों से लड़ने की ताकत बढ़ेगी और उत्पादन भी बेहतर होगा.

बीज अमृत ऐसे बनाएं

  • 1 किलो गाय का गोबर लें और इसे कपड़े में बांधकर 2 लीटर पानी में रातभर भिगो दें.
  • सुबह गोबर को निचोड़ लें और उसी पानी में 2 लीटर गौमूत्र, 100 ग्राम हल्दी और 100 ग्राम चूना मिलाएं.
  • तैयार घोल को बीजों पर छिड़कें या बीजों को उसमें डुबोकर सुखा लें.

कम लागत में ज्यादा मुनाफा

देसी और परंपरागत बीजों से खेती करने पर किसान न सिर्फ पैदावार बढ़ा सकते हैं, बल्कि खेती को लाभ का धंधा भी बना सकते हैं. बाजार से बीज खरीदने के मुकाबले यह तरीका अधिक किफायती और टिकाऊ है.

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