सहारनपुर जनपद में सोमवार देर रात हुई मूसलाधार बारिश और तेज हवाओं ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है. खासतौर से गांव दतौली मुगल में सब्जियों की फसलें बुरी तरह प्रभावित हुई हैं. कई दिनों से जारी गर्मी के बाद मौसम ने अचानक करवट ली, जिससे खेतों में जलभराव की स्थिति बन गई है. इससे बेल वाली सब्जियां जैसे लौकी, खीरा, तोरी और कद्दू की फसलें 25 से 30 प्रतिशत तक बर्बाद हो गई हैं. नीचे के खेतों में खड़ी भिंडी, बैंगन और टमाटर की फसलों को भी खासा नुकसान हुआ है.
सहारनपुर जनपद सब्जी उत्पादन के लिए जाना जाता है, और यहां बड़े पैमाने पर करेला, हरी मिर्च, गोभी जैसी सब्जियों की खेती होती है. बारिश के कारण खेतों में पानी भर गया है, जिससे फसलों की जड़ें सड़ने लगी हैं. किसान ने बताया कि तेज हवाओं और बारिश से कई बीघा की फसल तबाह हो गई है, जिसमें मक्का भुट्टा भी शामिल है. उन्होंने मुख्यमंत्री से मुआवजे की मांग की है.
किसान नौशाद ने बताया कि रात 3 बजे के आसपास तेज तूफान और मूसलाधार बारिश शुरू हुई, जिससे उनकी मेहनत से उगाई गई सब्जियां पूरी तरह बर्बाद हो गईं. उन्होंने कहा कि बीज की कीमत बहुत अधिक होती है और इतनी मेहनत के बाद यह नुकसान बहुत दुखद है. गांव दतौली मुगल के अधिकतर किसानों को इस बारिश से भारी क्षति पहुंची है. खेतों में भरे पानी से फसलों का उत्पादन पूरी तरह रुक गया है. अब किसान सरकार से मदद की आस लगाए बैठे हैं. लगातार बारिश से न सिर्फ फसलें खराब हुई हैं बल्कि खेतों की मिट्टी भी कमजोर हो गई है. इससे आने वाले समय में भी खेती करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है.
ये भी पढ़ें: यूपी के इन 24 जिलों में आज गरज-चमक के साथ होगी बारिश, तेज रफ्तार हवा का भी अलर्ट, जानें IMD अपडेट्स
किसान बताते हैं कि उन्होंने उधार लेकर खेती की थी और अब नुकसान से उनकी आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर हो गई है. मौसम विभाग द्वारा पहले से कोई चेतावनी न दिए जाने के कारण किसान पहले से तैयार नहीं हो सके खेतों में पानी निकालने के कोई पर्याप्त साधन नहीं हैं, जिससे स्थिति और बिगड़ती जा रही है. स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि मौके पर जाकर स्थिति का जायजा ले और प्रभावित किसानों की मदद करे. कई किसानों के पास अब अगली फसल लगाने के लिए भी संसाधन नहीं बचे हैं.
गांव दतौली मुगल में करीब 80 प्रतिशत किसानों की फसलें बर्बाद हो चुकी हैं. लगातार बारिश के कारण खेतों में घास और कीड़े भी पनपने लगे हैं, जो बची-कुची फसलों को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं. प्रशासन और सरकार को चाहिए कि वह तुरंत राहत टीम भेजकर किसानों को आर्थिक सहायता और आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए. किसानों की मेहनत और भविष्य दांव पर लगा हुआ है, और यह जरूरी है कि सरकार समय रहते हस्तक्षेप करे.
ये भी पढ़ें: Weather Updates: दिल्ली में आज भी हल्की बारिश के आसार, महाराष्ट्र में अगले 5 दिनों के लिए ऑरेंज अलर्ट
किसान नौशाद ने कहा कि रात 3 बजे बारिश हुई थी जिससे सब्जियां बर्बाद हो गईं. हमने लौकी, खीरा, कद्दू, भिंडी लगाई थी जो चौपट हो गई. हम चाहते हैं कि सरकार हमारी मदद करके हमें कुछ मुआवजा दे. हमारे गांव का नाम दतौली मुगल है, खेती में हमारी काफी मेहनत लगी और इसका बीज भी काफी महंगा आता है. बारिश से हमारा काफी नुकसान हुआ है. हमारे यहां तूफान के साथ बारिश हुई है जिससे हमारा बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today