मोटे अनाजों को बढ़ावा देने के लिए इस साल ना सिर्फ भारत बल्कि पूरे विश्व में इंटरनेशनल इयर ऑफ मिलेट्स के तौर पर मनाया जा रहा है. इतना ही नहीं देश के प्रधानमंत्री भी अलग-अलग देशों में जाकर मोटे अनाजों को बढ़ावा दे रहे हैं. इसी कड़ी में कृषि विपणन सहकारी नेफेड ने बाजरा को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न सरकारी पहलों पर अपना समर्थन देने के लिए कृषि मंत्रालय के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं. जिसके तहत स्टार्टअप को अपने उत्पादों को बेचने के लिए अतिरिक्त बाजार पहुंच प्राप्त होगी.
सहयोग के तहत, नेफेड अपने सभी खुदरा दुकानों (नेफेड बाजारों) में एक बाजरा कॉर्नर स्थापित करेगा. आपको बता दें नेफेड दिल्ली में बाजरा वेंडिंग मशीन (एमवीएम) स्थापित करेगा. यह मशीनें नोएडा और गुरुग्राम जैसे जगहों पर लगाई जाएंगी. इस बात की घोषणा केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने एक बयान जारी करते हुए कहा है. नेफेड के एक अधिकारी ने कहा, "हम पौष्टिक अनाज को बढ़ावा देने और बाजरा-बेसिक व्यंजनों के समृद्ध इतिहास पर जागरूकता पैदा करने में मदद करने के लिए दिल्ली हाट (आईएनए के पास) में एक बाजरा अनुभव केंद्र स्थापित करने की प्रक्रिया में हैं."
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समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के अवसर पर बोलते हुए, तोमा ने कहा कि सभी केंद्रीय मंत्रालयों और राज्यों, प्रमुख खाद्य और पेय निकायों, और उद्योगों को भारत को 'बाजरा के लिए वैश्विक हब' के रूप में स्थापित करने में मदद करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि बाजरा को लोकप्रिय बनाने और IYOM-23 को बड़ी सफलता बनाने के लिए सभी अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय आयोजनों में बाजरे को शामिल करना महत्वपूर्ण है.कृषि सचिव मनोज आहूजा ने कहा कि सरकार शहर के हवाई अड्डों और सभी जी20 बैठकों के आयोजन स्थलों पर बाजरा की ब्रांडिंग कर रही है.
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