इस राज्य में मार्केट से आलू गायब, अब 60 रुपये किलो हुई कीमत, जनता परेशान

इस राज्य में मार्केट से आलू गायब, अब 60 रुपये किलो हुई कीमत, जनता परेशान

उत्तर प्रदेश से तीन ट्रक और पश्चिम बंगाल से एक ट्रक आलू भुवनेश्वर पहुंचा है. हालांकि, ओडिशा को रोजाना करीब 5,000 टन आलू की जरूरत होती है. सूत्रों के अनुसार, कोल्ड स्टोरेज में उपलब्ध आलू केवल तीन दिनों तक ही चल पाएंगे.

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इस राज्य में मार्केट से आलू गायब, अब 60 रुपये किलो हुई कीमत, जनता परेशानओडिशा में आलू हुआ महंगा. (सांकेतिक फोटो)

ओडिशा के बाजारों में सप्लाई प्रभावित होने से आलू की किल्लत हो गई है. इससे यह बहुत अधिक महंगा हो गया है. कहा जा रहा है कि लोगों को एक किलो आलू के लिए 50 से 60 रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं. बालासोर के एक खुदरा विक्रेता धरणीधर साहू ने कहा कि बाजार में आलू की पर्याप्त आपूर्ति नहीं है. इसलिए, कीमतें आसमान छू रही हैं. महंगाई की वजह से आम जनता के किचन का बजट बिगड़ गया है.

ओडिशा टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, ओडिशा के कई बाजारों से आलू की सप्लाई न के बराबर है. नियाली के एक उपभोक्ता मिनाकेतन स्वैन ने कहा कि बाजार में आलू उपलब्ध नहीं है. हमें एक किलो आलू खरीदने के लिए 50-60 रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं. वहीं, बालासोर के एक खुदरा विक्रेता धरणीधर साहू ने कहा कि बाजार में आलू की पर्याप्त आपूर्ति नहीं है. इसलिए, कीमतें आसमान छू रही हैं.

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क्या कहती है जनता

उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश से आलू से लदे कुछ ट्रक कुछ दिन पहले ओडिशा पहुंचे थे, जिससे यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि राज्य में संकट का समाधान हो जाएगा. हालांकि, पिछले तीन दिनों में बाजार से यह आवश्यक वस्तु लगभग गायब हो गई है. रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश से आलू आने में लगभग चार दिन लग रहे हैं और इस प्रक्रिया में आवश्यक उत्पाद की एक बड़ी मात्रा नष्ट हो रही है. इसके अलावा, पश्चिम बंगाल पुलिस ओडिशा की ओर जा रहे आलू से लदे ट्रकों का पीछा कर उन्हें जब्त कर रही है.

ट्रकों को रोक रही पुलिस

पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा वाहन का पीछा किए जाने के कारण कथित तौर पर आलू से लदे एक ट्रक ने लैलनपुर के पास ओडिशा सीमा पर अपना संतुलन खो दिया. इसके बाद, सभी आलू वापस पश्चिम बंगाल ले जाए गए. लैलनपुर के एक उपभोक्ता ने कहा कि बाजार में आलू उपलब्ध नहीं है. कुछ खुदरा विक्रेता इसे 70-80 रुपये प्रति किलोग्राम बेच रहे हैं. गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.

क्या कहता है महासंघ

उत्तर प्रदेश से तीन ट्रक और पश्चिम बंगाल से एक ट्रक आलू भुवनेश्वर पहुंचा है. हालांकि, ओडिशा को रोजाना करीब 5,000 टन आलू की जरूरत होती है. सूत्रों के अनुसार, कोल्ड स्टोरेज में उपलब्ध आलू केवल तीन दिनों तक ही चल पाएंगे. हालांकि, ओडिशा ब्याबासाई महासंघ ने भरोसा जताया है कि राज्य में आलू का संकट कुछ दिनों में हल हो जाएगा. इस बीच, आपूर्ति निरीक्षकों ने स्थिति का जायजा लेने के लिए पश्चिम बंगाल की सीमा के पास स्थित भोगराई के कई बाजारों का दौरा किया है.

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विपक्ष का आरोप

ओडिशा ब्याबासाई महासंघ के सचिव सुधाकर पांडा ने कहा कि आलू खरीदने के प्रयास किए जा रहे हैं. सरकार नैफेड के माध्यम से भी आलू खरीदने की कोशिश कर रही है और उम्मीद है कि कुछ दिनों में संकट हल हो जाएगा. इस बीच, विपक्षी बीजद ने राज्य में मौजूदा आलू संकट को लेकर सरकार की खिंचाई की. बीजद नेता अरुण साहू ने कहा कि सरकार को बयान देने के बजाय राज्य में आलू संकट को हल करने का प्रयास करना चाहिए. 

 

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