दालों की खेती को बढ़ावा दे रही केंद्र सरकार, सात राज्यों में बांटेगी अरहर और उड़द के बीज

दालों की खेती को बढ़ावा दे रही केंद्र सरकार, सात राज्यों में बांटेगी अरहर और उड़द के बीज

दलहनी फसल को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार ने एक योजना तैयार की है. इस योजना के तहत सरकार सात राज्यों के किसानों को अरहर और उड़द दाल के बीज बांटेगी, जिससे किसान खरीफ सीजन में इसकी खेती कर सकते हैं.

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दालों की खेती को बढ़ावा दे रही केंद्र सरकार, सात राज्यों में बांटेगी अरहर और उड़द के बीजअरहर और उड़द की बीज

देश में खरीफ दलहन की खेती शुरू हो गई है. किसान खरीफ सीजन में बोई जाने वाली दलहनी फसलों की खेती की तैयारी में जुट गए हैं. इस बीच सरकार दलहनी फसलों की बढ़ोतरी और विदेशों से खरीद को कम करने के लिए  बीज वितरण अभियान के माध्यम से 7 राज्यों में दालों की खेती को बढ़ावा देगी. इसके लिए सरकार इन सात राज्यों में किसानों के बीच बीज वितरण करेगी. दरअसल, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के अंतर्गत चल रहे खरीफ सीजन और दालों की कीमतों की निगरानी के लिए जिम्मेदार उपभोक्ता मामले विभाग ने सात राज्यों के एक दर्जन जिलों में बीज वितरण अभियान के जरिए दो दालों अरहर यानी तुअर और उड़द की खेती को बढ़ावा देने की योजना बनाई है.

इन राज्यों में बांटे जाएंगे दहलन के बीज

उपभोक्ता मामलों की सचिव निधि खरे ने कहा कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, कर्नाटक, मणिपुर और त्रिपुरा के चुनिंदा जिलों में बीज वितरण अभियान के तहत किसानों को बीज दिया जाएगा. इस अभियान के जरिए अरहर और उड़द की खेती को बढ़ावा दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि इसके लिए मंत्रालय के तहत आने वाले भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ लिमिटेड (एनसीसीएफ) ने तैयारी शुरू कर दी है.

इन जिलों के किसानों को मिलेगा बीज

सचिव निधि खरे ने कहा कि पिछले साल झारखंड के दो जिलों में चलाया गया पायलट अभियान उत्साहजनक रहा. इसे ही देखते हुए इस अभियान को अन्य राज्यों में भी लागू किया जा रहा है. चालू खरीफ सीजन (2025) में झारखंड के पलामू, लातेहार और गढ़वा, उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर और ललितपुर, बिहार के गया और इलाहाबाद और विजयपुरा में अरहर और उड़द की खेती को बढ़ावा दिया जाएगा. इसके अलावा कर्नाटक में जिलों की पहचान दो मानदंडों के आधार पर की गई थी, वे वर्षा आधारित हैं और उनमें एनआईआईआई (NIII) आयोग द्वारा पहचाने गए 'आकांक्षी ब्लॉक' हैं.

दालों के एमएसपी में बढ़ोतरी की मांग

इन जिलों में बीज वितरण पर 1 करोड़ से अधिक खर्च किए जाएंगे और सरकार बाजार की कीमतों में गिरावट आने पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के आधार पर 100 प्रतिशत खरीद तय करेगी, उन्होंने कहा कि खरीफ विपणन सीजन 2025-26 के लिए अरहर और उड़द के एमएसपी क्रमशः 28,000 और 27,800 प्रति क्विंटल तय किए गए हैं. वहीं, भारत अलग-अलग देशों से करीब एक दर्जन दालों का खरीद करता है. 2023-24 में भारत का दालों का आयात 47.38 लाख टन के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया है, जो 2022-23 में 24.96 लाख टन से लगभग दोगुना है. सरकार ने हाल के वर्षों में दालों के एमएसपी में बढ़ोतरी की है. 

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