दिल्ली-एनसीआर के कई हिस्सों में टमाटर की कीमतें आसमान छू रही हैं मगर कर्नाटक के गदग में गुरुवार को एक अजीबो-गरीब नजारा देखने को मिला. यहां पर गुस्साए किसानों ने लक्ष्मेश्वर स्थित थोक बाजार की ओर जाने वाली सड़कों पर टमाटर फेंक दिए. किसान नाराज थे क्योंकि व्यापारियों ने उन्हें बताया कि टमाटर के दाम गिरकर 2 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गए हैं. इससे नाराज हुए किसानों ने अपनी फसल सड़क पर फेंक दी और घर लौट गए. गौरतलब है कि पिछले हफ्ते टमाटर 30 रुपये किलो बिका था. लेकिन बारिश की वजह से इसकी कीमतें गिरने लगीं.
क्षेत्र में बारिश जारी रहने पर फसल बर्बाद होने के डर से कई किसानों ने बुधवार से थोक मंडी में टमाटर लाना शुरू कर दिया. सूत्रों की मानें तो गदग जिले में लगातार बारिश के कारण थोक बाजार में व्यापारियों ने टमाटर की खराब क्वालिटी के कारण टमाटर खरीदने से इनकार कर दिया. गदग और बाकी शहरों के थोक बाजारों में भी टमाटर की कीमतें 3-5 रुपये प्रति किलोग्राम तक गिर गई हैं. किसानों ने अपनी उपज गदग बाजार में लाना बंद कर दिया है. उनका कहना है कि यहां पर फसल लाने से उन्हें मिलने वाले पैसे से उनकी ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट भी पूरी नहीं हो पा रही है.
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न सिर्फ कनार्टक बल्कि तमिलनाडु के किसान भी टमाटर की खरीद कीमतों में गिरावट से परेशान हैं. यहां पर 30-35 रुपये प्रति किलोग्राम (थोक मूल्य) से टमाटर की कीमत 10 रुपये प्रति किलोग्राम तक आ गई है. यहां के डिंडीगुल और मदुरै जिलों के किसानों के लिए ये कीमतें एक बड़ा झटका है. बाजार में टमाटर की खुदरा कीमतें 15 रुपये से 20 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच हैं. किसानों के अनुसार, पिछले कुछ दिनों से उडुमलाईपेट से भारी मात्रा में फसल आने के कारण खरीद कीमतें गिर रही हैं.
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ओटनचत्रम के टमाटर किसान ने कहा कि उनके पास ओटनचत्रम में कई एकड़ में टमाटर की खेती है. चूंकि टमाटर ओटनचत्रम बाजार में खरीदे और बेचे जाते हैं, इसलिए उन्हें कीमतों में गिरावट का सामना करना पड़ता है. टमाटर की चार किस्में होती हैं और गुणवत्ता के आधार पर, कीमत 100 रुपये से 200 रुपये प्रति बॉक्स (15 किलोग्राम) तय की जाती है. सावन महीने के कारण, कोई धार्मिक उत्सव आयोजित नहीं किया जा रहा है और खानपान कंपनियों के अलावा होटलों की तरफ से भी कोई बड़ी खरीद नहीं की जा रही है. हालांकि तमिलनाडु के बागवानी विभाग के एक अधिकारी ने कीमतों में गिरावट को अस्थायी बताया है. साथ ही उन्होंने किसानों से कहा है कि वो घबराए नहीं.
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