प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 28 फरवरी, 2024 को सभी पात्र किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (पीएम किसान) की 16वीं किस्त जारी की. इसके लिए पीएम मोदी ने 21,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जारी की थी. तब 9 करोड़ से अधिक लाभार्थी किसानों ने इस योजना का फायदा उठाया था. लेकिन अब किसान 17वीं किस्त का इंतजार कर रहे हैं. लेकिन किसानों को 17वीं किस्त को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है.
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना एक केंद्रीय क्षेत्र की स्कीम है. इस योजना की शुरुआत छोटे और सीमांत किसानों की आय बढ़ाने के लिए की गई है. इस योजना के तहत किसानों को साल में 6000 रुपये दिए जाते हैं. ये राशि 2000-2000 रुपये की तीन समान किस्तों में कर के दिए जाते हैं. खास बात यह है कि ये रुपये सीधे किसानों के खातों में ट्रांसफर होते हैं.
ये भी पढ़ें- Heat Stress: पोल्ट्री फार्म के शेड में किया ये खास काम तो नहीं घटेगा अंडे का उत्पादन, पढ़ें डिटेल
पीएम किसान वेबसाइट के अनुसार, पीएम किसान के पंजीकृत किसानों के लिए ई- केवाईसी अनिवार्य है. ओटीपी आधारित ई-केवाईसी पीएम किसान पोर्टल पर उपलब्ध है. बायोमेट्रिक आधारित ई-केवाईसी के लिए निकटतम सीएससी केंद्रों से संपर्क किया जा सकता है. खास बात यह है कि यदि परिवार का कोई सदस्य टैक्स दाता है, तो वे योजना के लाभ के लिए पात्र नहीं हैं.
पीएम किसान योजना के अनुसार, इसे हर चार महीने में, यानी हर साल तीन किस्तों में अप्रैल-जुलाई, अगस्त-नवंबर और दिसंबर-मार्च में जारी किया जाता है. धनराशि तुरंत लाभार्थियों के बैंक खातों में जमा कर दी जाती है. चूंकि 16वीं किस्त फरवरी में जारी की गई थी, इसलिए 17वीं किस्त मई में किसी भी समय आने की उम्मीद की जा सकती है. अगली किस्त जारी होने की तारीख तय नहीं है.
ये भी पढ़ें- गिरफ्तार किसानों को 27 अप्रैल तक रिहा करो वरना होगा तगड़ा आंदोलन, हरियाणा सरकार को चेतावनी
यदि किसी पात्र किसान को पीएम किसान के तहत 2,000 रुपये की 16वीं किस्त नहीं मिली है, तो वह पीएम किसान हेल्पडेस्क पर शिकायत दर्ज कर सकता है. सोमवार से शुक्रवार तक आप शिकायत दर्ज करा सकते हैं. आप ईमेल भेजकर भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं.
ईमेल आईडी: pmkisan-ict@gov.in. और pmkisan-funds@gov.in या
पीएम-किसान हेल्पलाइन नंबर 155261/011-24300606 , पीएम किसान टोल-फ्री नंबर 1800-115-526 है.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today