Agriculture Research: टमाटर के रिसर्च पर बांदा कृषि विश्वविद्यालय की छात्रा को मिला प्रतिष्ठित फेलोशिप अवॉर्ड

Agriculture Research: टमाटर के रिसर्च पर बांदा कृषि विश्वविद्यालय की छात्रा को मिला प्रतिष्ठित फेलोशिप अवॉर्ड

बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय की पीएचडी छात्रा जयश्री सिंह को टमाटर पर उनके उन्नत शोध कार्य के लिए भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST) की प्रतिष्ठित INSPIRE फेलोशिप मिली है. यह फेलोशिप उन्हें उच्च गुणवत्ता वाले टमाटर प्रजनन को गति देने और प्रसंस्करण योग्य किस्मों में प्रमुख जीनों की पहचान करने के उनके प्रयासों के लिए प्रदान की गई है.

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Agriculture Research: टमाटर के रिसर्च पर बांदा कृषि विश्वविद्यालय की छात्रा को मिला प्रतिष्ठित फेलोशिप अवॉर्डबाँदा कृषि विश्वविद्यालय

बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय (BUAT), बांदा की एक होनहार छात्रा, जयश्री सिंह को भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST) द्वारा प्रदान की जाने वाली अत्यंत प्रतिष्ठित 'इंस्पायर फेलोशिप' (Innovation in Science Pursuit for Inspired Research) से सम्मानित किया गया है. जयश्री, जो विश्वविद्यालय के उद्यान महाविद्यालय के सब्जी विज्ञान विभाग में पीएचडी कर रही हैं, इस शैक्षणिक सत्र में पूरे विश्वविद्यालय से इस प्रतिष्ठित फेलोशिप के लिए चयनित होने वाली एकमात्र छात्रा हैं. यह फेलोशिप देश के चुनिंदा और असाधारण मेधावी शोधार्थियों को वैज्ञानिक अनुसंधान के क्षेत्र में आगे बढ़ने और नवाचार को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से प्रदान की जाती है. जयश्री की यह उपलब्धि विश्वविद्यालय, विशेष रूप से सब्जी विज्ञान विभाग के लिए एक बड़ी पहचान है.

क्ववालिटी टमाटर के रिसर्च पर काम 

जयश्री सिंह अपना अहम शोध कार्य बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के सब्जी विज्ञान विभाग में सहायक प्राध्यापक डॉ. मनीष कुमार सिंह के कुशल निर्देशन में कर रही हैं. उनके इस अनुसंधान को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद - भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान (ICAR-IIVR), वाराणसी का भी सक्रिय सहयोग प्राप्त है, जहां वे डॉ. जगेश तिवारी और प्रधान वैज्ञानिक डॉ. अच्युत कुमार सिंह के सह-शोध निर्देशन में कार्य कर रही हैं. 

उनका अनुसंधान 'उन्नत प्रसंस्करण योग्य टमाटर किस्मों की पहचान और उनमें उपस्थित प्रमुख गुणसूचक जीनों की खोज' पर केंद्रित है. इस शोध का प्राथमिक उद्देश्य गुणवत्तायुक्त टमाटर प्रजनन को गति देना है, जिससे किसानों को बेहतर किस्में मिलें और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को उच्च गुणवत्ता वाला कच्चा माल उपलब्ध हो सके. यह कार्य निश्चित रूप से कृषि क्षेत्र और संबंधित उद्योगों दोनों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा.

शैक्षणिक गुणवत्ता और अनुसंधान का नतीजा

जयश्री को यह प्रतिष्ठित फेलोशिप उनकी बेहतर शैक्षणिक पृष्ठभूमि, गहन अनुसंधान क्षमता और विज्ञान के क्षेत्र में उनके समर्पण के आधार पर प्रदान की गई है. यह उनकी कड़ी मेहनत और बौद्धिक क्षमता का प्रमाण है. इस उल्लेखनीय उपलब्धि पर विश्वविद्यालय परिवार में खुशी की लहर है. विभागाध्यक्ष प्रो. अजीत सिंह, जयश्री को बधाई दी. उन्होंने कहा, "यह न केवल छात्रा की प्रतिभा और परिश्रम का फल है, बल्कि यह हमारे विभाग में हो रहे गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान, विश्वविद्यालय की अकादमिक बेहतर और सुदृढ़ शोध परंपरा का भी परिचायक है.

कुलपति प्रो. एस.वी.एस. राजू जी ने भी जयश्री को अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा, "इस प्रकार की राष्ट्रीय स्तर की उपलब्धियां विश्वविद्यालय को शोध और नवाचार के क्षेत्र में एक नई पहचान दिलाती हैं. यह हमारे छात्रों की शोध क्षमता और शिक्षकों के मार्गदर्शन की गुणवत्ता को दर्शाती है." पूरे विश्वविद्यालय परिवार ने जयश्री सिंह को इस उल्लेखनीय उपलब्धि पर बधाई दी है और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है.

जयश्री सिंह ने जताया आभार

अपनी सफलता पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, छात्रा जयश्री सिंह ने कहा, "मैं विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार की अत्यंत आभारी हूं कि उन्होंने मेरे कार्य को इस फेलोशिप के योग्य समझा. यह मेरे लिए अत्यंत सम्मान की बात है. इस सफलता का श्रेय मैं अपने माता-पिता सहित अपने मार्गदर्शक शिक्षक और सब्जी विभाग के हेड प्रो.अजीत सिंह एवं सब्जी विज्ञान विभाग के सभी सम्मानित शिक्षकगण, और विश्वविद्यालय के कुलपति एवं कुलसचिव महोदय सहित पूरे विश्वविद्यालय परिवार को देना चाहती हूं.

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