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जम्मू-कश्मीर में कमाई का जरिया बना हाइब्रिड प्याज का बीज, कई किसानों ने शुरू की खेती

जम्मू-कश्मीर में कमाई का जरिया बना हाइब्रिड प्याज का बीज, कई किसानों ने शुरू की खेती

जम्मू-कश्मीर जिसे आप सब अभी तक केसर, अखरोट और सेब की खेती के लिए जानते थे, अब प्‍याज की खेती में भी आगे बढ़ने लगा है.उधमपुर के किसान सोम राज ने आलू और लहसुन जैसी पारंपरिक फसलों से हटकर  सरकार की तरफ से मुहैया कराए गए हाइब्रिड प्याज के बीज लगाकर एक कदम आगे बढ़ाया है. सोम राज की सफलता की खबर जल्दी ही पड़ोसी गांवों में फैल गई, जिससे हाइब्रिड बीजों के प्रति जिज्ञासा और रुचि पैदा हुई.

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अब उधमपुर के किसान कर रहे हाइब्रिड प्‍याज की खेती अब उधमपुर के किसान कर रहे हाइब्रिड प्‍याज की खेती

जम्मू-कश्मीर जिसे आप सब अभी तक केसर, अखरोट और सेब की खेती के लिए जानते थे, अब प्‍याज की खेती में भी आगे बढ़ने लगा है. जी हां, जम्‍मू के उधमपुर के किसान तो कम से कम ऐसा ही कर रहे हैं. यहां के एक किसान ने हाइब्रिड प्याज की खेती से अच्‍छा मुनाफा भी कमाया है. साथ ही अब वह तैयार हाइब्रिड प्याज के पौधे बाकी किसानों को बेचकर भी फायदा कमा रहे हैं. जानिए इस किसान की कहानी और यह भी कैसे महाराष्‍ट्र से अलग अब जम्‍मू में प्‍याज की खेती कमाल दिखा रही है. 

अगले साल मिलेंगे ज्‍यादा बीज 

उधमपुर के किसान सोम राज ने आलू और लहसुन जैसी पारंपरिक फसलों से हटकर  सरकार की तरफ से मुहैया कराए गए हाइब्रिड प्याज के बीज लगाकर एक कदम आगे बढ़ाया है. उन्‍होंने न्‍यूज एजेंसी एएनआई को बताया, 'हम पारंपरिक तौर पर आलू, लहसुन, हल्दी, फूल और प्याज जैसी कई फसलें उगाते आए हैं. इस साल, हमने हाइब्रिड प्याज के बीज लगाकर एक कदम आगे बढ़ाया है. हमें पहले से ही पड़ोसी गांवों से सकारात्मक रुचि देखने को मिल रही है. इसकी वजह से काम का बोझ तो बढ़ा है लेकिन साथ ही साथ खेती और रोमांचक हो गई है. हमें इस साल एक किलो हाइब्रिड बीज मिले हैं और हमें उम्मीद है कि अगले साल हमें 2-4 किलो बीज अलॉट किए जाएंगे.' उनका कहना था कि सिंचाई के तालाब देना राज्‍यपाल की तरफ से वह तोहफा था जो उनकी उदारता को भी बताता है. 

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बाकी किसान भी इसी रास्‍ते पर 

सोम राज की सफलता की खबर जल्दी ही पड़ोसी गांवों में फैल गई, जिससे हाइब्रिड बीजों के प्रति जिज्ञासा और रुचि पैदा हुई. सोम राज की समृद्धि से प्रभावित दूसरे गांव के किसान शिवरतन गोस्वामी भी अब उनके रास्‍ते पर चलने के लिए उत्सुक हैं. वह कहते हैं, 'हम इस हाइब्रिड बीज पहल का फायदा उठाना चाहते हैं. किसान सोम राज को फायदा होते देखकर हमें इस नए  रास्ते पर चलने की प्रेरणा मिली है. पहले हम देसी बीजों पर निर्भर थे, लेकिन हाइब्रिड किस्म, अपनी ज्‍यादा कीमत के बाद भी कहीं ज्‍यादा मुनाफा देती है.' उनका कहना था कि स्थानीय बीज अपनी लागत के बावजूद एक सीमा तक ही फायदा दे पाते हैं इसलिए हाइब्रिड बीज एक बुद्धिमानी भरा निवेश है.  

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प्‍याज की खेती में है फायदा 

उधमपुर के मुख्य कृषि अधिकारी संजय आनंद ने सोम राज की पहल की सराहना की. साथ ही उन्‍होंने किसानों के बीच फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने के लिए सरकार के प्रयासों के बारे में भी बताया. उन्‍होंने कहा, 'हम किसानों को अपनी फसलों में विविधता लाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं जैसे किसान सोम राज ने हाइब्रिड प्याज की खेती की. सिर्फ मुख्य फसलों पर ध्यान केंद्रित करने से अक्सर सीमित लाभ मिलता है. प्याज जैसी सब्जी की खेती से काफी ज्‍यादा इनकम की संभावना है. इस साल हमने उधमपुर में 340 हेक्टेयर में प्याज की खेती को प्राथमिकता दी है.' 

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उन्‍होंने बताया कि स्थानीय किसानों को प्राथमिकता दी जा रही है लेकिन उन किसानों का भी स्वागत है जो अपनी फसलों को बेहतर बनाने के लिए उत्सुक हैं. मीटिंग्‍स के जरिये हाइब्रिड बीजों को पेश करना और सोम राज जैसे सफल उदाहरणों को प्रदर्शित करना किसानों को प्रेरित करने के लिए महत्वपूर्ण रहा है.