गेंदा फूल की खेती काफी फायदेमंद मानी जाती है. जून-जुलाई का महीना इसकी खेती के लिए इसलिए बेहतर समय माना जाता है क्योंकि इस समय पर खेती करने पर किसान दीपावली, दुर्गा पूजा और छठ इन त्योहारों के सीजन के दौरान अपने फूल खेत से तोड़ सकते और बाजार में बेच सकते हैं. ऐसे तो गेंदा फूल की मांग पूरे साल होती है पर त्योहारी सीजन में इसकी मांग भी अधिक होती है कीमत भी अच्छी मिलती है. इसके अलावा ठंड में अधिक धूप नहीं पड़ने के कारण फूलों का रंग और आकार भी अच्छा रहता है और अधिक सिंचाई की जरूरत नहीं पड़ती है. फूल की खेती हाल के वर्षों में किसानों के लिए कमाई का एक बेहतर साधन बन कर उभर रहा है.
गेंदा फूल की खेती खरीफ सीजन की एक ऐसी खेती होती है जिसमें काम लागत में किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. इसकी खेती में रोग और कीट का प्रकोप बहुत कम होता है. यही वजह है कि खरीफ सीजन में पारंपरिक धान और मक्के की खेती करने वाले किसानों का झुकाव अब गेंदा फूल की खेती की तरफ हो रहा है. जिन खेतों में किसान सब्जी और कपास की खेती करते हैं उन खेतों में भी मिश्रित फसल के तौर पर गेंदा फूल को उगाया जा सकता है. इसलिए गेंदा फूल की खेती करने से पहले हमें इसकी खेती के बारे में सब कुछ जानना चाहिए. ताकि किसान बेहतर उत्पादन हासिल कर सके और कमाई कर सकें.
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