सरसों के दाम इस साल भले ही गिर गए हों लेकिन, मूंगफली का रेट बढ़ रहा है. राजस्थान में इसका भाव 8000 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गया है. अन्य तिलहन फसलों के उलट मूंगफली के भाव महीने भर में ही 200 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़ गए हैं. पिछले साल इन दिनों पेराई गुणवत्ता वाली मूंगफली 6500 रुपये के भाव पर बिक रही थी. जबकि इस साल इसका रेट बढ़कर 7500 से 8000 रुपये क्विंटल तक की ऊंचाई पर पहुंच गया है. हालांकि, खरीफ मार्केटिंग सीजन 2022-23 के लिए इसका एमएसपी 5850 रुपये प्रति क्विंटल तय है. साल भर में मूंगफली के दाम 20 फीसदी से ज्यादा बढ़ चुके हैं. बीते एक माह के दौरान इसकी कीमतों में 2.5 फीसदी का इजाफा हुआ है. बाजार के जानकारों का कहना है कि समर सीजन वाली नई मूंगफली की आवक से इसके दाम में आगे चलकर कुछ नरमी देखने को मिल सकती है.
अखिल भारतीय खाद्य तेल व्यापारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शंकर ठक्कर ने बताया कि ज्यादातर तिलहन फसलों के दाम तेजी से गिर रहे हैं, लेकिन मूंगफली का भाव मजबूत हो रहा है. इसकी वजह मूंगफली की कम पैदावार और एक्सपोर्ट का बढ़ना है. मूंगफली की समर सीजन वाली फसल भी कमजोर हैं. ऐसे में आगे भी मूंगफली के बहुत ज्यादा सस्ती होने की संभावना कम ही है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक इस रबी सीजन में 14.74 लाख टन मूंगफली का उत्पादन होने का अनुमान है, जो पिछले रबी सीजन के 17 लाख टन से कम है.
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ठक्कर का कहना है कि पिछले साल समर सीजन में 8.60 लाख टन मूंगफली का उत्पादन हुआ था. जबकि इस साल 7.60 लाख टन रहने का अनुमान लगाया जा रहा है. क्योंकि बुवाई घट गई थी. रबी सीजन में पहले से ही उत्पादन कम रहा था. अब समर सीजन में भी पैदावार घटने से मूंगफली के भाव अन्य तिलहन फसलों की कीमतों में भारी गिरावट के बावजूद ज्यादा है. ठक्कर ने कहा कि एक तरफ उत्पादन कम है तो दूसरी ओर भारत से खाड़ी देशों और चीन को बड़े पैमाने पर भारत से मूंगफली का एक्सपोर्ट हो रहा है.
दूसरी ओर, सरसों, सोयाबीन और सूरजमुखी जैसे तेलों के दाम साल भर में 35 से 55 फीसदी तक गिर चुके हैं. जबकि मूंगफली तेल के दाम पिछले साल के बराबर 160 से 165 रुपये लीटर है. ऐसे में सरकार को मूंगफली के एक्सपोर्ट पर रोक लगानी चाहिए, ताकि सेहत के लिए फायदेमंद मूंगफली तेल लोगों को उचित दाम में उपलब्ध हो सके. हालांकि, किसान एक्सपोर्ट जारी रखने के पक्ष में हैं. बहरहाल, मूंगफली के एक्सपोर्ट में 22 फीसदी वृद्धि दर्ज की गई है. वर्ष 2020-21 की मार्च-फरवरी तक की अवधि में 4.76 लाख टन मूंगफली एक्सपोर्ट की गई थी. जबकि 2022-23 की इसी अवधि में 5.80 लाख टन एक्सपोर्ट हुई है.
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