महाराष्ट्र में आफत की बारिश जारी है और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्य के लोगों का आगाह किया है. पूरे राज्य में बारिश से आम-जनजीवन पर खासा असर पड़ा है. मुंबई, ठाणे और रायगढ़ के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है और आईएमडी ने इन इलाकों में अत्यधिक भारी बारिश का अनुमान है. सीएम के अनुसार पिछले दो दिनों से राज्य में भारी बारिश हुई है और कई जिलों के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. राज्य में 21 अगस्त तक हालातों में कोई सुधार नहीं होने की उम्मीद है. इस बारिश ने आम-जनजीवन के साथ-साथ किसानों को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है.
मौसम विभाग (आईएमडी) ने अगले 24 घंटे में और बारिश होने की चेतावनी दी है. ऐसे में निचले इलाकों और नदी किनारे की फसलों को भारी नुकसान होने की आशंका है. चार दिन से जारी बारिश के बाद बाढ़ की स्थिति ने किसानों की सोयाबीन, कपास और अरहर जैसी खरीफ फसलों को हजारों हेक्टेयर में नुकसान पहुंचाया है. यवतमाल, बीड और नांदेड़ में, जहां बुवाई की गई थी, चार लाख हेक्टेयर जमीन बहुत ज्यादा बारिश के कारण नष्ट हो गई.
अमरावती डिविजन जहां पर 14 अगस्त से लगातार बारिश हो रही है वहां पर काफी नुकसान हुआ है. कृषि विभाग के अनुसार वाशिम जिले के तहत आने वाले गांवों में में कम से कम 99 हजार 656 हेक्टेयर में खड़ी फसलें खराब हो गई हैं. अकोला, वाशिम, बुलढाणा, अमरावती और यवतमाल, इन पांच जिलों में बाढ़ से हालात हैं. यहां पर ऐसी बारिश हो रही है मानों बादल फट गया हो. कई गांव पूरी तरह से पानी में डूबे हैं.
कृषि विभाग की तरफ से बताया गया है कि गुरुवार 14 अगस्त से जारी बारिश के चलते अमरावती जिले में 12,360 हेक्टेयर में लगी सोयाबीन, कपास और संतरे की फसलें पूरी तरह से चौपट हो गई हैं. इसी तरह से यवतमाल में शुरुआती अनुमान के अनुसार 90,852 हेक्टेयर में खड़ी फसलों को नुकसान हुआ है. यवतमाल जिले के 13 तालुका पर बारिश का असर पड़ा है. वेबसाइट अग्रोवन ने कृषि अधिकारी राहुल सतपुते के हवाले से बताया है कि अमरावती डिविजन के पांच जिलों में करीब तीन लाख हेक्टेयर में फसलों को नुकसान हुआ है.
इसी तरह से विदर्भ में भी काफी नुकसान हुआ है. यहां के मेखर, मालेगांव, पातूर और बालापुर में लगातार बारिश हो रही है. उतावली और निर्गुण बांध ओवरफ्लो हो गए हैं. इसकी वजह से कई हेक्टेयर में कृषि योग्य भूमि पानी में डूब गई है. नुकसान काफी ज्यादा और प्रशासन अभी अनुमान लगाने में जुटा है. प्रशासन की तरफ से जो शुरुआती जानकारी दी गई है उसके अनुसार यहां भी नींबू, कपास, अरहर और सोयाबीन की फसलों को बड़ा नुकसान पहुंचा है. मराठवाड़ा में भी कई गांव पानी में डूबे हैं और कई हेक्टेयर भूमि बह गई है. अकेले संभाजी नगर जिले में ही 800 गांव पानी में डूब गए हैं. यहां पर दो लाख हेक्टेयर जमीन पर खड़ी फसलें बर्बाद हो गईं. सीएम फडणवीस ने भरोसा दिलाया है कि पंचनामा करके किसानों को पूरा मुआवजा भी दिया जाएगा.
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