रबी सीजन की फसलों की सरकारी खरीद करने की तैयारियां लगभग अंतिम चरण में हैं. गेहूं खरीद के लिए कई राज्य सरकारों ने एमएसपी के साथ बोनस देने की घोषणा कर दी है, तो वहीं सरसों की भी खरीद शुरू होने जा रही है. हरियाणा में सरसों की बढ़ती आवक को देखते हुए खरीद तारीख में बदलाव किया गया है. तय तारीख की बजाय किसानों से 13 दिन पहले से सरसों की सरकारी खरीद शुरू होगी. सरसों के लिए किसानों को एमएसपी का भाव मिलेगा और जो खरीद होने के 48 घंटे के भीतर उनके बैंक खातों में भेजा जाएगा.
हरियाणा सरकार ने इस माह फरवरी के पहले सप्ताह में सरसों, चना, मूंग और मसूर की सरकारी खरीद का ऐलान किया था. तब इन फसलों की खरीद शुरू होने की तारीख भी घोषित की गई थी. राज्य सरकार ने कहा है कि मंडियों में सरसों की आवक शुरू हो चुकी है और किसानों को बारिश या अन्य मौसम स्थितियों के चलते उपज को नुकसान से बचाने के लिए सरसों की खरीद 13 दिन पहले शुरू की जाएगी.
सरसों खरीद शुरू करने के लिए राज्य सरकार की ओर से पहले घोषित की गई तारीख 28 मार्च 2025 थी. हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी सरसों की सरकारी खरीद शुरू करने की तारीख को 15 मार्च कर दिया है. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि फसल की जल्दी आवक को देखते हुए 28 मार्च से पहले 15 मार्च से सरसों की सरकारी खरीद शुरू की जाए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि रबी मार्केटिंग सीजन 2025-26 के दौरान सरसों की खरीद के संबंध में यहां आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हमेशा किसानों के हितों को प्राथमिकता देती है और उनके कल्याण के लिए काम करती है. उन्होंने कहा कि हरियाणा पहला राज्य है जहां सभी फसलों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीदा जा रहा है. सरसों किसानों से उनकी उपज की खरीद केंद्र की ओर से तय न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी 5950 रुपये प्रति क्विंटल पर की जाएगी.
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि किसानों को अपनी फसल बेचने में किसी तरह की असुविधा नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सरसों की खरीद के लिए 108 मंडियां तय की गई हैं. उन्होंने खरीद एजेंसियों, मंडी बोर्ड और संबंधित विभागों को सरसों की सुचारू खरीद सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि उन्होंने आगे कहा कि राज्य में सरसों की खरीद हैफेड एवं हरियाणा राज्य भंडारण निगम द्वारा की जाएगी.
अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि राज्य में सामान्यतः 17-20 लाख एकड़ क्षेत्र में सरसों उगाई जाती है, जबकि रबी फसल सीजन 2024-25 के दौरान 21.08 लाख एकड़ क्षेत्र में सरसों उगाई गई है. ऐसे में अनुमानित उत्पादन 15.59 लाख मीट्रिक टन होने की संभावना है. सैनी ने कहा कि उक्त समर्थन मूल्य का लाभ उठाने के लिए किसानों को मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण एवं सत्यापन करवाना जरूरी है.
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