गर्मी का मौसम शुरू होते ही आम खाने का मौसम भी शुरू होता है. आम हर किसी का पसंदीदा होता है और इसीलिए आम को फलों का राजा भी कहा जाता है. शायद ही कोई ऐसा होगा जिसे आम खाना पसंद न हो. छोटे बड़े सभी लोगों का यह पसंदीदा फल है और सब इसे पूरे सीजन बड़े मजे से खाते हैं, लेकिन राजकोट के किसान जयसुख रादडिया ने ऐसे आम का उत्पादन किया है जिसे हर कोई नहीं खरीद सकता. क्योंकि इसकी कीमत ही इतनी ज्यादा है.
यह एक एक दुर्लभ आम है, जिसकी कीमत दो, पांच, दस हजार या एक लाख नहीं बल्कि 2.5 से 3 लाख रुपये किलो तक है. इस आम का नाम है "मियाज़ाकी". यह आम केवल जापान के मियाज़ाकी में उत्पादित होता है और इसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 2.50 से 3 लाख के बीच है.
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मियाज़ाकी आम जापान के मियाज़ाकी शहर में ही उगाया जाता है और इस आम को खाने के कई फायदे हैं. इस आम में विटामिन सी, ए और कैंसर रोधी तत्व पाए जाते हैं. ऐसा दावा किया जाता है. इस आम की मिठास भी अन्य आमों से अलग होती है. इस किस्म का एक आम 300 से 400 ग्राम तक का होता है, जिसका रंग सामान्य आम से अलग होता है. इस आम का रंग पर्पल कलर से मिलता है.
आम उगाने वाले किसान जयसुख रादडिया ने कहा कि भारत में कई लोग इस आम को जापान से ऑर्डर कर रहे हैं. इस बार इस आम की मांग भी अधिक हो गई है. कई लोग इस आम की डिमांड कर रहे हैं. जिसको बेचना अगले साल से शुरू करेंगे. इसके अलावा जयसुख रादडिया ने एक और दुर्लभ आम का भी उत्पादन किया है, जिसे किंग ऑफ चकापत कहा जाता है. इस किस्म का एक आम एक किलो से लेकर 1200 ग्राम तक का होता है. इस आम की खोज जापान में की गई है.
गुजरात के किसान रादडिया आम के बगीचे लगाने के शौकीन हैं. उनके बाग में 80 विभिन्न प्रकार के आमों का उत्पादन किया जा रहा है, जिनमें से अधिकांश के बारे में लोगों को जानकारी नहीं है. वो महंगे आमों की किस्मों को लाकर लगाते हैं. इससे उनकी एक नई पहचान बनी है. उनकी यह कोशिश पूरे गुजरात में चर्चा का विषय बनी हुई है. भारत आमों की किस्मों के बारे में काफी धनी है. यहां अल्फांसो और केसर से लेकर कई महंगे और कई आम आदमी की पहुंच वाले आम भी हैं, जिनमें दशहरी का नाम सबसे ऊपर आता है. ( रौनक मजीठिया)
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