मध्य प्रदेश के किसानों के लिए खुशखबरी है. मुख्यमंत्री मोहन यादव की सरकार ने चने के रेट में बढ़ोतरी की है. अब पहले के मुकाबले मिनिमम सपोर्ट प्राइस (एमएसपी) से ज्यादा कीमत पर किसानों से चने की खरीद की जाएगी. यानी चना उत्पादक किसान चने बेचकर बंपर कमाई करेंगे. खास बात यह है कि मध्य प्रदेश के अलावा महाराष्ट्र और राजस्थान में भी चने के रेट में प्रति क्विंटल की दर से बढ़ोतरी की गई है. कहा जा रहा है कि सरकार के इस फैसले से तीनों राज्यों में लाखों किसानों को सीधा फायदा पहुंचेगा.
मध्य प्रदेश में अब चने का एमएसपी 5 हजार 985 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है. यानी किसानों से अब सरकार 5 हजार 985 रुपये प्रति क्विंटल की दर से चने की खरीद करेगी. खास बात यह है कि नेफेड चने खरीद के लिए हर सप्ताह मूल्य स्थिरीकरण कोष योजना के तहत इसकी दर निर्धारित करेगा. हालांकि, मध्य प्रदेश में अभी भी चने की खरीद जारी है. ऐसे में सरकार के इस निर्णय से किसान बहुत खुश हैं. उनका कहना है कि वे अब अधिक कमाई पर पाएंगे.
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मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, नेफेड ने इस सप्ताह के लिए मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में चना खरीदने के लिए खरीद दर 6 हजार 115 रुपये तय की है. वहीं, राजस्थान में ये दर 5 हजार 995 रुपये है. वहीं, एक्सपर्ट का कहना है कि कुछ दिनों पहले मध्य प्रदेश सहित दूसरे राज्यों में भी चने के एमएसपी और मार्केट भाव में काफी अंतर था. मार्केट में व्यापारी किसानों से एमएसपी से काफी अधिक कीमत में पर चना खरीद रहे थे. यही वजह है कि केंद्र सरकार ने चना खरीद में नीति को संशोधित किया. संशोधित नीति में फैसला लिया गया है कि अब बाजार भाव ऊपर-नीचे होने पर हर सप्ताह चने के एमएसपी का निर्धारण भी किया जाएगा.
बता दें कि देश में सबसे अधिक चने की खेती और उत्पादन मध्य प्रदेश में होता है. मध्य प्रदेश भारत में कुल 25.3 फीसदी चने का प्रोडक्शन होता है. खास बात यह है कि यहां के झाबुआ, भिंड, उज्जैन, होशंगाबाद, ग्वालियर, सीहोर, रायसेन, जबलपुर और टीकमगढ़ में जिले में किसान सबसे अधिक चने की खेती करते हैं. मध्य प्रदेश के बाद आन्ध्र प्रदेश 15.4 प्रतिशत, राजस्थान 9.7 प्रतिशत, कर्नाटक 9.6 प्रतिशत और उत्तर प्रदेश 6.4 प्रतिशत चने का उत्पादन करता है.
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