पराली जलाने के खिलाफ कार्रवाई करने वाले अधिकारियों का किसानों ने किया घेराव, पंजाब में सामने आया मामला

पराली जलाने के खिलाफ कार्रवाई करने वाले अधिकारियों का किसानों ने किया घेराव, पंजाब में सामने आया मामला

पंजाब के मानसा जिले के गांव बरनाला के खेतों में पराली जलाने वाले किसानों पर कार्रवाई करने पहुंचे अधिकारियों का किसानों ने किया घेराव. सरकार खिलाफ किया रोष प्रदर्शन. सरकार से मुआवजे की मांग. कारवाई न करने के भरोसे के बाद घेराव खत्म कर अधिकारियों को वहां से जाने दिया गया. 

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पराली जलाने के खिलाफ कार्रवाई करने वाले अधिकारियों का किसानों ने किया घेराव, पंजाब में सामने आया मामलापराली जलाने के मामले कार्रवाई करने वाले धिकारियों का किसानों ने किया घेराव

पंजाब में पराली जलाने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. किसान धान की पराली जला रहे हैं. मानसा जिले के गांव बरनाला में धान की पराली को किसाने की ओर से आग के हवाले किया जा रहा था. जिसके चलते प्रशासन के अधिकारी कार्रवाई करने और आग बुझाने के लिए खेत में पहुंचे. तब भारतीय किसान यूनियन ऊगराहा की अगवाई में किसानों ने अधिकारियों का घेराव कर सरकार ओर प्रशासन के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया. कारवाई न करने के भरोसे के बाद घेराव खत्म कर अधिकारियों को वहां से जाने दिया.  किसानों ने सरकार से धान की पराली के लिए ठोस मुआवजे की मांग की.

बीकेयू ऊगराहा ने किसानों को साथ लेकर अधिकारियों का घेराव कर सरकार और प्रशासन के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया. वहीं उन्होंने कहा कि धान के नाड को आग लगाना किसानों की मजबूरी है, क्योंकि वह लंबे समय से हर सरकार से धान की पराली का हल करने के लिए गुहार लगा रहे हैं. अब आम आदमी पार्टी की पंजाब सरकार से 200 रुपये प्रति क्विंटल धान की पराली के लिए मुआवजे की मांग की थी. लेकिन किसानों को मुआवजा नहीं दिया जा रहा.

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पराली जलाने के लिए मजबूर हैं किसान

संगठन ने कहा कि छोटे किसानों के पास ऐसी मशीनरी भी नहीं है जिससे वह धान की पराली (नाड) को नष्ट कर सके. वहीं उन्होंने कहा कि मानसा कृषि विज्ञान केंद्र में जो धान के नाड के लिए बेलर मशीनरी है वह भी खराब हुई पड़ी है,लेकिन किसानों को कोई मशीनरी मुहैया नहीं हो रही. जिससे परेशान होकर किसान धान के नाड को आग लगाने के लिए मजबूर हैं. वहीं उन्होंने कहा कि किसानों पर कार्रवाई करने आए अधिकारियों का उन्होंने घेराव किया है. उच्च अधिकारियों के पहुंचने के बाद कार्रवाई न करने का भरोसा देने के बाद घेराव खत्म किया और अधिकारियों को जाने दिया. 

नायब तहसीलदार ने क्या कहा?

मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार ने बताया कि किसानों ने धान के नाड को आग लगाई थी. प्रशासन के अधिकारी जहां पर पहुंचे थे वहां पर उनका किसान जत्थेबंदी और किसानों ने घेराव कर लिया. किसानों से बातचीत की है. किसानों की मांग के अनुसार उन्हें पराली के निस्तारण के लिए मशीनरी भेजी जाएगी. उन्होंने कहा कि कृषि विज्ञान केंद्र में जो मशीनरी खराब हुई है उसका उन्हें आज पता चला है और इसके लिए भी वह उच्च अधिकारियों के ध्यान मे लाकर जल्द ठीक करवाएंगे. ओर किसानों की हर संभव मदद करेंगे. ताकि पराली को जलाने से रोका जाए. ( रिपोर्ट /अमरजीत सिंह)

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