मध्य प्रदेश में ज्वार-बाजरा और धान की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की घोषणा के चलते इस बार रजिस्ट्रेशन कराने वाले किसानों की संख्या में जबरदस्त इजाफा दर्ज किया गया है. बिक्री के लिए रजिस्ट्रेशन कराने वाले किसानों की संख्या 36 फीसदी बढ़ गई है. माना जा रहा है कि एमएसपी पर खरीद की घोषणा के चलते किसानों इस बार सरकारी केंद्रों पर बिक्री के लिए इच्छुक हैं. इसके अलावा जल्दी भुगतान, खरीद केंद्रों की संख्या में बढ़ोत्तरी समेत अन्य कई कारण हैं, जिससे किसान सरकारी केंद्रों पर फसल बिक्री के लिए आकर्षित हो रहे हैं.
मध्य प्रदेश सरकार मोटे अनाज यानी ज्वार और बाजरा के साथ ही धान की खरीद एमएसपी पर कर रही है. इसके अलावा सोयाबीन की खरीद भी एमएसपी कीमत पर करने की घोषणा की गई है. इन फसलों की बिक्री के लिए राज्य सरकार ने किसानों को रजिस्ट्रेशन कराने की डेडलाइन दी थी. धान, ज्वार और बाजरा की बिक्री के लिए राज्य सरकार ने पहले 19 सितंबर से 4 अक्तूबर तक रजिस्ट्रेशन कराने का समय दिया था, जिसे बाद में बढ़ाकर 14 अक्तूबर किया गया. तय तिथि तक कई जिलों के किसानों के रजिस्ट्रेशन नहीं करा पाने की शिकायतों के बाद सरकार ने रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि बढ़ाकर 21 अक्तूबर की थी.
मध्य प्रदेश कृषि विभाग के अनुसार न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी पर धान, ज्वार, बाजरा खरीद के लिए 7.85 लाख से अधिक किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. जबकि, बीते साल 7.54 लाख किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराया था. इस हिसाब से इस बार फसल बिक्री के लिए रजिस्ट्रेशन कराने वाले किसानों की संख्या करीब 30 हजार अधिक रही है यानी करीब 36 फीसदी उछाल दर्ज की गई है.
मध्य प्रदेश कृषि विभाग के आंकड़ों के अनुसार बालाघाट जिले में एक लाख 29 हजार 373 किसान, रीवा में 64 हजार 215, सतना में 58 हजार 960, जबलपुर में 54 हजार 546, सिवनी में 52 हजार 407, कटनी में 52 हजार 279, मण्डला में 41 हजार 461, पन्ना में 33 हजार 472, शहडोल में 33 हजार 661, मैहर में 26 हजार 757, डिण्डोरी में 24 हजार 91, उमरिया में 23 हजार 662, सीधी में 24 हजार 453, सिंगरौली में 25 हजार 710, अनूपपुर में 21 हजार 851, नर्मदापुरम् में 20 हजार 998, दमोह में 19 हजार 877, मऊगंज में 18 हजार 516, नरसिंहपुर में 11 हजार 828, रायसेन में 9 हजार 364, बैतूल में 8 हजार 148, सीहोर में 6 हजार 196, सागर में 3 हजार 922, ग्वालियर में 3 हजार 630, छिंदवाड़ा में 1 हजार 876, शिवपुरी में 1 हजार 162, दतिया में 1 हजार 26, भिण्ड में 2 हजार 239, विदिशा में 880, मुरैना में 7 हजार 781 किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराया है.
मध्य प्रदेश के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बताया है कि मोटे अनाज की खरीद 22 नवंबर और धान का खरदी 2 दिसंबर 2024 से की जाएगी. किसान रजिस्ट्रेशन में फसल का रकबा 14 लाख 12 हजार 857 लाख हेक्टेयर है. फसल खरीद के लिए राज्य सरकार की ओर से जिलावार 1400 से अधिक केंद्र बनाए गए हैं. राज्य सरकार के अनुसार किसानों की उपज खरीद का दाम 48 घंटे के अंदर उनके बैंक खातों में ट्रांसफर किया जाएगा.
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