गेहूं, धान और किसान पर फोकस से आसान हुई बीजेपी की जीत, 'मोदी की गारंटी' के सामने फीकी पड़ी कांग्रेस

गेहूं, धान और किसान पर फोकस से आसान हुई बीजेपी की जीत, 'मोदी की गारंटी' के सामने फीकी पड़ी कांग्रेस

Assembly Elections Result 2023: राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बीजेपी की जीत के बाद क‍िसानों की होगी बल्ले-बल्ले. पीएम क‍िसान न‍िध‍ि की रकम होगी डबल. गेहूं-धान का दाम म‍िलेगा ज्यादा. इन सूबों के क‍िसानों से सरकार 2,700 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल के दाम पर गेहूं और 3100 रुपये के दाम पर धान खरीदेगी. 

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गेहूं, धान और किसान पर फोकस से आसान हुई बीजेपी की जीत, 'मोदी की गारंटी' के सामने फीकी पड़ी कांग्रेसतीन राज्यों में कैसे हुई बीजेपी की बंपर जीत.

सियासत में संख्या बल सबसे अहम होता है. राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ तीन सूबों में करीब सवा दो करोड़ क‍िसान पर‍िवार हैं. इसका मतलब करीब 9 करोड़ लोग. वो लोग जो गांवों में रहते हैं और सबसे ज्यादा वोट करते हैं. बीजेपी ने कुछ इसी तरह की गण‍ित से इन तीनों सूबों के व‍िधानसभा चुनावों में किसानों के मुद्दों पर फोकस क‍िया. खासतौर पर रबी और खरीफ सीजन की प्रमुख फसलों के दाम पर. ज‍िसे न म‍िलने का क‍िसान अक्सर रोना रोते रहते हैं. पार्टी के रणनीत‍िकारों ने 2,700 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल पर गेहूं और 3100 रुपये के दाम पर धान खरीदने का वादा क‍िया. जबक‍ि साल 2024-25 के लिए गेहूं का एमएसपी 2275 और धान की एमएसपी स‍िर्फ 2183 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल ही है. धान, गेहूं का इतना दाम म‍िलने की 'मोदी की गारंटी' पर क‍िसान लहालोट हो गए और उन्होंने बीजेपी के पक्ष में वोटों की बार‍िश कर दी.

राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ व‍िधानसभा चुनावों में बीजेपी की प्रचंड जीत के पीछे चार बड़े कारण सामने आए हैं. राजनीत‍िक जानकारों का कहना है क‍ि डायरेक्ट बेन‍िफ‍िट ट्रांसफर स्कीम, फ्री राशन, मह‍िलाओं और खेती-क‍िसानी पर फोकस से जीत की राह आसान हो गई. दरअसल, तीनों सूबों में पार्टी ने गेहूं, धान और क‍िसान को तवज्जो दी. यहां तक क‍ि तीनों के संकल्प पत्र में वादों की जो झड़ी लगाई गई है उसके पहले पन्ने में क‍िसानों के मुद्दों को ही जगह दी गई है. मोदी के सामने कांग्रेस की गारंटी फीकी पड़ गई. 

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बीजेपी के वादों की गारंटी

क‍िसान नेता ब‍िनोद आनंद का कहना है क‍ि क‍िसानों से जुड़े वादों ने बीजेपी को जिताने में अहम भूम‍िका अदा की. बीजेपी ने 2,700 रुपये प्रत‍ि पर गेहूं और 3100 रुपये के दाम पर धान खरीदने की घोषणा की हुई है. यह लगभग सी-2 कॉस्ट की एमएसपी ज‍ितनी रकम है. क‍िसानों को इतना दाम म‍िलेगा तो फ‍िर क‍िसान संगठनों का सी-2 वाली एमएसपी का मुद्दा खत्म हो जाएगा. मध्य प्रदेश में बीजेपी सरकार हर पर‍िवार को लाडली बहना योजना के तहत सालाना 12,000 रुपये और क‍िसान न‍िध‍ि के 10000 रुपये दे रही है. साथ में राशन फ्री है. उपर से धान, गेहूं की खरीद पर बोनस देने की घोषणा ने वोटरों को बीजेपी की ओर खींचा और कांग्रेस को हाश‍िए पर खड़ा कर द‍िया.

तीनों राज्यों में क‍िसानों की बल्ले-बल्ले 

  • राजस्थान में पीएम किसान सम्मान निधि के तहत 12,000 सालाना म‍िलेंगे. अभी 6000 रुपये म‍िल रहे हैं. अब पार्टी की जीत के बाद इतनी ही रकम राज्य सरकार भी देगी. 
  • बीजेपी ने राजस्थान के क‍िसानों से वादा क‍िया है क‍ि वो गेहूं की फसल को एमएसपी के ऊपर बोनस देकर 2,700 प्रति क्विंटल के दाम पर खरीदेगी. राजस्थान देश का 10 फीसदी गेहूं उत्पादन करता है. 
  • पार्टी ने एमएसपी पर ज्वार एवं बाजरा की खरीद की व्यवस्था करने का भरोसा द‍िलाया है. श्री अन्न प्रमोशन एजेंसी की स्थापना होगी. राजस्थान देश का सबसे बड़ा बाजरा उत्पादक सूबा है. लेक‍िन एमएसपी पर इसकी खरीद नहीं हो रही थी.

मध्य प्रदेश में क‍िसानों से वादा

  • बीजेपी ने एमपी में 2,700 प्रति क्विंटल पर गेहूं और 3,100 प्रति क्विंटल पर धान खरीद का वादा क‍िया है. 
  • पीएम किसान सम्मान निधि एवं मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के लाभार्थियों को सालाना 12,000 रुपये म‍िलेंगे.

छत्तीसगढ़ में क‍िसानों से वादा

  • पार्टी ने धान की खरीद 3,100 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल की दर से करने का वादा क‍िया है. प्रत‍ि एकड़ 21 क्विंटल की पैदावार मानी जाएगी. पहले सरकार 15 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से खरीद करती थी, जो फ‍िलहाल 20 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से हो रही है.
  • प्रदेश में धान खरीद से पहले ही बारदाने की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी. अक्सर बारदाने के अभाव में धान की खरीद प्रभाव‍ित होती है. वर्तमान में यहां धान की एमएसपी 2,183 रुपये है. जबक‍ि, न्याय योजना से प्रति क्विंटल 600 रुपये दिया जाता है.

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