बढ़ती आबादी और उनकी सुख-सुविधाओं को पूरा करने के लिए कृषि भूमि की संख्या लगातार कम होती जा रही है. वहीं, किसानों और कृषि वैज्ञानिकों ने इस समस्या के समाधान का उपाय खोज लिया है. यही वजह है कि आज लोग आसानी से कहीं भी फल और सब्जियां उगा रहे हैं. इतना ही नहीं, कई लोग घर के कोनों में खेती करके लाखों की कमाई भी कर रहे हैं. आपको बता दें कि पिछले कुछ दशकों से घर पर खेती का चलन बढ़ता जा रहा है. ऐसे में अगर आप भी खेती के शौकीन हैं तो घर के कोने में आसानी से कुछ भी उगा सकते हैं. आज हम बात करेंगे कि कैसे आप घर के कोने में ग्रो बैग में एवोकाडो की खेती कर सकते हैं.
एवोकाडो एक विदेशी फल है जो भारत में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है. इसमें प्रोटीन, फाइबर, हेल्दी फैट और कई पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं. यही वजह है कि बाज़ार में इसकी मांग काफी ज़्यादा है और कीमत भी अच्छी मिलती है. ऐसे में इसकी खेती घर पर करना फायदेमंद हो सकता है.
ग्रो बैग एक मजबूत, लचीला और हल्का बैग होता है जिसमें मिट्टी भरकर आप आसानी से पौधे उगा सकते हैं. यह छोटे स्थानों के लिए बेहद उपयुक्त होता है, जैसे:
ग्रो बैग का मुख्य फायदा यह है कि इसमें जल निकासी और जड़ का विकास अच्छी तरह होता है.
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1. ग्रो बैग का चयन करें:
कम से कम 18x18 इंच का मजबूत ग्रो बैग लें.
2. मिट्टी तैयार करें:
अच्छी जलनिकासी वाली मिट्टी बनाएं – 50% गार्डन मिट्टी, 30% गोबर की खाद और 20% बालू मिलाएं.
3. बीज या पौधा लगाएं:
आप नर्सरी से तैयार पौधा लें या फिर एवोकाडो का बीज अंकुरित करके लगाएं.
4. धूप और पानी:
एवोकाडो को रोजाना 5-6 घंटे की धूप और नियमित पानी की ज़रूरत होती है.
5. खाद और देखभाल:
हर महीने गोबर की खाद या वर्मीकम्पोस्ट दें. कीटों से बचाव के लिए नीम तेल का स्प्रे कर सकते हैं.
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जब पौधा बड़ा हो जाता है और फल देना शुरू करता है (3-4 साल बाद), तब एक पौधा साल में 100 से अधिक फल दे सकता है. एवोकाडो बाज़ार में 150–300 रुपये प्रति किलो तक बिकता है. आप इसे सीधे ग्राहकों को या ऑनलाइन भी बेच सकते हैं.
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