देश में इस साल 33.5 मिलियन टन चीनी का उत्पादन होने की संभावना, AISTA ने घटाया अनुमान

देश में इस साल 33.5 मिलियन टन चीनी का उत्पादन होने की संभावना, AISTA ने घटाया अनुमान

भारत दुनिया के प्रमुख चीनी उत्पादक देशों में से एक है. चीनी उत्पादन के लिए ट्रेड बॉडी AISTA (अखिल भारतीय चीनी व्यापार संघ)  ने सोमवार 27 फरवरी को कहा कि भारत में गन्ने की कम पैदावार और चीनी की रिकवरी के कारण चालू वर्ष 2022-23 सीजन में भारत का चीनी उत्पादन 1 मिलियन टन घटकर 33.5 मिलियन टन रहने का अनुमान है.

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देश में इस साल 33.5 मिलियन टन चीनी का उत्पादन होने की संभावना, AISTA ने घटाया अनुमानAISTA ने सीजन 2022-23 में चीनी उत्पादन का घटाया अनुमान, फोटो साभार: freepik

भारत दुनिया के प्रमुख चीनी उत्पादक देशों में से एक है. चीनी उत्पादन के लिए ट्रेड बॉडी AISTA (अखिल भारतीय चीनी व्यापार संघ) ने  अनुमान जताया है क‍ि भारत में गन्ने की कम पैदावार और चीनी की रिकवरी के कारण चालू वर्ष 2022-23 सीजन में भारत का चीनी उत्पादन एक मिलियन टन घटकर 33.5 मिलियन टन रह सकती है. इससे पहले AISTA ने वर्ष 2022-23 सीजन (अक्टूबर-सितंबर) के लिए चीनी उत्पादन 34.5 मिलियन टन रहने का अनुमान लगाया था. संशोधित आंकड़ों के आधार पर देश का चीनी उत्पादन सीजन 2021-22 में 35.8 मिलियन टन के वास्तविक उत्पादन की तुलना में 2.3 मिलियन टन कम रहने की संभावना है.

वहीं दूसरा अनुमान जारी करते हुए AISTA ने कहा कि चीनी उत्पादन के संशोधित अनुमान इथेनॉल बनाने के लिए सुक्रोज को शामिल नहीं किया गया है. बात करें महाराष्ट्र में चीनी उत्पादन की तो चालू वर्ष में 11.3 मिलियन टन रहने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष की तुलना में कम है. क्योंकि वर्ष 2021-22 सीयन में यह आंकड़ा 13.7 मिलियन टन था. साथ ही इस अवधि में 6.2 मिलियन टन के मुकाबले कर्नाटक का उत्पादन घटकर 5.5 मिलियन टन रहने की संभावना है.

वहीं इन दो राज्यों के अलावा सबसे ज्यादा गन्ना उत्पादन होने वाला राज्य उत्तर प्रदेश में चीनी उत्पादन में थोड़ी बढ़ोतरी हो सकती है. 2022-23 सीजन में 10.8 मिलियन टन रहने का अनुमान है, जबकि पिछले सीजन में यह 10.2 मिलियन टन था.

महाराष्ट्र और कर्नाटक में उत्पादन में गिरावट

AISTA के अनुसार महाराष्ट्र और कर्नाटक में उत्पादन में गिरावट आने का मुख्य कारण कम गन्ने की उपज और वसूली दर है. साथ ही महाराष्ट्र में चीनी मिलें बंद होना शुरू हो गई है या पहले ही बंद हो चुकी है. मिलें बंद होना दिखाता है कि इस सीजन में कम उत्पादन है.

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पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सुक्रोज की रिकवरी कम रही है. संशोधित अनुमानों के आधार पर अखिल भारतीय चीनी व्यापार संघ (AISTA) ने कहा कि लगभग 39.5 मिलियन टन स्टॉक उपलब्ध होगा. जिसमें 6 मिलियन टन ओपनिंग स्टॉक शामिल होगा. चालू सीजन में घरेलू खपत 27.5 मिलियन टन और निर्यात 6 मिलियन टन होगा. उसमें कहा गया है कि क्लोजिंग स्टॉक 60 लाख टन होगा. 

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