महाराष्ट्र में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से अंगूर के बाग हुए नष्ट, किसान ने बताई आपबीती 

महाराष्ट्र में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से अंगूर के बाग हुए नष्ट, किसान ने बताई आपबीती 

महाराष्ट्र में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण फसलों का बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है. तो वहीं अंगूर का बाग बड़े पैमाने पर नष्ट हुआ है. इससे किसानों को भारी आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा हैं. 

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महाराष्ट्र में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से अंगूर के बाग हुए नष्ट, किसान ने बताई आपबीती बेमौसम बारिश से अंगूर के बाग हुए बर्बाद. (फोटो किसान तक)

महाराष्ट्र में हो रही बेमौसम बारिश के चलते फसलों कों भारी नुकसान पहुंचा हैं. राज्य में एक तरफ किसान उपज का सही दाम नहीं मिलने से परेशान है तो वहीं अब बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने उनकी मुसीबते बढ़ा दी हैं. राज्य में पिछले तीन दिनों से हो रही बेमौसम बारिश से मुख्य फसलों के साथ - साथ बागवानी को भी बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा हैं. खासकर प्याज़ खेती और अंगूर को बाग ज्यादा प्रभवित हुए है.  

नासिक, जालना, हिंगोली, अहमदनगर जिला समेत, पुणे में ओलावृष्टि से फसलों को अधिक नुकसान हुआ हैं. वहीं अहमदनगर जिले के रहने वाले किसान मुकुंद पगारे बताते है कि उन्होंने अपने तीन एकड़ में अंगूर का बाग लगया था जिसका कुछ में ही हार्वेस्टिंग शुरू होने वाली थी, लेकिन बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि होने के कारण पूरा अंगूर का बाग नष्ट हो गया. राज्य में इस समय बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि होने से प्याज, गेहूं, गन्ना की फसल सबसे ज्यादा बर्बाद हुई है. बारिश से सबसे ज्यादा नासिक जिला प्रभावित हुआ है नासिक में करीबन 8000 हेक्टेयर एकड़ में उपजाई फसल नष्ट होने का अनुमान लगाया जा रहा है. 

इन फसलों को हुआ अधिक नुकसान 

राज्य के कई जिलों में ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश ने तबाही मचाई अहमदनगर जिले के दहेगांव में बिजली गिरने के साथ भारी बारिश और ओलावृष्टि हुई इसके चलते यहां प्याज, स्टोरेज हुआ अनाज, गेहूं, मक्का, ज्वार ,अंगूर की फसल को व्यापक नुकसान हुआ है. वहीं जिले के दहेगांव में किसान रमेश पगारे का मकान ढह गया. पगारे का कहना हैं कि तेज बारिश और ओलावृष्टि ने कहर बरपाया. इससे हम किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है. 

किसान ने बताई आपबीती 

जिले किसान मुकुंद पगारे का कहना है कि पहले से ही अंगूर दाम बाजारों कम मिलने से परेशान है हम किसान और बेमौसम बारिश ने संकट बढ़ा दिया है. किसान पगारे ने अपने तीन एकड़ में अंगूर के बाग लगाए थे, जिसका कुछ दिनों में हार्वेस्टिंग भी किया जाना था, लेकिन ओलावृष्टि और बारिश होने से पूयर अंगूर बाग खराब हो गया.मुकुंद पगारे बताते है कि अंगूर की  खेती में प्रति एकड़ में 3 लाख तक का खर्च आता है ऐसे में आप अंदाज़ा अलगा लीजिये की बारिश में ये बाग नष्ट होने पर कितना बढ़ा नुकसान हुआ है. किसान अब सरकार से मदद की गुहार लगा रहे है. 

 

अंगूर के बाग नष्ट होने से परेशान हुआ किसान
अंगूर के बाग नष्ट होने से परेशान हुआ किसान

बारिश में किशमिश भी हुई खराब 

पंढरपुर जिले के किसानों का कहना कि जो अंगूर किशमिश बनाने के लिए शेड में रखे थे,वो पूरी तरह से बारिश के पानी में भीग कर खराब हो गए हैं. इससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा हैं. किसान बताते है कि बारिश के कारण अंगूर और किशमिश की गुणवत्ता खराब हो गई है. इसके चलते बाजार में जो किशमिश का भाव 200 रूपये प्रति किलो मिलना था वो 50 रूपये प्रति मिलेगा, और अंगूर की तो बात ही छोड़िए उसे कोई नहीं खरीदेगा. 

 

 

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