नौकरी छोड़ शुरू की थी प्याज की खेती, अब दूसरे केे खेतों में मजदूरी करनी पड़ रही

नौकरी छोड़ शुरू की थी प्याज की खेती, अब दूसरे केे खेतों में मजदूरी करनी पड़ रही

महाराष्ट्र में प्याज की खेती करने वाले क‍िसान परेशान हैं. प्याज के ग‍िरते दामों की वजह से क‍िसान अपनी लागत भी नहीं न‍िकाल पा रहे हैं. ऐसा ही कुछ अहमदनगर जिले के एक क‍िसान के साथ भी हुआ है. ज‍िसने नौकरी छोड़ कर प्याज की खेती शुरू की थी. लेक‍िन अब दूसरे के खेतों पर मजदूरी करनी पड़ रही है.

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नौकरी छोड़ शुरू की थी प्याज की खेती, अब दूसरे केे खेतों में मजदूरी करनी पड़ रहीकिसानों को नहीं मिल रहा है प्याज़ का उचित दाम

महाराष्ट्र में प्याज की गिरती कीमतों को लेकर किसानों की परेशान‍ियां खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. राज्य के किसान कम दामों में प्याज बेचने के लिए मजबूर है. अहमदनगर जिले के कापुरवाडी में रहने वाले युवा किसान वैभव कराले ने अपनी नौकरी छोड़ कर प्याज की खेती की शुरू की थी. अब वो प्याज की गिरती कीमतों से संकट में है. उनका कहना है कि पिछले एक साल से लगातार प्याज के दाम गिरने से उनकी परेशान‍ियां बढ़ गई है. नतीजतन उनके सामने रोजी रोटी का संकट आ खड़ा हुआ है. हालत ये हो गई हैं की वे अब दूसरों की खेती मे मजदूरी कर अपना गुजारा कर रहे हैं. 

वैभव ने बताया कि एक उन्होंने एक एकड़ में प्याज़ की खेती की थी. उसमे उनका एक लाख की लागत लगी थी, लेकिन मार्केट में इतना कम भाव मिल रहा है की वो अपनी लागत भी ठीक से नहीं निकाल पा रहे है. राज्य के कई मंडियों में किसानों को प्याज का दाम एक रुपए से लेकर  5 रुपए प्रति किलो का भाव मिल रहा है.  

बचत के पैसों से शुरू की थी आपबीती 

वैभव कराले  बताते हैं कि उन्होंने कड़ी मेहनत और सेविंग के पैसों से प्याज की खेती की थी. उन्हाेंने बताया क‍ि उत्पादन तो अच्छा मिला था, लेकिन सही दाम नहीं मिल पा रहा है. उन्होंने बताया क‍ि प्याज की 40 बोरी मार्केट में बेचने पर उन्हें 8000 रूपये मिले. इसके अलवा 40 बोरी खेत में पड़ी है और उसका कितना दाम मिलेगा पता नही है. कराले ने आगे बताया की वे अभी तक खाद के पैसे दुकानदार को नहीं दे पाए हैं. अब वो रोज पैसे मांग रहा है. किसान ने कहा की प्याज का इतना कम भाव मिलने पर वे लागत तक नहीं न‍िकाल पा रहे हैं.

बाज़ार में पहुंच रही है इतनी आवक 

अहमदनगर कृषी उत्पन्न बाजार समिति‍ के सचिव संजय काले ने बताया कि रोजाना 60 हजार से 1 लाख क्विंटल तक प्याज की बोरि‍या मार्केट में आ रही है. एक नंबर प्याज को 1 हजार रुपये प्रति क्विंटल और 2 नंबर प्याज को 700 रुपये प्रति क्विंटल 3 नंबर प्याज को 500 रुपये ओर 4 नंबर प्याज को 250 रुपये प्रति क्विंटल का दाम मिल रहा है, जब दाम गिरने कारण पुछा तो संजय ने बताया कि महाराष्ट्र का  प्याज गुजरात ,कर्नाटक, आंध्रप्रदेश ,तामिनाडु में बडे़ पैमाने पर उसकी बिक्री होती है, लेकि‍न इस बार इन सभी राज्यों में प्याज की फसल अच्छी आने के कारण वहां प्याज की मांग नही मिल रही है. जिसके कारण राज्य में प्याज़ की कीमतों में गिरावट देखी जा रही हैं. 

परेशान किसान फसल पर चला रहे है ट्रैक्टर 

राज्य में इस समय प्याज़ की गिरती कीमतों से किसान संकट में है. नासिक जिले में निराश किसान सुनील रतन बोरगुडे ने चार एकड़ में प्याज़ की फसलों पर ट्रैक्टर चलाकर नष्ट कर दिया. किसान ने बताया की बाजार में प्याज का उचित भाव नहीं मिलने पर उसने फसल को नष्ट करना सही समझा. वाशी जिले किसान प्याज को बाजार में बेचने के बजाय जानवरों को खिलना पसंद कर रहे हैं.  [ र‍िपोर्ट/ रोहित वाल्के, अहमदनगर] 

 

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