Crop Lossमहाराष्ट्र में भारी बारिश के कारण फसलों को काफी नुकसान हुआ है. नासिक में अगूंर और प्याज की खेती को भारी नुकसान हुआ है. बेमौसम बारिश के कारण किसानों को हुए इस नुकसान का आकलन करने के लिए महाराष्ट्र के किसानों का हाल जानने के लिए मंत्री अनिल पाटिस किसानों से मिलने पहुंचे. इस दौरान मंत्री के सामने उस समय अजीब स्थिति उत्पन्न हो गई जब महिला किसानों ने फसलों को हुए नुकसान के कारण आत्महत्या करने की अनुमति मांगी. महिला किसान इसलिए भी अधिक हताश थी क्योंकि उनका कहना था कि अप्रैल महीने में भी बारिश के कारण उन्हें जो नुकसान हुआ है उसका मुआवजा अभी तक नहीं मिल पाया है, इसलिए इस बार उन्हें नुकसान की भारपाई जल्द से जल्द की जाए.
महिला किसानों ने मंत्री से आत्महत्या की अमुनति मांगते हुए कहा कि फसल नुकसान हो जाने के बाद उनके पास कोई उपाय नहीं है, इसलिए उन्हें आत्महत्या करने की इजाजत दी जाए. वहीं दूसरी महिला ने कहा कि उनके पास पैसे खत्म हो गए हैं, फसल बर्बाद हो चुकी है और अब उनके पास बच्चों की स्कूल फीस भरने के लिए पैसे नहीं है. इस पर मंत्री ने महिला को जवाब देते हुए कहा कि फिलहाल उनके हाथ में नुकसान की रिपोर्ट नहीं है. रिपोर्ट आने के बाद ही वो कुछ कर सकते हैं. हालांकि उन्होंने यह जरूर कहा कि रिपोर्ट आने के बाद उसे कैबिनेट में रखा जाएगा इसके बाद फैसला होगा.
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गौरतलब है कि रविवार को नासिक जिले के 152 राजस्व मंडलों में से 66 राजस्व मंडलो में 25 मिमी बारिश हुई थी जबकि नंदगांव में वेहलगांव से भी अधिक 66 एमएम बारिश दर्ज की गई थी. नासिक में हुई बेमौसम बारिश के कारण शुरुआती फसल नुकसान का जो आकलन किया गया है उसके मुताबिक लगभग 11 हजार 652 हेक्टेयर अंगूर की फसल को नुकसान हुआ है जबकि 10 हजार 673 हेक्टेयर में प्याज की फसल को नुकसान हुआ है. जानकारों का मानना है कि लासलगाव और आसपास के गांवों में 600-700 करोड़ रुपए के प्याज का नुकसान हुआ है.
जिले में हुई बेमौसम बारिश के कारण निफाड और बगलान तालुका में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई. लासलगांव सहित क्षेत्र में डेढ़ से दो घंटे तक ओलावृष्टि और तूफान के साथ तेज बारिश हुई थी. वनसगांव, घमापुर, बुद्रुक और खुर्द के साथ पचोर, खुर्द और बुद्रक के साथ मरालगोई और अन्य गांवों में, प्याज की फसल नष्ट हो गई.जबकि किसानों ने कहा कि पिछले सीजन में बारिश के कारण खरीफ लाल प्याज की बुवाई देरी से की गई थी.
किसानों को हुए इस नुकसान को देखने के लिए अब नेता पहुंच रहे हैं. ऐसे में इस पर सियासत भी शुरू हो गई है. क्योंकि किसानों से मिलने के लिए एक के बाद दूसरे नेता पहुंच रहे हैं. मंत्री अनिल पाटिल के बाद शिवसेन उद्धव ठाकरे गुट के नेचा विनायक राउत भी नासिक पहुंचे. उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर किसानों को जल्द मदद नहीं दी जाएगी तो वो सीएम आवास के सामने आंदोलन करेंगे. इस बारिश के कारण लगभग 924 गांव प्रभावित हुए हैं और 70 हजार किसानों को नुकसान हुआ है.
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विनायक राउत ने कहा पिछली बार हुई बेमौसम बारिश कारण किसानों को हुए फसल नुकसान की भारपाई अभी तक नहीं हो पाई है. 90 फीसदी किसानों को मुआवजा नहीं मिला है. जिन 10 प्रतिशत किसानों को पैसा मिला है उन्हें भी 10, 20 रुपये का चेक दिया गया है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार जल्द ही कैबिनेट की बैठक में इससे संबंधित फैसला नहीं करती है कृषि मंत्री के आवास पर जाकर प्रदर्शन किया जाएगा. (प्रवीण ठाकरे की रिपोर्ट)
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