ICAR रांची में आयोजित आम महोत्सव में दिखी देसी और विदेशी आम की किस्में

ICAR रांची में आयोजित आम महोत्सव में दिखी देसी और विदेशी आम की किस्में

राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से कहा कि उन्होंने पहली बार एक जगह पर इतने वेरायटी के आम देखे हैं.उन्होंने कहा कि यह आम महोत्सव केवल आम के विभिन्न प्रजातियों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारे किसानों के अथक प्रयासों व परिश्रम का भी प्रतीक है.

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ICAR रांची में आयोजित आम महोत्सव में दिखी देसी और विदेशी आम की किस्मेंमंच पर उपस्थित राज्य व अन्य लोग फोटोः किसान तक

आम का मौसम है और आम फलों का राजा भी है. झारखंड में आम की खेती के जरिए कई महिला और पुरुष किसान विपरित परिस्थियों में भी सफलता की नई कहानी लिख रहे हैं. आम के प्रति राज्य के किसानों को जागरूक करने के लिए और उन तक आम की नई किस्मों की जानकारी पहुंचाने के लिए रांची के पलांडू स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद पूर्वी प्रक्षेत्र में आम महोत्सव सह किसान मेला का आयोजन किया गया. झारखंड में इस तरह का कार्यक्रम पहली बार आयोजित किया गया था. कार्यक्रम का उद्घाटन राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने किया. कार्यक्रम में उनके साथ-साथ आईसीएआर के डीजी डॉ सुरेश चौधरी भी शामिल हुए. 

झारखंड में पहली बार आयोजित हुए इस महोत्सव में झारखंड के कई जिलों के किसानों के अलावा पश्चिम बंगाल, ओडिसा, बिहार और छत्तीसगढ़ के किसान शामिल हुए. आम महोत्सव को संबोधित करते हुए राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने किसानों को खूब प्रोत्साहित किया, साथ ही प्रगतिशील किसानों को बेहतर कार्य करने के लिए उनकी सराहना की. राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से कहा कि उन्होंने पहली बार एक जगह पर इतने वेरायटी के आम देखे हैं.उन्होंने कहा कि यह आम महोत्सव केवल आम के विभिन्न प्रजातियों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारे किसानों के अथक प्रयासों व परिश्रम का भी प्रतीक है.

आम की आधुनिक किस्मों से रुबरू हुए किसान 

राज्यपाल ने कहा कि हमारे सुखी और अन्नदाता किसानों की समृद्धि से ही समृद्ध राज्य औऱ राष्ट्र का निर्माण हो सकता है. उन्होंने कहा कि आईसीएआर को राज्य में आम की विभिन्न किस्मों को विकसित करने के साथ राष्ट्रीय  स्तर पर एक विशिष्ट पहचान स्थापित करने का प्रयास करना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के विकास हेतु कई पहल किए गए हैं. पीएम मोदी ने किसानों के आर्थिक हितों का ख्याल रखते हुए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत की है, इसके तहत सीधे किसानों के काते में पैसे दिए जाते हैं. उन्होंने कहा कि हमारे वैज्ञानिकों द्वारा किसानों के हित में निरंतर कई अनुसंधान किये जा रहे हैं, किसानों को उन अनुसंधानो के प्रति जागरूक रहना चाहिए तथा उनका लाभ उठाना चाहिए. उन्होंने आशा प्रकट करते हुए कहा कि यह आम उत्सव सह-किसान मेला आम की नई किस्मों, अत्याधुनिक तकनीकों और नवीन उत्पादों को लोकप्रिय बनाने में सहायक होगा.

सम्मानित किए गए किसान

कार्यक्रम के अंत में उन किसानों को सम्मानित किया गया, जिनके आम के फल का चयन बेहतर आम के तौर पर किया गया था. मंच पर आकर किसानों ने भी अपनी सफलता की कहानी बताई. इस दौरान एक विशेष सत्र रखा गया जिसमें किसानों को आम की बागवानी से संबंधित बारीकियों के बारे में बताया गया और किसानों को आम लगान की वैज्ञानिक विधि के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई. 

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