UP Budget 2023: उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने आज उत्तर प्रदेश का बजट पेश किया. वित्त वर्ष 2023-24 का बडट पेश करते हुए उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाई. उन्होंने किसानों और कृषि के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की है. दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा दिए जाने पर जोर देते हए वित्त मंत्री ने अपने भाषण मे कहा कि भारत विश्व में सबसे अधिक दुग्ध का उत्पादन करना है. भारत की इस उपलब्धि के लिए उत्तर प्रदेश का बड़ा योगदान है. यहां देश में सबसे अधिक दुग्ध का उत्पादन होता है. पर फिर भी देश की बढ़ती जनसंख्या को शुद्ध दूध पहुंचाना एक बड़ी चुनौती है.
इस समस्या से निपटने कि लिए और उत्तर प्रदेश मे दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रदेश में नंद बाबा दुग्ध मिशन का क्रियानव्यन किया जाएगा. इसके लिए वित्तीय वर्ष 2023-24 में 61 करोड़ 21 लाख रुपए की व्यवस्था प्रस्ताविति की गई है. इसके साथ ही वर्तमान में दुग्ध संघों के मजबूत और पुनर्जीवित करने की योजना के तहत 86 करोड़ 95 लाख रुपए की व्यव्सथा करने का प्रावधान किया गया है. जनपद मेरठ और वाराणसी में डेयरी परिोजनाओं के लिए विकास के लिए 60 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है. बता दें कि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में गौपालन रोजगार का एक बेहतरीन जरिया है और लाखों लोग इससे जुड़े हुए हैं, यह उनके लिए अतिरिक्त आय का साधन है.
प्रदेश में बीजेपी सरकार के आने के बाद से लगातार दुग्धशाला विकास एंव दुग्ध उत्पाद प्रोत्साहन नीति 2022 के तहत प्रदेश में स्थापित होने वे दुग्ध उद्योगों कों की इकाईयों को वित्तीय अनुदान रियायते एंव अन्य सुवधाएं प्रदान किए जाने के लिए 25 करोड रुपये का प्रावधान का किया गया है. इसके अलावा पशुपालन पर भी विशेष फोकस किया गया है. पशुपलान और गोवंश की रक्षा करने के लिए प्रदेश में गौ संरक्षण केंद्र का निर्माण किया जाएगा. छुट्टा पशुओं को की समस्या के समाधान के लिए समस्त 187 जनपदो में वृहद गौ-संरक्षण केंद्रा का निर्माण किए जाने का लक्ष्य रखा गया है. इनमें से 171 का निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है.
गौरतलब है कि हाल ही में देश में दुध संकट के निपटने के लिए और रेट पर कंट्रोल करने के लिए एक बैठक बुलाई गई थी. बैठक में यह बात सामने आई आहै कि देश में दूध कि मांग 10 फीसदी बढ़ गई है. जबकि दूध के उत्पादन में 2.59 फीसदी की कमी आई है. ऐसे समय में यूपी सरकार द्वारा बजट में दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने पर काफ खासा जोर दिया गया है.
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