Fish Disease: तालाब में मछलियों की बीमारी का पहले कैसे लगाएं पता, पढ़ें डिटेल Fish Disease: तालाब में मछलियों की बीमारी का पहले कैसे लगाएं पता, पढ़ें डिटेल
Disease in Fish Pond मछलियों का पालन तालाब में, टैंक में और जाल लगाकर तीन तरह से किया जाता है. इन तरीकों को मीठे पानी की मछली भी कहा जाता है. मछलियों को कई तरह की बीमारियों से भी बचाना होता है. मछली तालाब की हो या फिर टैंक और जाल लगाकर पाली गई, तीन खास तरीके अपनाकर कोई भी मछली पालक मछलियों की कैसी भी छोटी-बड़ी बीमारी को आसानी से पकड़ सकता है.
झींगा तालाब का प्रतीकात्मक फोटो.नासिर हुसैन - New Delhi,
- Aug 05, 2025,
- Updated Aug 05, 2025, 7:15 AM IST
Disease in Fish Pond बीमारियों के मामले में मछली पालन और पोल्ट्री लगभग एक जैसे हैं. कई बीमारियां ऐसी हैं जो पोल्ट्री फार्म और मछलियों के तालाब में तेजी से फैलती हैं. मत्स्य निदेशालय, रांची, झारखंड (Jharkhand) में फिश ट्रेनिंग सेंटर के चीफ इंस्ट्रक्टर प्रशांत कुमार दीपक ने किसान तक (Kisan Tak) को बताया कि मछलियों के तालाब में फैलने वाली बीमारियों को कंट्रोल किया जा सकता है. लेकिन इसके लिए जरूरी है कि तालाब के पानी पर नजर रखी जाए. मछलियों में होने वाले बदलाव को देखते रहें. क्योंकि जैसे ही मछलियों में बीमारी आनी होती है तो उनका व्यवहार बदल जाता है.
तालाब के किनारे खड़े होकर कैसे पता करें बीमारी?
- तालाब किनारे टहलते हुए मछलियों के लक्षण देखकर बीमारी को पहचान सकते हैं.
- चार ऐसे सामान्ये लक्षण हैं जिन्हें देखते ही बीमारी का पता चल जाता है.
- जैसे मछलियों द्वारा सामान्यए तरीके से दाना नहीं खाना.
- मछलियों द्वारा बार-बार तालाब या टैंक के किनारे पर आना.
- मछलियों द्वारा खरपतवार की आड़ में छिपकर रहना.
- मछली द्वारा सुस्तप तरीके से पानी में रहना यानि तैरना.
- मछलियों के शरीर से ज्याीदा श्लेहष्मा (बलगम) निकलना.
- ज्यायदा श्लेरष्मा निकलने से मछली बैक्टींरिया का शिकार हो सकती है.
- मछली अपने मूल रंग से हटकर बदरंग हो जाती है.
- मछली के पंखों के नीचे लाल घाव दिखाई देने लगते हैं.
- मछली के शरीर पर सफेद और काले धब्बेई दिखाई देने लगें.
- मछली का पेट फूलना, स्केबल के बीच में मवाद जमा होना.
- मछलियों के पंख टूटना और उनका सड़ना.
- मछली का शरीर छोटा और सिर बड़ा दिखाई देना.
- मछली का गलफड़ ज्याऔदा लाल हो जाना.
- गलफड़ का टूटकर सड़ना और आंख में सूजन आना.
मछलियों की अंदरूनी बीमारी कैसे पता करें?
- मछली की अंदरूनी बीमारी का पता पोस्टमार्टम से ही चलता है.
- मछली की चीरफाड़ कर अंदरूनी अंगों को देखकर बीमारी का पता लगा सकते हैं.
- मछली की आंत के पास से गाढ़ा और बदबूदार पानी आना.
- मछली के लिवर का रंग असामान्य होना.
- मछली के गुर्दों में टूटफूट और सड़न का होना.
- मछलियों की आंत में पैरासाइट का मिलना.
- मछली के लिवर और गुर्दे में गांठ का होना बीमारी के लक्षण हैं.
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