Animal Care in Winter: नवंबर से फरवरी तक ऐसा हो गाय-भैंस का शेड, सर्दी से बचाने को शुरू कर दें तैयारी

Animal Care in Winter: नवंबर से फरवरी तक ऐसा हो गाय-भैंस का शेड, सर्दी से बचाने को शुरू कर दें तैयारी

एनिमल एक्सपर्ट का कहना है कि पशु शेड का निर्माण हमेशा इलाके की जलवायु के हिसाब से कराया जाना चाहिए. शेड ऐसा हो जिसमे मौसम के हिसाब से छोटे-छोटे बदलाव कराए जा सकें. लेकिन एक मॉडल शेड में कुछ चीजें ऐसी होती हैं जिनका हर वक्त होना जरूरी है. जैसे पूरा शेड तीन तरफ से 5 फीट ऊंची दीवार से घिरा होना चाहिए. 

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नवंबर से फरवरी तक ऐसा हो गाय-भैंस का शेड, सर्दी से बचाने को शुरू कर दें तैयारीगायों के लिए कृत्रिम गर्भाधान है बेहद कारगर (Photo-Kisan Tak)

एनिमल एक्सपर्ट की मानें तो गाय-भैंस हो या फिर भेड़-बकरी, मौसम को लेकर ये अक्सर तनाव (स्ट्रेस) में आ जाते हैं. ये कोई जरूरी नहीं है कि पशु गर्म मौसम में ही सबसे ज्यादा तनाव में आते हैं. सर्दियों का मौसम भी छोटे-बड़े सभी तरह के पशुओं पर विपरीत असर डालता है. जिसका नुकसान पशुपालक को कम उत्पादन के रूप में उठाना पड़ता है. इसलिए आने वाले सर्दी के मौसम से भी पशुओं को बचाना बहुत जरूरी है. ठंड और कोहरे के मौसम में पशुओं की उचित देखभाल करना बहुत जरूरी हो जाता है.

हालांकि एक्सपर्ट ये भी कहते हैं कि पशुओं को ज्यादा से ज्यादा खुली जगह में रखा जाए, जिससे वो जब मन चाहे तब आराम से घूम-फिर सकें. ऐसा करने से पशु के उत्पादन पर अच्छा असर पड़ता है. और साथ ही पशुओं को खुली जगह में रखने पर खर्चा भी कम आता है. लेकिन हर मौसम के हिसाब से पशुओं के लिए शेड में इंतजाम करना भी जरूरी होता है. क्योंकि पशुओं का शेड कम से कम स्वच्छ, सुविधाजनक, आरामदायक हो और दूध निकालने के लिए शेड में अलग जगह दी गई हो. 

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आने वाले चार महीने के लिए ऐसा हो पशु शेड 

अगर आपके गांव-शहर में तापमान 0 से 10 डिग्री तक जाता है तो फिर उसके मुताबिक ही आपको शेड की तैयारी करनी होगी. यहां तक की मौसम के हिसाब से ही पशुओं का खानपान भी तैयार होगा. पशु की बिछावन कैसी होगी ये भी बदलते तापमान के हिसाब से ही पशुपालक को तैयार करनी होगी. 

  • सरसों का तेल पशु को दी जानी वाली खुराक का दो फीसद देना चाहिए. 
  • पशु को हरा चारा और भरपूर मात्रा में सूखा चारा देना चाहिए. 
  • गुड़ का शीरा पांच से 10 फीसद तक दिया जा सकता है. 
  • देर शाम में भी पशुओं को हरा चारा खाने में देना चाहिए. 
  • शेड में गर्म हवा के लिए ब्लोअर और रेडिएटर का इस्तेमाल करना चाहिए. 
  • पशुओं की पीठ को खाली बोरी या कंबल से ढक देना चाहिए. 
  • पशु का बिस्तर सूखा होना चाहिए. 
  • शेड को मोटे पर्दे से कवर करना चाहिए. 
  • पीने का पानी गर्म होना चाहिए. 

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10 से 20 डिग्री तापमान हो तो ऐसा बनाएं पशु शेड 

10 से 20 डिग्री तापमान भी बहुत ठंडा होता है. ऐसे में जितनी एहतियात इंसान बरतते हैं, उतनी ही पशुओं के लिए भी बरती जानी चाहिए. क्योंकि ये वो मौसम होता है जहां जरा सी भी लापरवाही पशुओं के लिए जानलेवा साबित हो सकती है. 

  • पशुओं को ठंड के तनाव से बचाने के लिए 10 फीसद एडिशनल सप्लीमेंट दे सकते हैं. 
  • पोषक तत्वों की जरूरत के मुताबिक हरा और सूखा चारा देना चाहिए. 
  • 24 घंटे ताजा और साफ पीने का पानी पशुओं के आसपास होना चाहिए. 
  • पशुओं को दिन में तीन से चार बार खुराक देनी चाहिए. 

 

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