Poultry Disease: मुर्गियों को बर्ड फ्लू-रानी खेत बीमारी से बचाना है तो अपनाएं ये उपाय, पढ़ें डिटेल 

Poultry Disease: मुर्गियों को बर्ड फ्लू-रानी खेत बीमारी से बचाना है तो अपनाएं ये उपाय, पढ़ें डिटेल 

क्लाइमेट चेंज के चलते मुर्गियां आए दिन किसी ना किसी बीमारी की चपेट में आती रहती हैं. इसके लिए जरूरी है कि फार्म को बीमारियों और संक्रमण से बचाने के लिए पोल्ट्री फार्म में मौजूद वेस्ट, कार्बनिक और दूसरा ऐसा वेस्ट जिसका कीटाणुशोधन नहीं किया जा सकता है उसे कहीं दूर नष्ट कर दें.

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Poultry Disease: मुर्गियों को बर्ड फ्लू-रानी खेत बीमारी से बचाना है तो अपनाएं ये उपाय, पढ़ें डिटेल पोल्ट्री फार्म को कैसे रखें सुरक्षित

अंडे के लिए लेअर बर्ड पाली जाएं या फिर चिकन के लिए ब्रॉयलर फार्मिंग की जाए, हर जगह एक ही कोशि‍श होती है बीमारियों की रोकथाम. क्योंकि बीमारियों के चलते जहां मुर्गे-मुर्गियों की मौत होती है तो पोल्ट्री फार्म की लागत भी बढ़ जाती है. और जब मुर्गियां बड़ी संख्या में मरने लगती हैं तो ये नुकसान और बड़ा हो जाता है. क्योंकि पोल्ट्री फार्म में जैसे ही रानी खेत बीमारी आती है तो 100-200 की संख्या में मुर्गियां मरना शुरू हो जाती है. वहीं बर्ड फ्लू का संक्रमण फैलने से पूरा का पूरा पोल्ट्री फार्म ही मुर्गे-मुर्गियों से साफ हो जाता है. पोल्ट्री फार्मर की पूरी पूंजी ही बीमारी की भेट चढ़ जाती है. 

पोल्ट्री फार्म पर ताला लगाना पड़ता है. पोल्ट्री एक्सपर्ट की मानें तो खासतौर से पोल्ट्री फार्म में कूड़ा, खराब अंडे, अंडे के उत्पाद, घास, फीड, पंख और अंडे की ट्रे को इकटठा करने और वक्त से नष्ट करने के चलते बीमारियां पनपने लगती हैं. कूड़े के साथ मरी हुई मुर्गियों को दफनाने के साथ ही जला भी सकते हैं. लेकिन ऐसी जगहों पर जब पानी जमा होता है तो संक्रमण फैलने लगता है. 

पोल्ट्री फार्म जरूर करें ये काम, नहीं आएंगी बीमारियां 

  • हैचरी, अंडा स्टोर रूम, पैकेजिंग रूम, अंडा ट्रॉली, अंडा उत्पाद प्लांट को कीटाणु रहित करते रहें. 
  • मुर्गियों, अंडों की ढुलाई, पोल्ट्री फीड की ढुलाई में इस्तेमाल होने वाले वाहनों को भी कीटाणुरहित करें. 
  • फार्म में जहां संक्रमण फैला हो वहां दीवारों, फर्श और छतों की धुलाई और कीटाणु शोधन करें. 
  • मुर्गियों के केज (पिंजरे) को हीट देकर कीटाणु रहित भी कर सकते हैं. 
  • फार्म में पानी पीने और फीड खाने वाले उपकरण को कीटाणु नाशक ट्रीटमेंट देना चाहिए.
  • फार्म में जहां पीने का पानी स्टोर किया जाता है उसे भी कीटाणु रहित करते रहें. 
  • फीड टैंक (साइलो) को खाली करके गर्म पानी के प्रेशर पंप से धोना चाहिए.
  • धोने और कीटाणुरहित करने के बाद फार्म की सभी यूनिट का दो सप्ताह में दो बार धूम्रीकरण करें.  
  • धूम्रीकरण के लिए फॉर्मेलिन और परमैंगनेट का इस्तेमाल करें. 
  • अंडे और अंडे के उत्पादों को पशुओं के शवों के साथ गड्ढे में दफनाने के साथ जला भी सकते हैं. 
  • खराब और बचे हुए फीड को अधिक सुविधाजनक तरीके से जलाया जा सकता है. 
  • मरी हुई मुर्गियों को नष्ट करने में लगे कर्मचारियों के सुरक्षात्मक कपड़ों को भी जला देना चाहिए.
  • फार्म के मजदूरों और आने वालों के हाथ-पैर साफ करने के लिए रेक्टिफाइड स्पिरिट या सेवलॉन, डेटॉल का इस्तेमाल करें.  
  • जूते साफ करने के लिए फुट मैट पर एंट्री गेट के पास ही NaOH के 2 फीसद घोल का इस्तेमाल करें.  

किस उपकरण के लिए क्या इस्तेमाल करें 

  1. सोडियम हाइपोक्लोराइट: 2 फीसद सक्रिय क्लोरीन घोल (उपकरणों को कीटाणुशोधन करने के लिए).
  2. क्वाटरनेरी अमोनियम लवण: 4 फीसद घोल (दीवारों, फर्शों, छतों और उपकरणों को ट्रीट करने के लिए).
  3. कैल्शियम हाइड्रोक्साइड: 3 फीसद घोल (दीवारों और फर्शों का उपचार करने के लिए).
  4. क्रेसोलिक एसिड 2.2 फीसद घोल: (फर्श का उपचार करने के लिए).
  5. सिंथेटिक फिनोल 2 फीसद घोल: (फर्शों का उपचार करने को).

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