Indian Dairy: ब्राजील के इस फार्मूले से बढ़ सकता है प्रति पशु दूध उत्पादन, पढ़ें डिटेल 

Indian Dairy: ब्राजील के इस फार्मूले से बढ़ सकता है प्रति पशु दूध उत्पादन, पढ़ें डिटेल 

ब्राजील एसोसिएशन ऑफ जेबू ब्रीडर्स (ABCZ) संस्था ने ऑफर देते हुए कहा है कि ब्राजील, डेयरी उत्पादों का एक प्रमुख वैश्विक उत्पादक है. हम भारत के मवेशियों की उत्पादकता बढ़ाने के मकसद से गर्भाधान और भ्रूण ट्रांसफर जैसी कई तकनीकों की मदद से डेयरी मवेशियों में आनुवंशिक सुधार ला सकते हैं. 

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Indian Dairy: ब्राजील के इस फार्मूले से बढ़ सकता है प्रति पशु दूध उत्पादन, पढ़ें डिटेल गिर गाय गंगा

भारत बीते कई साल से दूध उत्पादन में नंबर वन है. कोई विकसित और विकासशील देश भारत के इस आंकड़े के आसपास भी नहीं है. बावजूद इसके भारत डेयरी के मामले में बहुत सारे देशों से पीछे हैं. एक्सपर्ट की मानें तो इसकी बड़ी वजह है भारत में प्रति पशु दूध उत्पादन बहुत कम है. देश में पशुओं की संख्या ज्यादा है इसलिए दूध उत्पादन में नंबर वन हैं. प्रति पशु दूध के आंकड़े को बढ़ाने के लिए ही देश में कई योजनाओं पर काम चल रहा है. 

क्योंकि विश्व में बहुत सारे ऐसे देश हैं जहां पशु भारतीय दुधारू पशुओं के मुकाबले बहुत ज्यादा दूध देते हैं. इसी को देखते हुए ब्राजील ने इंडियन डेयरी सेक्टर को एक बड़ा ऑफर दिया है. भारत को ये ऑफर ब्राजील एसोसिएशन ऑफ ज़ेबू ब्रीडर्स (ABCZ) संस्था की ओर से मिला है. 

डेयरी सेक्टर की मदद करने को बनेगा ज़ेबू संस्थान 

ABCZ संस्था के अंतर्राष्ट्रीय पर्यवेक्षक रेकल बोर्गेस का कहना है कि दूध उत्पादन को बढ़ावा देने के मकसद से दोनों देशों में एक संयुक्त जेबू अनुसंधान संस्थान स्थापित करने के बारे में चर्चा चल रही है. इस संस्थान को बनाने का मकसद दूध उत्पादन को बढ़ावा देना और पशुओं में जेनेटिक सुधार करना है. भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक है, लेकिन बीते कुछ वक्त से पशुओं में जेनेटिक सुधार की कमी के चलते दूध उत्पादकता कम बनी हुई है. ब्राजील में भारत के राजदूत सुरेश के रेड्डी का कहना है कि पहले कदम के रूप में राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड ने ब्राजील में एक चैंपियन बैल की 50 हजार वीर्य खुराक के लिए परीक्षण करने का आदेश दिया है.

जिसका इस्तेमाल देशी गायों के गर्भाधान के लिए किया जाएगा. गौरतलब रहे ABCZ संस्था दुनियाभर में संस्था के 24 हजार से ज्यादा सदस्य हैं. संस्था का कहना है कि हम गर्भाधान और भ्रूण ट्रांसफर जैसी विभिन्न विधियों का इस्तेमाल करके मवेशियों के जेनेटिक या नस्ल विकास पर अपनी तकनीक को भारत में लाने के लिए कुछ परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं.

ब्राजील की डेयरियों में सीख रहे हैं उत्पादन बढ़ाने के गुर  

सुरेश के रेड्डी ने ये जानकारी भी शेयर की है कि कुछ निजी ब्रीडर अपने कर्मचारियों को विभिन्न ब्राजीलियाई डेयरी फार्मों में प्रशिक्षण के लिए ब्राजील भेज रहे हैं. वहीं उन्होंने ये भी बताया कि ABCZ जेबू जानवरों की जेनेटिक शुद्धता को बनाए रखता है और 70 लाख ज्यादा पंजीकृत जानवरों के साथ दुनिया में नस्लों का सबसे बड़ा डेटाबेस है. वहीं भारत में औसत दूध उत्पादन प्रतिदिन लगभग आठ से 10 लीटर है, जबकि ब्राजील में दूध उत्पादन 20-22 लीटर के बीच में है.

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