Green Fodder: बकरियों के लिए बरसात में हरा चारा नहीं इन पेड़ों की पत्ति‍यां होती हैं फायदेमंद

Green Fodder: बकरियों के लिए बरसात में हरा चारा नहीं इन पेड़ों की पत्ति‍यां होती हैं फायदेमंद

Tree Fodder बरसात के दिनों में हरे चारे में नमी की मात्रा बढ़ जाती है. ऐसे में बकरियों को हरा चारा खि‍लाया जाता है तो उन्हें अफरा यानि पाचन संबंधी बीमारियां परेशान करने लगती हैं. लेकिन ऐसा भी नहीं है कि सभी तरह का हरा चारा बकरियों के लिए परेशानी खड़ी करता है. बरसात के दिनों में बकरे-बकरियों को कुछ खास पेड़ की पत्ति यां खि‍लाई जा सकती हैं. 

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Green Fodder: बकरियों के लिए बरसात में हरा चारा नहीं इन पेड़ों की पत्ति‍यां होती हैं फायदेमंदबकरियों को हर रोज दें ये खुराक

Tree Fodder बरसात वो मौसम है जब बकरे-बकरियों को ताजा हरा चारा नहीं खि‍लाया जा सकता है. बरसाती हरा चारा खि‍लाने से बकरियों को पेट संबंधी परेशानियां शुरू हो जाती हैं. कई बार तो बकरियों की जान जोखि‍म में आ जाती है. गोट एक्सपर्ट डॉ. इब्ने अली ने किसान तक को बताया कि खासतौर पर बरसात के मौसम में ताजा हरा चारा खि‍लाना नुकसानदायक रहता है. इसलिए बकरियों को इस मौसम में पेड़ों की पत्ति‍यां खि‍लानी चाहिए. इतना ही नहीं हरा चारा काटने के 10 से 15 दिन तक सुखाने के बाद उसे बकरियों को खि‍लाया जा सकता है. कुछ खास ऐसे पेड़ हैं जिनकी पत्ति0यां बकरियों को खि‍लाई जा सकती हैं. इससे बकरे-बकरियों का उत्पादन भी बढ़ता है. 

क्यों खि‍लानी चाहिए पेड़ की पत्तियां, क्या हैं फायदे?

  • बरसात के दौरान भेड़-बकरियों को पेड़ों की पत्ति‍यां खि‍लाना बहुत फायदेमंद रहता है. 
  • फसली हरे चारे के मुकाबले पेड़ों की पत्तियों में नमी की मात्रा कम होती है. 
  • फसली चारे में ज्यादा नमी के चलते पशु डायरिया जैसी बीमारी के शि‍कार हो जाते हैं. 
  • बरसात में भेड़-बकरी पालक अमरुद, नीम और मोरिंगा की पत्तियां खि‍ला सकते हैं. 
  • पेड़ों की पत्तिकयां पेट भरने के साथ ही दवाई का काम भी करती हैं. 
  • इन पेड़ों की पत्तिपयों में टेनिन कांटेंट और प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होती है. 
  • बरसात में तीनों पेड़ की पत्तियां खि‍लाने से भेड़-बकरियों के पेट में कीड़े नहीं होंगे. 
  • बरसात के दौरान दूषि‍त पानी पीने से भेड़-बकरियों के पेट में कीड़े होना आम बात है. 
  • पेट में कीड़े होने वाली बीमारी भेड़-बकरियों की ग्रोथ पर असर डालती है. 
  • पेट में कीड़े होने पर भेड़-बकरियों को कुछ भी खि‍लाओं लेकिन उनकी ग्रोथ नहीं बढ़ती है.
  • फार्म में बकरी पालन करने कराने वालों को नीम, अमरुद और मोरिंगा जरूर खि‍लाना चाहिए. 

बकरियों को पत्तियां खि‍लाने में ये भी रखें ध्यान? 

  • बकरी जमीन पर पड़े चारे के मुकाबले डाल से तोड़कर खाना ज्यादा पसंद करती हैं. 
  • डाल से तोड़कर खाए जाने वाले चारे को बकरी बड़े ही चाव से खाती हैं. 
  • डाल से तोड़कर खाए जाने वाले से बकरे-बकरी की ग्रोथ तेजी से होती है. 
  • अगर नीम, अमरुद और मोरिंगा आसानी से उपलब्ध नहीं हो तो गूलर और अरडू खि‍ला सकते हैं. 
  • मोरिंगा का मुलायम तना भी बकरियां बड़े आराम से खाती हैं.

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