भारत में जितना झींगा उत्पादन होता है उसका 70 से 80 फीसद एक्सपोर्ट हो जाता है. चीन और अमेरिका भारतीय झींगा के दो बड़े खरीदार हैं. इक्वाडोर भी दोनों देशों को झींगा एक्सपोर्ट करता है, लेकिन सबसे ज्यादा झींगा भारत का पसंद किया जाता है. लेकिन बीते करीब डेढ़ साल से झींगा के बुरे दिन चल रहे हैं. खासतौर से अमेरिका हर रोज झींगा पर नई-नई शर्तें थोप रहा है. हाल ही में अमेरिका ने भारतीय झींगा एक्सपोर्ट पर काउंटरवेलिंग ड्यूटी (CVD) लगाई है. इतना ही नहीं एंटी डंपिंग ड्यूटी लगाने के लिए साल 2023 से ताक में बैठा है.
इसके चलते झींगा का एक्सपोर्ट मंदा हो रहा है. उत्पादन पर भी सीधा असर पड़ रहा है. पहले ही झींगा किसान कम दाम के चलते परेशान हैं. अब झींगा किसान और झींगा एक्सपोर्ट करने वालों के बीच चर्चा इस बात को लेकर है कि अमेरिका में नई सरकार आने के बाद अब झींगा का क्या होगा. डोनाल्ड ट्रंप के प्रेसिडेंट बनने के बाद क्या होगा. क्या झींगा को लेकर नई सरकार का नरम रुख दिखाई देगा. या फिर वो भी पुरानी सरकार की तरह झींगा पर तमाम तरह की बंदिशें लगाने का काम करेगी.
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अमेरिका में चुनाव प्रचार के दौरान ही भारतीय झींगा पर काउंटरवेलिंग ड्यूटी (CVD) लगाई है. 5.75 फीसद सीवीडी लगाई गई है. झींगा एक्सपर्ट और झींगा उत्पादक किसान डॉ. मनोज शर्मा का कहना है कि हालांकि झींगा एक्सपोर्ट करने में पूरी एक चेन काम करती है. प्रोसेसिंग यूनिट भी इसमे शामिल है. लेकिन अमेरिका के इस कदम की मार घुमा-फिराकर झींगा उत्पादक किसानों पर पड़ी है. हालांकि अमेरिका ने इक्वाडोर, इंडोनेशिया और वियतनाम पर एंटी डंपिंग डयूटी लगाई है. अब इसके चलते एक बार फिर इंटरनेशनल मार्केट में रेट को लेकर मारामारी शुरू हो जाएगी.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका के वाणिज्य विभाग (DOC) ने भारत से अमेरिका को एक्सपोर्ट होने वाले फ्रोजन झींगा पर दूसरे देशों के मुकाबले सबसे ज्यादा डयूटी लगाई है. हालांकि दूसरे देशों पर एंटी डंपिंग डयूटी लगाई है तो भारत पर सीवीडी लगाई है. रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका ने इक्वाडोर पर 3.75 फीसद एंटी डंपिंग डयूटी तो इंडोनेशिया पर 2.84 फीसद और वियतनाम पर 1.3 फीसद एंटी-डंपिंग डयूटी लगाई गई है. वहीं भारत पर 5.75 फीसद सीवीडी लगाई गई है. गौरतलब रहे भारत और इक्वाडोर झींगा एक्सपोर्ट करने वाले दो बड़े देश हैं.
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झींगा एक्सपर्ट डॉ. मनोज शर्मा की मानें तो अमेरिका को सबसे ज्यादा भारत और इक्वाडोर झींगा एक्सपोर्ट करते हैं. भारत से अमेरिका को 2.9 बिलियन डॉलर (300 करोड़ डॉलर) का झींगा एक्सपोर्ट होता है. बीते कुछ वक्त से अमेरिका में भारतीय झींगा के दाम भी कम हो गए हैं. साल 2021-22 में एक किलो भारतीय झींगा की कीमत 8.57 डॉलर थी, जो अब घटकर 7.4 डॉलर प्रति किलोग्राम रह गई है.
झींगा किसान और झींगा एक्सपर्ट डॉ. मनोज शर्मा ने किसान तक को बताया कि दो बड़े देशों के बीच झींगा एक्सपोर्ट जैसा मामला बहुत छोटा है. लेकिन जरूरत इस बात की है कि उनके सामने इस मामले को उठाएगा कौन. क्योंकि हमे इतनी उम्मीद तो है कि अगर ये मामला दोनों नेताओं के बीच पहुंचा तो झींगा के अच्छे दिन जरूर आएंगे.
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