हैदराबादी बिरयानी नहीं, हैदराबादी चिकन बिरयानी बोलिए...पोल्ट्री सेक्टर के लिए बन रहा प्लान

हैदराबादी बिरयानी नहीं, हैदराबादी चिकन बिरयानी बोलिए...पोल्ट्री सेक्टर के लिए बन रहा प्लान

Poultry Expo-2024: पोल्ट्री सेक्टर को रफ्तार देने के लिए तेलंगाना सरकार एक प्लान पर काम कर रही है. इस प्लान में प्राइवेट कंपनियों को भी शामिल किया जाएगा. तेलंगाना सरकार के स्पेशल चीफ सेक्रेटरी सबयसांची घोष ने कहा है क‍ि जल्द ही पोल्ट्री को हैदराबादी बिरयानी से जोड़ा जाएगा.

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हैदराबादी बिरयानी नहीं, हैदराबादी चिकन बिरयानी बोलिए...पोल्ट्री सेक्टर के लिए बन रहा प्लानब‍िरयानी

आने वाले कुछ दिन बाद अगर आपको हैदराबादी बिरयानी नहीं, हैदराबादी चिकन बिरयानी नाम सुनाई दे तो चौंकियेगा नहीं. जल्द ही पोल्ट्री को हैदराबादी बिरयानी से जोड़ा जाएगा. देश ही नहीं विदेशों में भी हैदराबादी चिकन बिरयानी की चर्चा की जाएगी. ये सब किया जाएगा पोल्ट्री प्रोडक्ट चिकन की डिमांड बढ़ाने और पोल्ट्री फार्मिंग को मुनाफे वाला कारोबार बनाने के लिए. पोल्ट्री सेक्टर को रफ्तार देने के लिए तेलंगाना सरकार इस प्लान पर काम कर रही है. इस प्लान में प्राइवेट कंपनियों को भी शामिल किया जाएगा. ये कहना है तेलंगाना सरकार में स्पेशल चीफ सेक्रेटरी सबयसांची घोष का. पोल्ट्री एक्सपो-2024 के उद्घाटन मौके पर उन्होंने ये बात कही है. 

किसान तक से बात करते हुए उन्होंने बताया कि इस प्लान को कामयाब बनाने के लिए प्राइवेट कंपनियों को भी साथ में जोड़ा जाएगा. इस मौके पर इंडियन पोल्ट्री इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (IPEMA) की ओर से अनिल धूमल ने जानकारी देते हुए बताया कि इंडियन पोल्ट्री से जुड़े दो बिजनेस एग्रीमेंट नेपाल और रशि‍या के साथ किए गए हैं. वहीं पीके शुक्ला, पूर्व डीन दुवासु, मथुरा ने कहा कि जल्द ही हम अंडा उत्पादन में नबंर वन हो जाएंगे.

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पुराने तरीके नहीं बदले तो कौन संभालेगा पोल्ट्री कारोबार

आईबी ग्रुप के एमडी और ऑल इंडिया पोल्ट्री ब्रीडर एसोसिएशन के प्रेसिडेंट बहादुर अली का का कहना है कि आज भी पोल्ट्री कारोबार पुराने ट्रेडीशनल तरीकों से हो रहा है. आज पोल्ट्री कारोबारी एआई और जीआईएस मैपिंग नहीं अपना रहे हैं. टेक्नोलॉजी से दूर भागते हैं. लौट फिर कर वही पुराने तौर-तरीकों पर काम कर रहा है. यही वजह है कि पोल्ट्री में रिस्क बहुत है. लेकिन ये भी हकीकत है कि अगर जल्द ही इन तरीकों को और खुद को नहीं बदला तो ये तय है कि हमारी आने वाली नई पीढ़ी पोल्ट्री कारोबार को नहीं संभालेगी. क्योंकि वो पीढ़ी पॉइंट टू पॉइंट बात करने वाली है. वो मुनाफे पर बात करती है. 

बीमारी कंट्रोल करने से कम होगा रिस्क 

सिंगापुर से आए डॉ. चिन हाऊ चियोंग ने पोल्ट्री में आने वाली सबसे बड़ी बीमारी एवियन इंफ्लूएंजा पर बात करते हुए कहा कि जब तक पोल्ट्री में बीमारियों को कंट्रोल नहीं किया जाएगा तो रिस्क को कम या खत्म नहीं किया जा सकता है. क्योंकि एवियन इंफ्लूएंजा जैसी बीमारी जब आती है तो छोटा हो या बड़ा पोल्ट्री फार्म सूना हो जाता है. सभी मुर्गियां मर जाती हैं या मार दी जाती हैं. पोल्ट्री रिसर्च सेंटर, हैदराबाद से आए प्रिसिंपल साइंटिस्ट डॉ. एमआर रेड्डी ने भी पोल्ट्री में फैलने वाली बीमारियों की तरफ इशारा करते हुए उनसे बचने और और उन्हें कंट्रोल करने के बारे में बताया.  

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