America-India Trade Deal: उत्पादन मछली का ज्यादा और विदेशों में डिमांड झींगा की, पढ़ें डिटेल  

America-India Trade Deal: उत्पादन मछली का ज्यादा और विदेशों में डिमांड झींगा की, पढ़ें डिटेल  

Shrimp Production and Export झींगा किसान और एक्सपर्ट डॉ. मनोज शर्मा का किसान तक से कहना है कि झींगा पालन के लिए जिस तरह के पानी की जरूरत होती है वो हमारे यहां बहुत अच्छा है. दूसरे देशों के मुकाबले हमारे देश के झींगा में एक अलग ही स्वाद है. यही वजह है कि चीन और अमेरिका जैसे दो बड़े देश भारत के झींगा को खाना पसंद करते हैं. 

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America-India Trade Deal: उत्पादन मछली का ज्यादा और विदेशों में डिमांड झींगा की, पढ़ें डिटेल  झींगा तालाब का प्रतीकात्मक फोटो.

Shrimp Production and Export सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देश में मछली का उत्पादन 190 लाख टन पर पहुंच गया है. साल 2025 खत्म होते-होते भारत 200 लाख टन के आंकड़े को छू लेगा. जबकि झींगा का उत्पादन सिर्फ 9.5 लाख टन है. बावजूद इसके इंटरनेशनल मार्केट में झींगा की डिमांड ज्यादा है. अभी 90 से 95 फीसद झींगा एक्सपोर्ट होता है. ये आंकड़ा और बढ़ सकता है, अगर हम बाजार की जरूरत के हिसाब से मानकों को बढ़ा लेते हैं. यही वजह है कि अमेरिका 25 फीसद टैरिफ लगाकर झींगा को प्रभावित कर रहा है. जबकि झींगा किसानों को फायदा पहुंचाने के लिए जरूरत इस बात की है कि झींगा की खपत और उत्पादन दोनों को और बढ़ाया जाए.

झींगा किसानों को सरकार से क्या  मदद चाहिए? 

  • नए क्षेत्रों खासतौर पर नॉर्थ इंडिया के चार राज्यों में झींगा उत्पादन के लिए सरकारी मदद चाहिए.   
  • जलीय कृषि कार्यों के लिए यूनिट लागत को बढ़ाकर 25 लाख रुपये करना चाहिए. 
  • क्षेत्र सीमा को दो हेक्टेयर से बढ़ाकर पांच हेक्टेयर करना चाहिए. 
  • पॉलिथीन लाइनिंग के लिए सब्सिडी को बढ़ाना भी रणनीति में शामिल है. 
  • सिरसा, हरियाणा में एक एकीकृत एक्वा पार्क की स्थापना की जाए. 
  • उत्पादन और खपत बढ़ाने के लिए सप्लाई चैनलों में सुधार की जरूरत है. 

तीन महीने में तैयार हो जाती है झींगा की फसल?

  • 14-15 ग्राम वजन वाला झींगा तालाब में 70 से 80 दिन में तैयार हो जाता है. 
  • अगर झींगा पालन में कोई कमी रह जाती है तो ज्यादा से ज्यादा 90 दिन में तैयार हो जाता है. 
  • अगर बड़े साइज का झींगा तैयार करना है तो चार महीने यानि 120 दिन में तैयार हो जाएगा. 
  • एक साल में झींगा की तीन से चार फसल आसानी से ली जा सकती हैं.
  • देश-विदेश के बाजार में हर तरह के साइज वाले झींगा की डिमांड है. 
  • चीन और अमेरिका में झींगा की बहुत खपत है. 
  • चीन-अमेरिका में बड़े साइज का झींगा ज्यादा खाया जाता है. 
  • छोटे साइज 14 से 15 ग्राम के झींगा की सबसे ज्यादा डिमांड होती है. 
  • एक किलो वजन में 60 से 70 पीस झींगा के आ जाते हैं. 
  • नौ ग्राम का झींगा भी बाजार में मांगा जाता है, लेकिन डिमांड कम है.

किन चार राज्य में झींगा उत्पादन बढ़ाने की है तैयारी? 

  • उत्तर भारत के चार बड़े राज्यों में झींगा का उत्पादन बढ़ाने की तैयारी चल रही है. 
  • झींगा के लिए जरूरी मानक वाला पानी और मिट्टी यहां बड़े क्षेत्रफल में मौजूद है. 
  • पंजाब, हरियाणा, यूपी और राजस्थान में झींगा उत्पादन को केन्द्र सरकार प्लान बना रही है. 
  • सीआईएफई, रोहतक ने चारा राज्यों में हो रहे झींगा उत्पादन पर रिपोर्ट तैयार की है. 
  •  हरियाणा में 2942 एकड़ और पंजाब में 1200 एकड़ जमीन पर झींगा उत्पादन हो रहा है. 
  • राजस्थान में 1000 एकड़ और उत्तर प्रदेश में 20-25 एकड़ जमीन पर झींगा उत्पादन हो रहा है. 
  • हरियाणा ने अपना दायरा बढ़ाते हुए 1200 एकड़ नई जमीन पर उत्पादन शुरू कर दिया है. 
  • चारों राज्यों में झींगा उत्पादन के लिए 50 हजार हेक्टेयर से ज्यादा जमीन है. 

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