America-India Trade Deal: अमेरिका ही नहीं यूरोपियन यूनियन और यूके की भी है भारतीय डेयरी पर नजर 

America-India Trade Deal: अमेरिका ही नहीं यूरोपियन यूनियन और यूके की भी है भारतीय डेयरी पर नजर 

American Dairy Product भारतीय डेयरी बाजार बहुत बड़ा है. देश में 30 करोड़ दुधारू पशु हैं. इसमे से अभी 10 करोड़ पशु ही दूध दे रहे हैं. पशु नस्ल सुधार कार्यक्रम चलाकर सरकार दूध उत्पादन बढ़ाने की कोशि‍शों में लगी हुई हैं. अभी भारत दूध उत्पादन के मामले में पहले नंबर पर है. हमारे यहां दूसरे देशों के मुकाबले पशुओं की संख्या ज्यादा है, लेकिन प्रति पशु दूध उत्पादन कम है. 

Advertisement
America-India Trade Deal: अमेरिका ही नहीं यूरोपियन यूनियन और यूके की भी है भारतीय डेयरी पर नजर डेयरी और एग्री सेक्टर को लेकर फंसा है भारत-यूएस डील में पेंच

American Dairy Product दूध उत्पादन के मामले में नंबर वन है. खपत के मामले में भी कई बड़े देशों से आगे है. हर साल भारत का डेयरी सेक्टर विश्व के मुकाबले तीन गुना रफ्तार से आगे बढ़ रहा है. डेयरी का सारा दारोमदार दूध उत्पादन पर टिका होता है. गाय-भैंस जितना ज्यादा दूध देंगी डेयरी कारोबार उतना ही ज्यादा बड़ा होगा. दूसरे से पांचवे नंबर तक के देश भारत के कुल उत्पादन के 50 फीसद हिस्से के बाराबर भी नहीं है. इंडियन डेयरी एसोसिएशन के प्रेसिडेंट डॉ. आरएस सोढ़ी ने किसान तक को बताया कि ये कोई पहला मौका नहीं है जब दूसरे देश भारतीय डेयरी बाजार में दखल देने के लिए कोशि‍श कर रहे हैं. अमेरिका से पहले भी कई देश ये कोशि‍श करके देख चुके हैं. 

क्यों चर्चा में है भारतीय डेयरी बाजार?

  • अमेरिका ने हाल ही में अपने डेयरी प्रोडक्ट भारतीय बाजार में बेचने की पेशकश की है. 
  • यूके, यूरोपियन यूनियन देश भी भारत में डेयरी प्रोडक्ट बेचने की पेशकश कर चुके हैं. 
  • 24 करोड़ टन दूध उत्पादन के साथ भारत विश्व में पहले नंबर पर है. 
  • भारत में हर साल पांच से छह फीसद की दर से दूध उत्पादन बढ़ रहा है. 
  • विश्व में दूध उत्पादन बढ़ने की दर दो फीसद है. 
  • भारत अपने दूध उत्पादन का बड़ा हिस्सा देश में ही खपा देता है. 
  • भारत में प्रति व्यक्ति  दूध के हिस्से में 479 ग्राम दूध आता है. 
  • विश्व के दूध उत्पादन में भारत की हिस्सेदारी 25 फीसद है. 
  • साल 2024 में भारत से करीब दो हजार करोड़ रुपये का डेयरी प्रोडक्ट एक्सपोर्ट हुआ था. 
  • एक्सपोर्ट के नाम पर भारत खाड़ी देशों को बड़ी मात्रा में घी और मक्खन बेचता है. 
  • पशुओं की संख्या को देखते हुए भारत में दूध उत्पादन क्षमता बढ़ाने संभावनाएं बहुत हैं. 
  • भारत में आठ करोड़ से ज्यादा किसान सीधे तौर पर पशुपालन से जुड़े हुए हैं. 
  • भारत में लगातार डेयरी प्रोडक्ट की डिमांड बढ़ रही हैं. 
  • भारत का सालाना घी का कारोबार करीब चार लाख करोड़ रुपये का है.
  • भारत में मक्खन का सालाना कारोबार 55 से 60 हजार करोड़ रुपये का है.

निष्कर्ष- 

भारत में डेयरी और पशुपालन सिर्फ कारोबार नहीं है, ये छोटे किसानों और पशुपालकों जीविका का साधन भी है. यही वजह है कि बीते 30 साल से कई बड़े देश इस ताक में हैं कि कब मौका मिले और हम अपना डेयरी प्रोडक्ट भारतीय बाजार में बेचें.  

ये भी पढ़ें- American Tariff on Shrimp: झींगा किसान का मुनाफा 8 फीसद और टैरिफ डयूटी 25 फीसद, क्या होगा भविष्य

ये भी पढ़ें- Breed Production: OPU-IVF से मां बनेंगी सड़क-खेतों में घूमने वाली छुट्टा गाय, हर गाय आएगी काम 

POST A COMMENT