महाराष्ट्र दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार मछली उत्पादन में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाने का भी काम कर रही है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत हजारों महिलाओं को मदद दी गई है. पीएम मोदी ने महाराष्ट्र के पालघर में कहा कि आज भारत, दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मछली उत्पादक देश बन गया है. 2014 में देश में 80 लाख टन मछली का ही उत्पादन होता था, आज करीब-करीब 170 लाख टन मछली का उत्पादन भारत कर रहा है. यानी, सिर्फ 10 साल में आपने मछली का उत्पादन दोगुना कर दिया है.
पीएम मोदी ने पालघर के वाधवान में कहा, अब ये भारत, नया भारत है. नया भारत- इतिहास से सबक लेता है. अपने सामर्थ्य को पहचानता है. अपने गौरव को पहचानता है. गुलामी की बेड़ियों के हर निशान को पीछे छोड़ते हुए नया भारत समुद्री इंफ्रास्ट्रक्चर में मील के नए पत्थर लगा रहा है. एक समय था, जब भारत को विश्व के सबसे समृद्ध और सशक्त राष्ट्रों में गिना जाता था. भारत की इस समृद्धि का एक बड़ा आधार था- भारत की सामुद्रिक सामर्थ्य. हमारी इस ताकत को महाराष्ट्र से बेहतर और कौन जानेगा?
प्रधानमंत्री ने कहा, छत्रपति शिवाजी महाराज, उन्होंने समुद्री व्यापार को, समुद्री शक्ति को एक नई ऊंचाई दी थी. उन्होंने नई नीतियां बनाई, देश की प्रगति के लिए फैसले लिए.
ये भी पढ़ें:- गन्ने के दाम में हो 600 रुपये की बढ़ोतरी, यूपी के किसानों ने की सरकार से मांग
प्रधानमंत्री ने कहा, हम तटीय गांवों के विकास पर और ज्यादा ध्यान दे रहे हैं. आपका सामर्थ्य बढ़ाने के लिए मच्छीमार सहकारी संस्थाओं को भी मजूबत बनाया जा रहा है. पिछड़ों के लिए काम करना हो या वंचितों को अधिकार देना हो, बीजेपी और एनडीए सरकारों ने पूरे समर्पण भाव और ईमानदारी से काम किया है. अलग जनजातीय मंत्रालय की स्थापना बीजेपी और एनडीए सरकार ने ही की थी. हमारी ही सरकार ने मछुआरों के कल्याण के लिए अलग मंत्रालय भी बनाया.
वधावन पोर्ट का उद्घाटन करने के बाद पीएम मोदी ने कहा, भारत की विकास यात्रा के लिए ये बहुत बड़ा दिन है. विकसित महाराष्ट्र, विकसित भारत के संकल्प का सबसे अहम हिस्सा है. इसलिए, चाहे पिछले 10 साल हों या फिर मेरी सरकार का तीसरा कार्यकाल, महाराष्ट्र के लिए लगातार बड़े फैसले लिए गए हैं. महाराष्ट्र के पास विकास के लिए ज़रूरी ताकत और संसाधन मौजूद हैं. आज वधावन पोर्ट का शिलान्यास किया गया है और इस पर 76,000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. ये देश का सबसे बड़ा कंटेनर पोर्ट होगा.
भाषण की शुरुआत में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, जब 2013 में बीजेपी ने मुझे प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में निश्चित किया, तो मैंने सबसे पहले रायगढ़ के किले में जाकर छत्रपति शिवाजी महाराज की समाधि के सामने बैठ कर प्रार्थना की और राष्ट्रसेवा की एक नई यात्रा आरंभ की थी. छत्रपति शिवाजी महाराज... मेरे लिए सिर्फ नाम नहीं हैं, हमारे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य देव हैं. पिछले दिनों सिंधुदुर्ग में जो हुआ, आज मैं सिर झुकाकर मेरे आराध्य देव छत्रपति शिवाजी महाराज जी के चरणों में मस्तक रखकर माफी मांगता हूं.
हमारे संस्कार अलग हैं, हम वो लोग नहीं हैं जो आए दिन भारत मां के महान सपूत, इसी धरती के लाल वीर सावरकर को अनाप-शनाप गालियां देते रहते हैं, अपमानित करते रहते हैं, देशभक्तों की भावनाओं को कुचलते हैं. वे लोग वीर सावरकर को गालियां देने के बाद भी माफी मांगने को तैयार नहीं हैं. उनको पाश्चाताप नहीं होता है... महाराष्ट्र की जनता उनके संस्कार को अब जान गई है.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today