Milk Subsidy: मार्च तक लागू रहेगी 5 रुपये लीटर की दूध सब्सिडी, जानिए क्या है पैसा मिलने का तरीका

Milk Subsidy: मार्च तक लागू रहेगी 5 रुपये लीटर की दूध सब्सिडी, जानिए क्या है पैसा मिलने का तरीका

किसानों को यह फायदा दिलाने के लिए आंदोलन चलाने वाले किसान नेता अजीत नवले का कहना है कि योजना का फायदा लेने के लिए हर किसान को आवेदन करने की जरूरत नहीं है. जिस दुग्ध संघ में जितना दूध खरीदा जाता रहा है उसमें सरकार उतने का पैसा डाल देगी और वो संघ इसका फायदा किसानों को देंगे. दुग्ध संघ ही अप्लाई करेंगे.

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Milk Subsidy: मार्च तक लागू रहेगी 5 रुपये लीटर की दूध सब्सिडी, जानिए क्या है पैसा मिलने का तरीकाजानिए दूध सब्सिडी का पैसा कैसे मिलेगा

महाराष्ट्र में दूध पर प्रति लीटर 5 रुपये मिलने वाली सब्सिडी की योजना को सरकार ने मार्च तक बढ़ा दिया है. राज्य सरकार ने दूध पर सब्सिडी देने की योजना को 11 फरवरी से 10 मार्च तक के लिए बढ़ा दिया है. इस योजना की मियाद 10 फरवरी को खत्म हो गई थी. राज्य के दुग्ध व्यवसाय विकास विभाग ने एक महीने और सब्सिडी देने का आदेश जारी कर दिया है. राज्य ने दूध के दाम गिरने पर उत्पादक किसानों के लिए प्रति लीटर 5 रुपये की सब्सिडी देने का फैसला सबसे पहले 5 जनवरी 2024 लिया था. इसके तहत योजना 11 जनवरी से 10 फरवरी तक लागू की गई थी,  जिसे एक महीने के लिए बढ़ाया गया है.

बताया गया कि इस योजना की अवधि एक महीने बढ़ाए जाने से सरकार को 230 करोड़ रुपये खर्च करने पड़ेंगे. सरकार सहकारी दुग्ध संघों और निजी दुग्ध परियोजनाओं दोनों पर दूध बेचने वाले किसानों को यह फायदा दे रही है. किसानों को यह फायदा दिलाने के लिए आंदोलन चलाने वाले किसान नेता अजीत नवले का कहना है कि योजना का फायदा लेने के लिए हर किसान को आवेदन करने की जरूरत नहीं है. जिस दुग्ध संघ में जितना दूध खरीदा जाता रहा है उसमें सरकार उतने का पैसा डाल देगी और वो संघ इसका फायदा किसानों को देंगे. दुग्ध संघ ही अप्लाई करेंगे.

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कब तक लागू रहेगी योजना

किसानों को दूध बेचने पर मिलने वाली सब्सिडी अब 10 मार्च तक मिलती रहेगी. इसके लिए शर्त यह है कि दूध में कम से कम 3.2 फीसदी फैट और 8.3 एसएनएफ होना चाहिए. नवंबर, 2023 के आंकड़ों के अनुसार सहकारी दुग्ध संघों और निजी दुग्ध परियोजनाओं के माध्यम से राज्य में रोजाना 149 लाख लीटर दूध एकत्र किया जाता है. प्रति लीटर 5 रुपये की सब्सिडी के हिसाब से इसकी रकम 230 करोड़ रुपये बनती है. 

अब तक नहीं मिला लाभ

सब्सिडी की मियाद भले ही बढ़ गई है लेकिन पशुपालकों को अभी तक फायदा नहीं मिला है. नासिक जिले के जायगाव निवासी पशुपालक सिद्धार्थ गिते का कहना है कि सरकार ने घोषणा की है कि हम 5 रुपये प्रति लीटर सब्सिडी देंगे लेकिन हमारे गांव में अभी तक किसी को नहीं मिली है. हमने जितना दूध बेचा है उसकी पर्ची रखी हुई है. अहमद नगर के बड़े पशुपालक नंदू रोकड़े ने भी कहा कि अभी तक उन्हें सब्सिडी का पैसा नहीं मिला है.

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