Dairy Production: ये 20 काम किए तो डबल हो जाएगा डेयरी और पशुपालन का मुनाफा, पढ़ें डिटेल Dairy Production: ये 20 काम किए तो डबल हो जाएगा डेयरी और पशुपालन का मुनाफा, पढ़ें डिटेल
Increase Dairy Production हाईटेक डेयरी टेक्नोलॉजी के बाद भी प्रति पशु दूध उत्पादन के मामले में हम बहुत पीछे हैं. विश्व में कई छोटे-बड़े देश प्रति पशु दूध उत्पादन के मामले में हमसे बहुत ज्यादा हैं. डेयरी एक्सपोर्ट के मामले में भी आगे हैं. लेकिन हम दोनों ही क्षेत्रों में पीछे हैं. इसी में सुधार लाने के लिए एक्सपर्ट मिल्क रेव्युलेशन-2 पर जोर दे रहे हैं.
हिमाचल के दूध उत्पादकों के लिए खुशखबरी (सांकेतिक तस्वीर)नासिर हुसैन - New Delhi,
- Sep 16, 2025,
- Updated Sep 16, 2025, 7:17 AM IST
Increase Dairy Production एक-दो नहीं बीते कई साल से भारत दूध उत्पादन में नंबर वन बना हुआ है. देश में हर रोज करीब 65 करोड़ लीटर दूध का उत्पादन हो रहा है. हर साल उत्पादन में बढ़ोतरी हो रही है. आने वाले कुछ साल में दूध उत्पादन का आंकड़ा डबल को भी पार कर जाएगा. लेकिन इतना सब होने के बावजूद अफसोस की बात ये है कि डेयरी प्रोडक्ट एक्सपोर्ट करने के मामले में भारत का आंकड़ा बहुत ही खराब है. न तो ये आंकड़ा इंटरनेशनल लेवल पर दिखाया जाता है, और न ही कहीं जिक्र करने लायक है.
हैरत की बात है कि दूध में नंबर वन भारत एक्सपोर्ट की टॉप 10 की लिस्ट में भी शामिल नहीं है. शायद इसी को देखते हुए डेयरी एक्सपर्ट पशुपालन और डेयरी में खास 20 काम करने की सलाह देते हैं. और इसीलिए मिल्क रेव्युलेशन-2 की शुरुआत भी की गई है. ये इसलिए भी किया जा रहा है कि इंडियन डेयरी का ढांचा इस तरह का है कि उसके हिसाब से दूध उत्पादन को कभी भी बढ़ाया जा सकता है.
डेयरी में कैसे आएगा बदलाव और बढ़ेगा मुनाफा
- अमूल के पूर्व एमडी और इंडियन डेयरी एसोसिएशन के प्रेसिडेंट डॉ. आरएस सोढ़ी ने दिए टिप्स.
- डेयरी की तस्वीर बदलने के लिए छह बिन्दुओं पर मिल्क रेव्युलेशन-2 की तरह से काम करना होगा.
- अगर ऐसा होता है तो डेयरी सेक्टर और उससे जुड़े पशुपालकों की तस्वीर एकदम बदल जाएगी.
- इसके लिए पहले तो हमे प्रति पशु दूध उत्पादन बढ़ाने पर जोर देना होगा.
- आधुनिक प्रोसेसिंग प्लांट बनाने के साथ ही उनकी संख्या भी बढ़ानी होगी.
- एक्सपोर्ट और घरेलू दोनों लेवल के बाजार का दायरा बढ़ाना होगा.
- इंटरनेशनल मार्केट में डिमांड को देखते हुए घी पर बहुत ज्यादा काम करने की जरूरत है.
- सरकार की मदद से कोऑपरेटिव, डेयरी वैल्यू चेन और इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करना होगा.
- मौजूदा वक्त की सबसे बड़ी परेशानी को देखते हुए पशुओं की चारा लागत को कम करना होगा.
पशुपालकों की इनकम बढ़ाने के लिए क्या करें
- आज सबसे बड़ी जरूरत ज्यादा से ज्यादा किसानों को पशुपालन में लाने की है.
- जो पहले से काम कर रहे हैं उन्हें रोकने पर भी ध्यान देना होगा.
- चार-पांच गाय-भैंस पालने वाले पशुपालक को कुछ बचता नहीं है.
- क्योंकि दूध की कमाई का एक बड़ा हिस्सा चारे में खर्च हो जाता है.
- लगातार बिजली-डीजल महंगी होने से लागत बढ़ गई है.
- किसान के बच्चे आज पशुपालन में भविष्य बनाना नहीं चाहते हैं.
- जब तक पशुपालन अर्गेनाइज्ड नहीं होगा तो दूध उत्पादन की लागत भी कम नहीं होगी.
डेयरी प्रोडक्ट की पैकिंग कैसी होनी चाहिए
- खासतौर पर खाने की चीजों पर अच्छी या खराब पैकेकिंग का असर पड़ता है.
- दूध को छोड़कर बाकी सारे डेयरी प्रोडक्ट प्रोसेस होते हैं.
- आइसक्रीम में भी पैकिंग का बड़ा रोल है.
- पैकिंग के चलते ही डेयरी प्रोडक्ट के रेट बाजार पर भी असर डालते हैं.
ये भी पढ़ें-Water Usage: अंडा-दूध, मीट उत्पादन पर खर्च होने वाले पानी ने बढ़ाई परेशानी, जानें कितना होता है खर्च
ये भी पढ़ें-Egg Export: अमेरिका ने भारतीय अंडों पर उठाए गंभीर सवाल, कहा-इंसानों के खाने लायक नहीं...