Bull Semen Center: हीट में आई गाय-भैंस के लिए बुल का वीर्य खरीदने जा रहे हैं तो रखें ये ख्याल Bull Semen Center: हीट में आई गाय-भैंस के लिए बुल का वीर्य खरीदने जा रहे हैं तो रखें ये ख्याल
Bull Semen Center आर्टिफिशल इंसेमीनेशन (AI) के तहत जिस बुल का वीर्य (सीमन) इस्तेमाल किया जा रहा है उसकी हैल्थ ऐसी हो कि उसे किसी तरह की संक्रमित बीमारी ना हो. लेकिन इसके लिए ये जरूरी है कि पशुपालक बैल का वीर्य खरीदते वक्त इस बात का खास ख्याल रखें कि जिस सीमन सेंटर से खरीदा जा रहा है वहां बायो सिक्योरिटी के 25 से ज्यादा मानकों का पालन किया जा रहा है.
सेक्स सॉर्टेड सीमेन नासिर हुसैन - Delhi,
- Nov 05, 2025,
- Updated Nov 05, 2025, 7:31 AM IST
Bull Semen Center दूध उत्पादन बढ़ाने और पशुओं की नस्ल सुधार को लेकर आर्टिफिशल इंसेमीनेशन (AI) में जागरुकता आ रही है. सेक्स सॉर्टेड सीमन तकनीक का इस्तेमाल भी बढ़ रहा है. इन तकनीक के चलते पशु बीमारियों से भी बचे रहते हैं. एआई तकनीक के तहत होता ये है कि अच्छे बुल का फ्रोजन वीर्य (सीमन) खरीदकर उसे एआई की मदद से गाय-भैंस में ट्रांसफर कर दिया जाता है. इसीलिए एनिमल एक्सपर्ट ये सलाह देते हैं कि जब गाय-भैंस हीट में आए तो पशुपालकों को उस बुल के वीर्य का इस्तेमाल करना चाहिए जिसके परिवार में ज्यादा दूध देने वाली गाय-भैंस हो, वहीं बिना किसी परेशानी के हर बार बच्चा दे रही हो.
इसी के चलते पशुपालन मंत्रालय ने बुल का वीर्य बेचने वाले सीमन सेंटर के लिए गाइड लाइन तैयार की गई है. सेंटर को गाइड लाइन का पालन करते हुए ही बायो सिक्योरिटी से जुड़े नियमों का पालन करना होता है. एनिमल एक्सपर्ट का कहना है कि पशुपालकों को भी वीर्य की स्ट्रॉ खरीदते वक्त इस पर गौर कर लेना चाहिए कि वहां नियमों का पालन किया जा रहा है या नहीं. वर्ना वीर्य के जरिए गाय-भैंस के संक्रमित होने का खतरा बना रहता है.
सीमन सेंटर को इंफेक्शन फ्री रखने के ये है टिप्स
- सीमन सेंटर को चारों ओर से अच्छी तरह कवर किया जाता है.
- बैल शेड, वीर्य संग्रह और प्रोसेसिंग लैब सेंटर एरिया में अलग सुराक्षित बनाए जाते हैं.
- क्वारंटीन स्टेशन को एक खास दीवार से घेरकर परिसर में ही अलग जगह बनाया जाता है.
- सभी वाहन और कर्मचारियों के पैर और टायर डीप बाथ एरिया से गुजारे जाते हैं.
- हाई अलर्ट एरिया में जाने से पहले कर्मचारियों, विजिटर के लिए शॉवर-चेंज रूम बनाए जाते हैं.
- सीमन सेंटर में धूल कम करने के लिए पेड़ लगाए जाते हैं.
- क्वारंटीन स्टेशन के लिए अलग से कर्मचारी रखे जाते हैं.
- पशु के संपर्क में आने वाले कर्मचारियों की टीबी-ब्रुसेलोसिस की दो साल में एक बार जांच होती है.
- सीमन सेंटर में आने वाले सभी मेहमानों का पूरा रिकॉर्ड रखा जाता है.
- सीमन सेंटर में आने वाले सभी वाहनों को सेंटर के बाहर ही पार्क किया जाता है.
- पशुओं को सेंटर में तभी एंट्री दी जाती है जब वो क्वारंटीन समेत सभी तरह के टेस्ट पास कर लेते हैं.
- किसी भी बीमार जानवर को तुरंत अलग कर उसका इलाज किया जाता है.
- बैल शेड को नियमित आधार पर साफ और कीटाणु रहित किया जाता है.
- वीर्य कलेक्शन और प्रोसेसिंग लैब को हर रोज काम के बाद कीटाणु रहित किया जाता है.
- वीर्य कलेक्शन के वक्त पशु के वक्ष, पेट के निचले और सामने के हिस्से को साफ किया जाता है.
- पशुओं को चारा, दाना और पानी इस तरह से दिया जाता है कि उसका पशुओं की हैल्थ पर खतरा ना हो.
- सेंटर में पशु को भूख, प्यास, परेशानी दर्द और चोट से मुक्त रखा जाता है.
- हाई अलर्ट एरिया में जानें के लिए कर्मचारियों को खास गियर और जूते दिए जाते हैं.
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