तालाब बनाने में सरकार करेगी मददFish Pond Care in Winter सर्दियों का मौसम शुरू हो चुका है. अगर आप मछली पालन करते हैं तो इन दिनों में आपका अलर्ट रहना जरूरी हो जाता है. क्योंकि सर्दियों के दौरान मछलियों के तालाब में पानी की देखभाल बहुत जरूरी हो जाती है. इतना हीं नहीं इस बात का भी खास ख्याल रखना होता है कि तालाब पर सीधी धूप पड़ रही है या नहीं. क्योंकि मछली पालन में पानी और धूप का बहुत खास संबंध है. मछलियों के तालाब में पानी हेल्दी नहीं होगा तो फिर मछलियों की भी ग्रोथ नहीं होगी और न ही वो स्वस्थ रहेंगी.
इसके लिए जहां तालाब की साफ-सफाई जरूरी है वहीं ये भी बहुत जरूरी है कि तालाब पर सूरज की सीधी धूप पड़े. फिशरीज एक्सपर्ट का कहना है कि तालाब के पानी पर पड़ने वाली सीधी धूप एक खास तरह के प्रदूषण को पनपने ही नहीं देती है. वहीं इसके चलते मछलियां बीमार भी नहीं पड़ती हैं. और जब मछलियां हेल्दी और फ्रेश होंगी तो उन्हें बेचने पर मुनाफा भी अच्छा मिलेगा.
फिशरीज एक्सपर्ट का कहना है कि मछली पालन के लिए तैयार किए गए टैंक या तालाब खुले में ऐसी जगह होने चाहिए जहां सूरज की सीधी धूप पड़ती हो. ऐसा होने से पानी में सीप और घोंघे आदि जीव-जन्तु नहीं पनपते हैं. बरसात के दौरान मछलियों को मांसाहारी जीव-जन्तु से बचाने के लिए तालाब में जाल का इस्तेमाल करें. एक्सपर्ट की सलाह पर पानी में दवा का छिड़काव करते रहें.
बरसात के दौरान पानी में प्रदूषण होने लगता है. यही वजह है कि मॉनसून के दौरान तालाब के पानी में ऑक्सीजन की मात्रा कम होना एक सामान्य बात है. लेकिन और दूसरे मौसम में भी पानी में प्रदूषण बढ़ता है तो पानी में आक्सीजन कम होने से मछली पालक को बड़ा नुकसान उठाना पड़ता है. ऑक्सीजन की कमी के चलते मछलियां मरने लगती हैं. इसलिए समय-समय पर उपकरण की मदद से पानी का ऑक्सीजन और पीएच लेवल जांच लेना चाहिए. अगर ऑक्सीजन की कमी ज्यादा है तो मशीनों की मदद से ऑक्सीजन पानी में छोड़ी जानी चाहिए.
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